क्यूसीओ:टूटना,घिसना और उधड़ने का आधार ही हो,बीआईएस का मानक।

    

                

                                

                     


-बीआईएस नोएडा कार्यालय ने आगरा ट्रेड सेंटर पर किया,बीआईएस मानक मंथन।

-उद्यमियों ने एक सुर में कहा स्लीपर और सैंडिलों पर बीआईएस नहीं है व्यवहारिक। 

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। बीआईएस नोएडा कार्यालय द्वारा एफमेक, एफएएफएम, अस्मा एवं स्लीन इंडिया के सहयोग से सोमवार को सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में बीआईएस मानक मंथन 2023 का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम में बीआईएस नोएडा से आये अधिकारियों ने जूता उद्यमियों से सीधे संवाद करते हुए सरकार द्वारा इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप नीतिगत बदलावों पर प्रकाश डाला। आगरा, जयपुर और बहादुरगढ़ से आये जूता कारोबारियों को सम्बोधित करते हुए बीआईएस के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. रितुराज ने परफोर्मिंग और जनरल फुटवियर पर डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ़ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड द्वारा तैयार किये गए मानकों पर विस्तृत जानकारी दी।

 प्रश्नकाल में उद्यमियों ने मानकों की व्यवहारिकता पर प्रश्न उठाये। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि फैशन व लाइफ स्टाइल जूतों, स्लीपर और सैंडिलों पर बीआईएस व्यवहारिक नहीं है, इस पर विचार किया जाना आवश्यक है। वहीं एफएएफएम अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली ने कहा सरकार को क्यूसीओ पर गंभीरता से मंथन करना चाहिए लाइफ सेविंग प्रोडक्ट्स पर बीआईएस को प्रभावी किये जाने का हम स्वागत करते हैं लेकिन  फैशन व लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट्स पर बीआईएस तार्किक नहीं है। वहीं आस्मा अध्यक्ष ओपिंदर सिंह लवली ने कहा कि प्रोडक्ट्स की कीमत के अनुरूप मानक होने चाहिए कम कीमत के फुटवियर पर यदि मानक लागू होते हैं तो जाहिर सी बात है कि कीमत आम आदमी की पहुँच में नहीं रहेगी। 

आस्मा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र त्रिलोकानी ने कहा कि नीतिगत आवश्यक बदलाव अगर नहीं हुए तो जूता उद्योग बंदी के कागार पर पहुँच सकता है, हर वर्ग में मानकों को पूरा करना नामुमकिन है। रिलायंस और लीकूपर कम्पनी के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे। लीकूपर के अतुल अवस्थी और शिवम कुमार ने क़्वालिटी प्रोडक्ट्स को लेकर कम्पनी के निर्धारित मानकों से बीआईएस अधिकारियों को अवगत कराया। जयपुर से आये जूता कारोबारी शिखर चंद्र बैराठी ने कहा कि जूता टूटना, घिसना और उधड़ना नहीं चाहिए बीआईएस में जांच का यही एक मानक होना चाहिए, अगर नियमों में सहजता नहीं होगी तो कारोबार करना मुश्किल हो जाएगा। 

बीआईएस के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. रितुराज ने सभी के सुझावों को गंभीरता से समझते हुए आवश्यक कदम उठाये जाने की बात कही, उन्होंने कहा विभाग के मानक पोर्टल पर सभी उद्यमी अपने सुझाव दे सकते हैं। सभी के सुझाव आने के बाद ही इस पर विभाग निर्णायक फैसला लेगा।       

कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से रहे मौजूद।

एफमेक के प्रदीप वासन, ललित अरोरा, चंद्र शेखर जीपीआई, अजय कुमार, धर्मेंद्र सिंह नरूला, राकेश भास्कर, एफएएफएम के मनीष लूथरा, रोमी मगन, विनोद कत्याल आदि मौजूद रहे।