एचआईजी फ्लैट्स,संजय प्लेस स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भागवत कथा का चौथा दिन।


                        

                       

      

नंद के आनंद भयो,जय कन्हैया लाल की, हाथी घाेड़ा पालकी, जय लड्डू गोपाल की।

मंदिर समिति करा रही कथा, श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग पर भक्तिमय हो थिरके भक्त, गूंजी बधाइयां।  

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। जब-जब धर्म की हानि होती है और असुरों की शक्ति का विस्तार होता है तो दैविय ऊर्जाएं अवतरित होकर धर्म की पुनः स्थापना करती हैं और संतों की रक्षा करती हैं। एचआईजी फ्लैट्स, संजय प्लेस स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मकथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभाेर हो उठे। 

22 जुलाई 2023, शनिवार को भागवत कथा के चौथे दिन ,कथा व्यास पंडित प्रेम प्रकाश महाराज ने भागवत महापुराण के नवम स्कंध में वर्णित सूर्य एवं चंद्रवंश के कथा प्रसंग कहे। 

उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया। कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा।

 सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। इसके अलावा सूर्य वंश में श्री राम जी का प्राकट्य, उनके पूर्वज राजा अंबरीश, महाराज मानधाता, महाराज सगर और गंगाजी के अवतरण की की कथा भी कही गयी।  कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे। चौथे दिन कथा के जजमान पिंटू शिवहरे और अनिल शर्मा थे। लड्डू गोपाल के जन्म प्रसंग में वर्षा अग्रवाल और विशाल अग्रवाल माता यशाेदा एवं नंदबाबा बने। इस अवसर पर अनिल शर्मा, सरोज सिंह, निलेश शाह, संदीप महेश्वरी, राज बंसल, रवी मित्तल,जितेंद्र जैन, अरविंद मुद्गल समेत समस्त कॉलोनीवासी उपस्थित रहे।