पुस्तक मेला में चला कलम का जादू,नन्हें कलमकारों ने उकेरा कागज पर अपना हुनर

 


अक्षरा साहित्य आकादमी ने लगाया है नौ दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेला एवं साहित्य उत्सव।

 जीआइसी मैदान में लगे मेले में स्वास्तिक हैंडराइटिंग इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर ने आयोजित की सुलेख एवं पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता।

 पुस्तक मेले में बेस्ट बुक सेलर के साथ ही आकर्षण का केंद्र बनी सबसे छोटी तीन इंच और सबसे बड़ी तीन फुट की पुस्तक। 

आध्यात्मिक पुस्तकों के साथ साहित्य की विभिन्न पुस्तकें कर रहीं आगरावासियों का इंतजार,शाम काे सज रही गीत− संगीत की महफिल भी।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। हस्तलेखन व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है। आप क्या पढ़ रहे हैं और क्या एवं कैसे लिख रहे हैं, इससे व्यक्ति की सोच के साथ उसके व्यवहार का अंदाजा लगता है। आगरा के जीआइसी मैदान में सजी पुस्तकों की दुनिया में सुलेख एवं पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता में ये संदेश दिया मुख्यअतिथि हरविजय बाहिया और महंत श्री योगेश पुरी ने। 

अक्षरा साहित्य अकादमी द्वारा जीआइसी मैदान पर लगाए गए राष्ट्रीय पुस्तक मेला एवं साहित्य उत्सव के दूसरे दिन का आरंभ स्वास्तिक हैंडराइटिंग इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर द्वारा हस्तलेखन(सुलेख) एवं पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता के साथ हुआ। मुख्य अतिथि हरविजय बाहिया एवं योगेश पुरी ने बच्चों को हस्तलेखन सुधार के साथ ही पुस्तक अध्ययन के लिए प्रेरित किया एवं प्रमाणपत्र का वितरण किया। प्रतियोगिता में 50 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग लिया। स्वास्तिक हैंडराइटिंग इंस्टीट्यूट की निदेशक विनीता मित्तल ने बच्चों को हस्तलेखन सुधार के आवश्यक टिप्स दिए। इस अवसर पर अक्षरा साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विनोद माहेश्वरी, उपाध्यक्ष वत्सला प्रभाकर, कोषाध्यक्ष श्रुति सिन्हा, सहसचिव कैप्टन शीला बहल, सचिव दीपक सिंह सरीन सहित स्वास्तिक टीम की संयोजिका श्रुति दास, सचिव प्रेरणा सिंह, रुचि सिंघल, शिखा गौतम, पर्ल लालवानी, किरन लालवानी, अंशिका मित्तल आदि ने व्यवस्थाएं संभालीं। रविवार के कारण पुस्तक मेला में बच्चाें और युवाओं के साथ शिक्षा और साहित्य जगत से जुड़े लोगों अच्छी संख्या में पहुंचे। 

पर्यावरण चिंतन के साथ गूंजा संगीत का माधुर्य।

पुस्तक मेला के साथ क्योंकि साहित्य भी आयोजन का प्रमुख हिस्सा है इसलिए प्रतिदिन विभिन्न सत्रों में इन्हीं पर आधारित कार्यक्रम हो रहे हैं। रविवार को द्वितीय सत्र में प्लांट लवर ग्रुप द्वारा प्रकृति और पर्यावरण विषय पर गोष्ठी हुई। गोष्ठी में मुख्य अतिथि चंद्रशेखर शर्मा और डॉ आनंद राय थे। मुख्य वक्ता आरके कपूर ने विषय विशेष पर अपने विचार रखे। अध्यक्ष रितु गोयल ने सभी का स्वागत किया। तृतीय सत्र गीत संगीत के नाम रहा। माधुर्य साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था के तत्वावधान में गीत और गजल की प्रस्तुति सुरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दी गयी।    

आज ये रहेगा विशेष। 

सचिव दीपक सिंह सरीन ने बताया कि सोमवार को पुस्तक मेला में प्रथम सत्र में प्रिल्यूड व अन्य स्कूल भ्रमण करेंगे। लास्या म्यूजिकल इवेंट की प्रस्तुति होगी। द्वितीय सत्र में आगरा महानगर लेखिका समिति द्वारा साहित्य गोष्ठी एवं तृतीय सत्र में गुनगुनाती जिंदगी द्वारा लता किशाेर मैजिक का आयोजन किया जाएगा। 

सच्ची मित्र हैं पुस्तकें,दर्शा रहा पुस्तक मेला।

यूं तो आगरा शहर में हुनर की कमी नहीं है। आये दिन यहां विभिन्न मेले या प्रदर्शनियां लगते रहते हैं। हां बेशक खरीददार भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं लेकिन मोबाइल और गूगल बाबा के दौर में भी पुस्तकों के प्रति आकर्षण और प्रेम कम नहीं हुआ है ये बात पुस्तक मेला में देखने को मिल रही है। पुस्तकों की दुनिया में आने के बाद आप कब घंटाें यूं ही बिता देंगे ये आपको पता ही नहीं चलेगा। रामचरित मानस की भांति ही ब्रज विलास पुस्तक जिसे श्रीकृष्ण चरितमानस माना जाता है आध्यात्म के जिज्ञासुओं को यहां मिलेगी। भाेजपुरी से लेकर तमाम लोकभाषाओं की पुस्तक लोककलाओं को संजोकर इंडिया नेटबुक्स की स्टॉल पर उपलब्ध हैं। योगदा सत्संग सोसायटी आफ इंडिया, गोरखपुर प्रेस की पुस्तकें हैं तो बेस्ट सेलर हैक द टेक, द डायरी आफ यंग गर्ल भी आपको यहां मिल जाएगी। बच्चों के लिए कॉमिक्स के साथ वैदिक मैथमेटिक की पुस्तक और वॉशेबल बुक सर्वाधिक मांग में हैं। हिंदी और अंग्रेजी साहित्य के अतिरिक्त पुस्तक मेला में उर्दू साहित्य भी खासा ध्यान खींच रहा है। अहमदिया मुस्लिक कम्युनिटी की स्टॉल पर जिहाद की वास्तविकता बताती पुस्तक जिहाद, इस्लाम में औरत का स्थान,हजरत मिर्जा मसरूर अहमद के भाषणाें का संकलन तृतीय विश्व युद्ध के परिणाम उपलब्ध हैं। इसके साथ ही हजरत मुहम्मद साहब की जीवनी और पवित्र कुरान का हिंदी संस्करण भी आपको यहां मिल जाएगा। किसी भी स्टॉल पर 499 रुपये की खरीद पर लक्की ड्रॉ के माध्यम से ई साइकिल उपहार में दी जाएगी।  

तीन इंच से लेकर तीन फुट की पुस्तक भी।

निखिल प्रकाशन की स्टॉल पर रखी तीन इंच की पुस्तक से लेकर तीन फुट की किताब अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर रही हैं। स्टॉल संचालक मोहन मुरारी शर्मा ने बताया कि तीन इंच की श्रीमद् भगवत गीता और आइंस्टीन का अनकहा सिद्धांत हिंदी एवं अंग्रेजी में 3 फुट से अधिक के आकार में आकर्षण का केंद्र बन रहा है।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।