श्रीकृष्ण लीला शताब्दी महोत्सव में आठवे दिन हुआ श्रीकृष्ण−सुदामा मिलन लीला का मंचन।

 


श्रीकृष्ण−सुदामा का मिलन देख श्रद्धालु हुए भाव विभाेर,मित्रता की सीख लेकर निकले पंडाल से।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। मित्र वही है जो किसी भी परिस्थिति में मित्र का साथ न छोड़े। मित्र के कहे बगैर मित्र के मन की बात को समझ ले और उसकी पीड़ा को स्वयं की पीड़ा माने। श्रीकृष्ण के प्रिय सखा सुदामा के प्रति स्नेह को राधा विनोद लीला संस्थान,वृंदावन के लीला निर्देशक स्वामी श्रीराम शर्मा (निमाई) के निर्देशन में कलाकारों ने प्रभावशाली ढंग से मंचित किया। 

बल्केश्वर स्थित गौशाला में श्रीकृष्ण लीला समिति के तत्वावधान में चल रहे श्री कृष्ण लीला शताब्दी समारोह में श्रीकृष्ण−सुदामा लीला का मंचन किया गया। 

मुख्य अतिथि प्रदीप भाटी(चैयरमेन, कॉपरेटिव बैंक) थे। आठवें दिन के लीला मंचन में दिखाया गया कि श्रीकृष्ण व सुदामा बचपन में उज्जैन नगरी में संदीपन गुरु के यहां विद्याध्यन करते हैं। एक दिन गुरु की आज्ञा से दोनों मित्र वन में समिधा (हवन की लकड़ी) लेने जाते हैं। जहां श्री कृष्ण व सुदामा दोनों को दिए गए चनों को सुदामा अकेले ही खा जाते हैं, जिसके कारण सुदामा को दरिद्रता का सामना करना पड़ता है परंतु सुदामा कभी भी श्री कृष्ण का भजन नहीं छोड़ते। एक बार पत्नी के विशेष आग्रह पर सुदामा द्वारका जाते हैं और भेंट में थोड़े से चावल श्री कृष्ण के लिए ले जाते हैं। श्रीकृष्ण उसमें से दो मुट्ठी चावल खाते हैं, जिसके बदले सुदामा को दो लोक की संपत्ति दे देते हैं। द्वारकापुरी जैसा सुदामापुरी का वैभव करते हैं। 

अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि श्रीकृष्ण−सुदामा मिलन लीला से समाज को दो शिक्षाएं मिलती हैं प्रथम किसी का भाग चोरी से ग्रहण नहीं करना चाहिए। दूसरे अपने मित्र का दुख अपना दुख समझना चाहिए। उसे कभी हेय दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। लीला मंचन में पात्रों के अभिनय ने सभी को भाव विभाेर कर दिया। 

इस अवसर पर  अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, विजय रोहतगी,अशाेक गोयल, पी.के.मोदी,प्र.समाज सेवी उमेश कंसल, शेखर गोयल, ब्रजेश अग्रवाल,उत्तम चंद्र,कृष्ण कन्हैया अग्रवाल,मनोज गुप्ता,प्रवक्ता धर्मेन्द्र कुमार चौधरी, प्रभात रोहतगी,आशीष रोहतगी,संजय गुप्ता, संजीव गुप्ता, विष्णु अग्रवाल, राजेंद्र,संजय चेली, रेणु गोयल,मनोज बंसल,मनीष बंसल,नीलिमा,सुजाता अग्रवाल, संजय गर्ग, नीरज अग्रवाल,अमित अग्रवाल(देवी भक्त),अशाेक हरियाणा, दीपक अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। 

श्रीकृष्ण लीला के बेहतर कबरेज में मीडिया प्रभारी तनु गुप्ता की सराहनीय भूमिका रही।

छाया - गोपाल कुशवाह।