चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल से करेंगे विमर्श:राजीव सक्सेना।
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा: आगरा रेल मंडल उपयोगकर्त्ता परामर्शदात्री समिति (DRUCC) के सदस्य श्री राकेश अवस्थी ने कहा कि दिल्ली के संविधान भवन (पुराना संसद भवन ) और लुटियान जोन के अधिकांश महत्वपूर्ण भवनों के निर्माण में योगदान देने वाले तांतपुर रेलवे स्टेशन को भी संबधित सूचनाओं से संपन्न करवायेंगे।
धौलपुर-तांतपुर नैरोगेज रेलवे ट्रैक के इस टर्मिनल स्टेशन से ही तांतपुर का ‘रेडस्टोन’ और डांग क्षेत्र का ‘ रैड ग्रे स्टोन ‘ दिल्ली पहुंचता था। उनकी कोशिश होगी कि संसद भवन(पुराना) ,राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, विधान सभा (लखनऊ) तथा इलहाबाद हाईकोर्ट जैसी देश की जो लैंडमार्क इमारतें,तांतपुर के पत्थर से बनी हैं, उनके चित्र तो स्टेशन पर सुसज्जित हो ही जायें।
राकेश जी ने कहा कि तांतपुर रेलवे स्टेशन से हो सकता है कि रेलों का संचालन कछ समय के लिये स्थगित हो गया हो, किन्तु इससे उसे हैरीटेज लैंडमार्क के रूप में संजोये रखने को लेकर खास फर्क नहीं पडेगा।
आगरा रेलवे का,आगरा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है,विकास व विस्तार के इस क्रम में यहां उसकी अनेक परसंपत्तियां सृजित होती रही हैं। इसके इन्हीं स्ट्रैक्चरों में कई ऐसे हैं,जिनको संरक्षित किया जाना सामायिक दृष्टिकोण से आवश्यक है।आगरा पर्यटन प्रधान गतविधियों का केन्द्र है।स्वभाविक रूप से रेलवे की ये पुरानी बिल्डिंगें उनके लिये स्वभाविक आकर्षण है। यह कहना है श्री राकेश कुमार अवस्थी का ।
लैंडमार्क है सिटी स्टेशन।
श्री अवस्थी जो कि इलैक्ट्रानिक सोशल मीडिया पर ‘राकेश भैया ‘ के नाम से खास पहचान रखते हैं।उन्होंने महानगर के पुराने स्टेशन सिटी स्टेशन के हैरीटेज लुक को यथावत बनाये रखने को लेकर चर्चा के दौरान कहा कि यह रेलवे स्टेशन आगरा के जन जीवन का अभिन्न भाग रहा है, अब भी जबकि इससे होकर बहुत ही कम ट्रेनें गुजरती हैं ‘यह आगरा की पहचान है’।
सिटी वाकर भी पहुंचते है।
ताज प्रेस क्लब पर पत्रकार राजीव सक्सेना एवं असलम सलीमी से अनौपचारिक चर्चा में राकेशजी ने कहा कि जब से पर्यटन में ‘सिटी वाक ‘ अवधारणा समाहित हुई है,तब से आगरा के जिन भवनों और स्थलों को देखने भ्रमणार्थी पहुंचते हैं उनमें सिटी स्टेशन भी शामिल है। आगरा के उद्यमियों व व्यवसायियों की संस्था नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज ऐंड कामर्स ने इसकी हैरीटेज बिल्डिंग के रूप में जानकारी दिये जाने वाला सूचना पट भी लगवाने का प्रयास किया था,जिस पर रेलवे ने अनुमति भी देदी थी, किंतु पता नहीं किन कारणों से ‘सूचना पट को नहीं लगवाया जा सका । उनकी कोशिश होगी कि इस कार्य को अंजाम, दिलवायें। अगर आवश्यक हुआ तो चैम्बर के अध्यक्ष राजेश गोयल से भी इस संबध में विमर्श करेंगे।
रिपोर्ट-राजीव सक्सेना,साथ मे असलम सलीमी।