जैन समाज ने राजनीतिक भागीदारी के लिए भरी हुंकार।

 


जैन राजनीतिक चेतना मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन में राजनीतिक भागीदारी पर चर्चा,आयकर देने में जैन समाज आगे। राजनीति में चेतना की जरूरत: गजराज गंगवाल।

राजनीतिक दलों ने जैन समाज को समझा अल्पसंख्यक, नहीं दी भागीदारी, धर्म संस्कृति बचाने के लिए समाज के युवा आएं आगे:विद्यासागर महाराज।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। सत्य अहिंसा परमो धर्म,सिद्धांत के अनुयाई अब अपनी राजनीतिक भागीदारी के लिए अब जैन समाज ने भी जागृति शुरू कर दी है। राजनीतिक क्षेत्र में समाज की समुचित भागीदारी के लिए जैन जागृति चेतना मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से आए समाज के प्रबुद्ध राजनीतिक व्यक्तित्वों ने चर्चा की। एमडी जैन सभागार हरी पर्वत में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में जगत पूज्य मुनि सुधा सागर जी महाराज के सानिध्य में जैन समाज के लोगों ने राजनीतिक सहभागिता के लिए संकल्प लेकर हुंकार भरी।

 कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वल देश भर से आए संगठन के पदाधिकारी जैन राजनीतिक चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष गजराज जैन गंगवाल, प्रदीप जैन आदित्य पूर्व केंद्रीय मंत्री, हुकम जैन काका, अनिल जैन गोआ, पवन जैन पूर्व आईपीएस, सुकीर्ति जैन पूर्व विधायक कटनी ने दीप जलाकर किया। इस मौके परचित्र अनावरण तारा चन्द जैन राज्य मंत्री झारखंड सरकार, चंद्रराज सिंघवी पूर्व मंत्री राजस्थान, धीरज जेन आईआरएस, ललित जैन महामंत्री,मुकेश जैन चौहान, शास्त्र भेंट अर्चना जैन सदस्या नीति आयोग भारत सरकार, अनिल जैन विधायक रेवाड़ी, शशि जैन चेयरमैन अमरोहा। मुकेश जैन चेलावत, आलोक जैन, अमित जैन सेठिया, सुमित जैन, सुभाष काला, विनोद जैन भोपाल, अपूर्व मोदी, प्रदीप पाटनी, के सी जैन, सुमित लल्ला नागपुर, प्रशांत मानेकर, नमन जैन, आनंद जैन, संजय जैन ने किया।

 संगठन की आगरा इकाई की ओर से प्रमेन्द्र जैन और उनकी टीम के पदाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने आए अतिथियों का माला और अंग वस्त्र पहनकर स्वागत किया गया।

इस मौके पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गजराज गंगवाल ने कहा अल्पसंख्यक होने के बाद भी जैन समाज देश की अर्थव्यवस्था में आयकर देने में बड़ी भूमिका निभाता है लेकिन राजनीतिक चेतना की कमी होने की वजह से देश की कार्यपालिका में समाज की सहभागिता बेहद कम है। उन्होंने कहा अब जरूरत है समाज को एकजुट होने के साथ-साथ जागृत करने की हर छोटे बड़े चुनाव में जैन समाज के प्रतिनिधि राजनीतिक भागीदारी के लिए आगे आए। इस मौके पर मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व डीजीपी आईपीएस पवन जैन ने कहा हम सब का लक्ष्य होना चाहिए की हर छोटे बड़े चुनाव में अपने समाज की प्रभावी भूमिका हो आज जैन धर्मावलंबियों की संख्या करीब 3 करोड़ के आसपास है लेकिन दुर्भाग्य है कि छोटी पंचायत से लेकर लोकसभा और राज्यसभा तक समाज की भागीदारी बेहद सोचनीय है। 

इस मौके पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रदीप  जैन आदित्य ने कहा राजनीतिक भागीदारी के लिए संगठन के साथ-साथ जन चेतना की भी जरूरत है समाज के लोगों को राजनीतिक पार्टियों के भेदभाव को बुलाकर समाज के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित होना होगा। इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने कहा आगामी दिनों में देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा के साथ पांच राज्यों के चुनाव होने वाले हैं हम सब की राजनीतिक चेतना और एक जुट समाज को एक नई दिशा दे सकती है।

मुनि श्री विद्यासागर जी ने दिया आशीर्वचन।

जैन राजनीतिक चेतना मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन में जगत पूज्य मुनि सुधा सागर जी महाराज ने आशीर्वचन स्वरूप धर्मावलंबियों से धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट होकर जन चेतना का शुभाशीष दिया।

इनकी रही सहभागिता।

राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से आए जैन राजनीतिक चेतना मंच के राष्ट्रीय और प्रादेशिक पदाधिकारियों के साथ आगरा इकाई के अध्यक्ष तपेश जैन, महामंत्री प्रेमेंद्र जैन, संयोजक सुबोध जैन पाटनी, अमित जैन सेठिया, राजीव पोद्दार जितेंद्र जायसवाल, सुषमा जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।