आगरा की बेटी रेनू 'अंशुल' का उपन्यास "बटरफ्लाईज़" विश्व पुस्तक मेले में हुआ लोकार्पित



यह पुस्तक स्त्रियों की दुनिया की ऐसी कुंडली खोलती है जिसे पुरुष कम ही देख पाते हैं: महेश दर्पण

मैंने इस उपन्यास में दोस्ती के विविध रंगों द्वारा स्त्री-विमर्श को  स्वर देने की रचनात्मक कोशिश की है: रेनू 'अंशुल'

स्त्री-विमर्श पर मील का पत्थर साबित होगा रेनू 'अंशुल' का उपन्यास 'बटरफ्लाईज़': जितेंद्र पात्रो

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। आगरा के साहित्यकार आगरा से बाहर आगरा का नाम निरंतर रोशन कर रहे हैं। इस क्रम में आगरा की बेटी और डीवीवीएनएल में डायरेक्टर रह चुके अंशुल अग्रवाल की धर्मपत्नी श्रीमती रेनू 'अंशुल'* के प्रलेक प्रकाशन समूह (मुंबई) से प्रकाशित उपन्यास "बटरफ्लाईज़" (तितलियाँ) का लोकार्पण दिल्ली के प्रगति मैदान में नेशनल बुक ट्रस्ट,भारत सरकार द्वारा आयोजित विश्व पुस्तक मेले में किया गया।

 वरिष्ठ साहित्यकार एवं आलोचक महेश दर्पण ने इस मौके पर कहा कि यह कृति स्त्रियों की दुनिया की ऐसी कुंडली खोलती है जिसे पुरुष कम ही देख पाते हैं। श्रीमती रेनू 'अंशुल' ने कहा कि मैंने इस उपन्यास के माध्यम से  दोस्ती के विविध रंगों द्वारा स्त्री-विमर्श को स्वर देने की रचनात्मक कोशिश की है। प्रलेक प्रकाशन समूह के निदेशक जितेंद्र पात्रो ने कहा कि यह उपन्यास स्त्री-विमर्श पर मील का पत्थर साबित होगा। वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर मिश्र ने कहा कि उपन्यास की भाषा और प्रस्तुति सराहनीय है। पुस्तक पहली ही दृष्टि में दिल छू लेने में सक्षम है। 

इस दौरान प्रख्यात साहित्यकार एस आर हरनौट,आचार्य प्रवर रामचंद्र दास, मैथिली शरण उपाध्याय, अंशुल अग्रवाल, नूतन अग्रवाल 'ज्योति' (आगरा), लोकार्पित उपन्यास के कवर पेज की डिजाइनर और भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी अजिता अग्रवाल, अनन्या अग्रवाल, आशा प्रभा, अंतरा, शिवानी, इंजी. रवींद्र गोयल, वंदना गोयल, राजीव बंसल, आर एन लाल,एसके सखूजा, आरके गर्ग, डॉ. अंजू बंसल, गौरव गर्ग, एसके गुप्ता, वरुण सिंह, शैलेंद्र दुबे और आर आर सिंह के साथ स्त्री- विमर्श पर पढ़ने के इच्छुक जेएनयू के कुछ शोधकर्ता छात्र भी विशेष रूप से मौजूद रहे।