कालिंदी इंस्टिट्यूट आफ डांस एंड म्यूजिक ने आयोजित किया 19 वां वार्षिकोत्सव।

 

                      

                      

                     


शिव,सावन,मनभावन सनातन..नृत्य की आत्मा में बसा शिवोहम− शिवोहम।

सत्य सनातन थीम पर करीब डेढ़ सौ कलाकारों ने दी प्रस्तुति,पुरस्कार भी वितरित।

रामायण और विश्वरूपम की प्रस्तुति ने मोहा मन तो सोशल मीडिया नाटिका से मिला संदेश।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। नृत्य यानी नटराज स्वरूप स्वयं आदियोगी शिव। सावन का मन भावन मास और सत्य सनातन का प्रतीक कथक नृत्य। घुंघरुओं की थिरकन संग रामायण की मनमाेहक प्रस्तुति,श्रीहरि विष्णु का विश्वरूप नृत्य तो वहीं सोशल मीडिया प्रस्तुति से संवेदनशून्य होते जा रहे समाज का वास्तविक सा दृश्य…करीब डेढ़ साै कलाकारों की प्रस्तुतियां कुछ अन्य सोचने का अवसर नहीं दे रही थीं। 

बारिश की बूंदों सी ठंडक देतीं ये प्रस्तुतियां हुईं कालिंदी इंस्टिट्यूट डांस एंड म्यूजिक के 19 वें वार्षिकोत्सव में। 

15 जुलाई 2023 दिन शनिवार को खंदारी परिसर स्थित जेपी सभागार में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। गणेश स्तुति से आरंभ हुए कार्यक्रम में एक के बाद एक 19 प्रस्तुतियां सनातन धर्म पर आधारित हुईं। जिसमें रुद्राष्टकम, कथक, स्कूल थीम, रामायण नाटिका, हनुमान चालीसा, राजस्थानी लोकनृत्य, रेट्रो, स्केटिंग डांस, कृषक नाटिका, विश्वरूपम, देशभक्ति पर आधारित नृत्य प्रस्तुतियां हुईं। इनमें सर्वाधिक मन को झकझोर देने वाली प्रस्तुति हुई सोशल मीडिया एक्ट में। इसके माध्यम से बच्चाें ने किसी भी दुर्घटना पर लोगों के सहायता के लिए आगे बढ़ने के स्थान पर वीडियो बनाने जैसी संवेदनशून्य सोच पर प्रहार किया। इंस्टिट्यूट की निदेशक रोशनी गिडवानी ने कहा कि वार्षिकोत्सव में 3 से लेकर 30 वर्ष तक के करीब 150 बच्चाें एवं महिलाओं ने प्रतिभाग किया है। आगरा के अलावा अलीगढ़, गुरुग्राम, मथुरा, नोएडा आदि शहरों के बच्चाें ने भी भाग लिया। छोटी− छोटी बच्चियाें ने राजस्थानी गीत पर हूपला की शानदार प्रस्तुति दी। 

वहीं राजस्थानी घराने से कथक के तोड़े, टुकड़े, परन, ठुमरी, ततकार की जुगलबंदी प्रस्तुति ने दर्शकों को कुर्सियों से बांधकर रखा। समापन पर बच्चाें को प्रमाण पत्र देने के साथ उनका परिचय सत्र भी हुआ। 

कार्यक्रम का संचालन जिविशा गिडवानी ने किया। व्यवस्था संयोजक हरीश गिडवानी थे। कोरियाेग्राफर राहुल और अनूप ने वैस्टर्न डांस प्रस्तुति में सहयोग दिया। मुख्य अतिथि डॉ सुबोध कुमार गुप्ता, डॉ.सुशील गुप्ता,त्रिलाेक सिंह राना, बीके अश्विना, मनीष अग्रवाल, हेमंत भाेजवानी, डॉ खेम पंजवानी, जितेंद्र त्रिलोकानी, कर्नल गगन राना, डॉ संजय गुप्ता, कमल छाबरिया, राज कुमार बग्रवाल, डॉ गुंजन प्रकाश, मनोज जादौन, पूजा असवानी, डॉ अमित कांत सिंह, रुचिर बंसल, पियूष मल्होत्रा, परमानंद अवटानी, डॉ शालिनी तोमर, डॉ दीपेश उपाध्याय आदि ने ने बच्चाें को भावी जीवन के लिए शुभ कामनाएं दीं।   

इन्हें दिए गए प्रथम श्रेणी के पुरस्कार।

वार्षिकोत्सव में सालभर श्रेष्ठ प्रस्तुति देने वाले 75 बच्चाें को पुरस्कृत किया गया। वहीं एक दर्जन मांओं को बेस्ट मॉम के सम्मान से अलंकृत भी किया गया। विजेता बच्चे शीतल सिंह, प्रिशा, भाव्या, आर्ना, शिवांगी, लावण्या, पूर्वी, स्वास्ति, कंगना, प्रियांशी, आशिता, दिव्यांशी थे।