पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व का करें निर्वहन:नेशनल चैम्बर।


 ग्रीन एवं सस्टेनेबल आर्किटेक्चर अपनायें।

 कार्बन उत्सर्जन में होगी कमी,प्राप्त होगा आर्थिक लाभ।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

 आगरा:12 जून,चैम्बर भवन में अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में पर्यावरण, प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग एवं ग्रीन आर्किट्रेक्चर के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। 

इस बैठक में आर्किटेक्ट अनुराग खंडेलवाल ने उद्यमियों को जागरुक किया और बताया कि सर्व प्रथम उद्योग को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा। इस हेतु भविष्य के लिए एक रोडमैप बनाने की आवश्यकता है,जिसकी शुरुआत एनर्जी ऑडिट के द्वारा की जानी चाहिए।

अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि सौर ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है एवं उद्यमियों द्वारा एनर्जी ओडिट कराने पर केन्द्र सरकार द्वारा सब्सिडी एवं अन्य प्रोत्साहन देने की मांग को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को उठाया जायेगा।चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने इस सम्बन्ध में ज्ञापन भेजने के लिए कहा। 

विद्युत प्रकोष्ठ के को-चेयरमैन राहुल जैन ने कहा कि बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग एक चिंता का विषय है। हमें कार्बन उत्सर्जन काम करने की जररूरत है। उनके द्वारा कार्बन उत्सर्जन को कम करने पर व्यवहारिक सुझाव दिए गए। 

आर्किट्रेक्चर अनुराग खंडेलवाल ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन कम करने पर सरकार द्वारा कार्बन क्रेडिट के रुप में प्रोत्साहन दिया जाता है, जिसे आप विश्व पटल में आर्थिक लाभ के रुप में विक्रय कर सकते हैं।

पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने कहा कि ग्रीन एवं सस्टेनेविल एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए यह भी सुझाव दिया गया कि सोलर एनर्जी को बढ़ावा दिया जाये। सोलर पैनल से छत पर सूर्य की गर्मी रुकती है, साथ ही विद्युत की बड़ी मात्रा में बचत होती है।

 बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष योगेश जिन्दल, इलैक्ट्रिक सिटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन राहुल जैन, आर्किटेक्ट अनुराग खंडेलवाल, पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल,श्रीकिशन गोयल,शलभ शर्मा,सदस्यों में रीतेश गोयल,मयंक मित्तल,राकेश चौहान, सचिन सारस्वत, राजेश अग्रवाल,कपिल गुप्ता,वीरेन्द्र गुप्ता आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।