वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ कर,संपन्न हुआ श्रीकृष्ण लीला महोत्सव

 


बल्केश्वर स्थित गौशाला में 11 दिन संत समागम के साथ बही श्रीकृष्ण भक्ति  रसधार।

शताब्दी वर्ष में श्रीकृष्ण महोत्सव,शोभा यात्रा और गौचरण ने महोत्सव को बनाया आकर्षक।

हवन यज्ञ के साथ श्रीकृष्ण लीला महोत्सव समिति ने वर्ष भर आयोजन का लिया संकल्प।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। कलिकाल में भागवत कथा प्रभु नाम स्मरण मात्र से मानव कल्याण संभव है। श्रीकृष्ण लीला महोत्सव समिति द्वारा बल्केश्वर गौशाला में पिछले 100 वर्षों से आयोजित श्रीकृष्ण लीला महोत्सव का मंचन कुछ इसी सोच और मानव कल्याण की परिकल्पना को लेकर आयोजित किया जा रहा है। 17 नवंबर से शुरू हुआ श्रीकृष्ण लीला महोत्सव का समापन वैदिक ऋचाओं पर हवन पूजन के साथ आरती वंदना कर संपन्न हुआ। विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए श्री कृष्ण भक्तों ने यज्ञ भगवान का स्मरण करते हुए हवन में आहुतियां दी।

 विगत 11 दिनों में बल्केश्वर स्थित श्री कृष्ण लीला महोत्सव स्थल द्वारका धाम बना हुआ था। जहां पर भक्ति भाव से भक्तों ने श्री कृष्ण लीला महोत्सव का मंचन देखकर महोत्सव में आए संत महात्माओं के उपदेश प्रवचनों को अपने जीवन का सूत्र बनाया। महोत्सव के आखिरी दिन संस्कृत मनीषियों ने हवन, यज्ञ कराकर विश्व कल्याण की कामना की। हवन पूजन के उपरांत आरती में घंटे घड़ियाल की मधुर ध्वनि के साथ सभी भक्तों ने एक स्वर में शताब्दी वर्ष में वर्ष भर आयोजन करने का संकल्प लिया। महोत्सव समापन के दिन विगत 11 दिनों से सेवा कर रहे समिति के पदाधिकारियों के साथ क्षेत्रीय भक्त लीला कलाकारों के साथ भाव विभोर हो गए।

ठाकुर जी की रही कृपा,लेकिन नहीं मिला प्रशासन का सहयोग।

श्रीकृष्ण लीला महोत्सव के शताब्दी वर्ष के आयोजन को भव्य बनाने के लिए महोत्सव समिति से जुड़े हुए पदाधिकारियों ने जी जान लगा दी। लीला मंचन के दौरान समिति पदाधिकारियों के साथ भक्त जनों का विशेष सहयोग रहा। समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि  इस भव्य आयोजन में ठाकुर जी की विशेष कृपा रही, जिससे यह कार्यक्रम संपन्न हुआ, लेकिन शताब्दी वर्ष में समिति को नगर निगम और जिम्मेदार विभागों की ओर से विशेष सहयोग नहीं मिल सका। इतने बड़े महोत्सव के दौरान ना तो फायर ब्रिगेड की ओर से कोई व्यवस्था की गई और ना ही श्री कृष्ण लीला स्थल पर नगर निगम की ओर से विशेष सफाई और पुलिस प्रशासन का भी जो सहयोग अपेक्षित था नहीं मिला, यही पीड़ा है।

बाल बाल बचे केंद्रीय राज्यमंत्री बघेल।

बल्केश्वर गौशाला में आयोजित श्री कृष्ण लीला महोत्सव में गौशाला कर्मचारियों की लापरवाही और अनदेखी की वजह से दो बार हादसा होते-होते टल गया। प्रभु श्रीकृष्ण,श्री जी राधा रानी की कृपा से श्री कृष्ण लीला महोत्सव बिना किसी विघ्न बाधा के संपन्न हुआ, लेकिन 26 नवंबर को उस समय एक हादसा होने से बच गया जब शोभायात्रा के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल गौशाला के बारे में जानकारी ले रहे थे। उसी वक्त गौशाला परिसर से एक हिंसक सांड बड़ी तेजी से शोभा यात्रा की ओर भागा जिससे केंद्रीय राज्य मंत्री बाल बाल बच गए लेकिन पास में ही खड़ा उनका फोटोग्राफर चोटिल हो गया। हिंसक गोवंश ने उस वक्त कई गाड़ियों के शीशों को भी तोड़कर उत्पात मचाया। 

श्री कृष्ण लीला महोत्सव संयोजक शेखर गोयल ने बताया कि हवन पूजन के दौरान भी गोवंश का उत्पात भक्त जनों को भयभीत करता रहा। हवन यज्ञ के समय गौशाला की तरफ से आई एक गाय ने स्कूटर को गिरा दिया, डर की वजह से लोग मंदिर की ओर भाग गए। उन्होंने कहा लीला मंचन के दौरान भी गौशाला के कर्मचारियों ने कार्यक्रम में सहभागिता न दिखाते हुए जो लापरवाही की वह चिंतनीय है।

इनकी रही मौजूदगी।

श्री कृष्ण लीला महोत्सव समिति बल्केश्वर द्वारा आयोजित श्री कृष्ण महोत्सव में समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, विजय रोहतगी, शेखर गोयल, अशोक गोयल,कृष्ण कन्हैया अग्रवाल, बृजेश अग्रवाल, विनीत सिंघल, कैलाश खन्ना, पीके मोदी, अनूप अग्रवाल, प्रभात रोहतगी, आशीष रोहतगी,आशु रोहतगी, राजेंद्र अग्रवाल, ब्रज भोग,पंडित कोयल शर्मा, बीजी अग्रवाल, विष्णु अग्रवाल, सुजाता अग्रवाल, नीरू, पारुल अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, सचिन शर्मा ,कृष्णा, मीडिया प्रभारी तनु गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कार्यक्रम से जुड़े पदाधिकारी और भक्तजन मौजूद रहे।

छाया - गोपाल कुशवाह।