नेशनल चैम्बर:मासिक विद्युत शिविर का आयोजन।

 



 दक्षिणांचल में वर्षों पुराने बकाये का कोई समुचित रिकॉर्ड नहीं जिससे शहर का माहौल हो रहा है खराब।

  शीघ्र निर्णय हेतु आगामी बैठक में दक्षिणाँचल से अधीक्षण अभियंता की उपस्थित अनिवार्य होने की मांग।

 टोरेंट पावर द्वारा सुविधा तो दी गई है किन्तु दरें अधिक महंगी।

 टोरेंट पावर नये कनेक्शन हेतु क्षेत्रवार एस्टीमेट से अवगत कराये चैम्बर को।

 उद्यमियों कम से कम हो परेशानी - सरकार का है औद्योगिक माहौल।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। 22 जून,चैम्बर भवन में उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के निर्देशानुसार मासिक विद्युत शिविर का आयोजन किया गया। 

जिसमें टोरेंट पावर एवं दक्षिणांचल से अधिकारियों ने उपभोक्ताओं की समस्याओं के निस्तारण हेतु सुना गया ।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि टोरेंट पावर के आने से उपभोक्ताओं को सुविधा तो प्राप्त हुई हैं, किन्तु दरें बहुत महंगी हैं। नए कनेक्शन में कई बार अनुमानित लागत असहनीय हो जाती है।  वर्तमान में उ0 प्र0 सरकार का उद्योग माहौल है। अब लाइन लॉसेस काम हुए हैं अतः नये कनेक्शनों आदि में उद्यमियों को कम से कम परेशानी हो ऐसी प्रक्रिया अपनाई जाए। अलग अलग स्थानों पर नए कनेक्शन के एस्टीमेट से चैम्बर को अवगत कराया जाए, ताकि उपभोक्ताओं की इसकी जानकारी दी जा सके।  

विद्युत प्रकोष्ठ के चेयरमैन विष्णु भगवान अग्रवाल ने बताया कि दक्षिणांचल द्वारा वर्षों पुराने बकाया निकाल दिये हैं। जिनमें पूर्व के उपभोक्ताओं का अब अता पता भी नहीं है। दक्षिणांचल के पास भी उनका समुचित अभिलेख नहीं है। 

वर्षों पुराने बकायों से शहर का माहौल खराब हो रहा है। अतः इन्हें शीघ्र निस्तारित किया जाये। चूँकि यह मामला अत्यंत महत्वपूर्ण है अतः चैम्बर ने मांग की कि आगामी मासिक विद्युत शिविर में दक्षिणांचल से सक्षम अधिकारी (अधीक्षण अभियंता स्तर) उपस्थित होकर तत्काल निर्णय देते हुए निस्तारित करें।

बैठक बहुत ही सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई उपभोक्ताओं की समस्याओं को एक ज्ञापन के माध्यम से प्रेषित किया गया (प्रति संलग्न)। बैठक में बिल गणना, एस्टीमेट, प्रे-पेड मीटर, ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग आदि विषयों पर गहन चर्चा हुयी।  टोरेंट पावर के संजय सिंह ने बताया की संपत्ति खरीदते समय यह जानकारी कर लें कि वह इलेक्ट्रिफाइड है या नहीं, पुराना बकाया तो नहीं है। 

टोरेन्ट पावर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेश देसाई ने आश्वासन दिया कि सभी विषयों को नियमानुसार राहत देते हुए निस्तारित किया जायेगा। एस्टीमेट यूपीईआरसी द्वारा प्रमाणित दरों पर ही बनाये जाते हैं। 

टोरेंट पावर से वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेश देसाई, विमर्श पंडित, संजय सिंह, निशिकांत,भूपिंदर सिंह तथा दक्षिणांचल से एसडीओ विकास बघेल मौजूद रहे। 

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष योगेश जिंदल, विद्युत् प्रकोष्ठ के चेयरमैन विष्णु भगवान अग्रवाल, को -चेयरमैन  रविंद्र अग्रवाल, अपूर्व मित्तल, चंद्र मोहन खंडेलवाल, दिनेश जैन, विनीत प्रखर, भुवनेश कुमार, जय कपीस उद्योग, एच सी गर्ग, उमेश कंसल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।