रेहवाली गाँव में बाँध,जल शक्ति मंत्रालय की नीतियों के अनुरूप,टी टी जैड के कार्यों को जलाशय से मिलेगा बल



सिंचाई विभाग बनाएगा रेहावली गांव में बाँध

जल शक्ति मंत्रालय की नीतियों के अनुरूप,टी टी जैड के कार्यों को जलाशय से मिलेगा बल   

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: फतेहाबाद तहसील के रेहवली गांव में उटंगन नदी की टेल पर बांध बनाए जाने के लिये सिंचाई विभाग के लोअर खंड आगरा नहर के अधिशासी अभियंता से कार्य योजना बनाये जाने को कहा गया है।इस बांध में उटंगन नदी के अपस्ट्रीम से आने वाले पानी को जहां अन्य बांधें की तर्ज पर संग्रहित रखने का कार्य तो होगा ही साथ ही मानसून कालीन यमुना नदी के उस उफान को भी थामे रखने का कार्य भी होगा जो कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के  कारण उटंगन नदी में पहुंच जाता है।

उल्लेखनीय है कि यमुना नदी जब भी केन्द्रीय जल आयोग के  जवाहर पुल(आगरा) स्थित लो फ्लड मार्क को पार करती है ,उटंगन नदी में यमुना नदी का पानी अरनौटा रेलवे पुल तक बैक मारता है।प्रत्येक मानसून काल में यह स्थिति न्यूनतम तीन बार तो जरूरत होती है।

जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.मंजू भदौरिया ने अधिशासी अभियंता को लिखे पत्र में बांध बनाये जाने की कार्य योजना शीघ्रता से बनाये जाने को कहा है,जिससे कि इसकी फंडिंग के कार्य को तेजी के साथ प्रयास किया जा सके।

डा.भदौरिया ने सिविल सोसायटी ऑफ आगरा को बताया कि सिंचाई विभाग से कार्ययोजना बनवा लिये जाने के बाद अन्य औपचारिकताओं को भी तेजी के साथ पूरा करवाने को जुटेगी। उनकी कोशिश होगी कि केन्द्रीय जल आयोग के अधिकारियों और राज्य के  भूजल गर्भ  विभाग (Uttar Pradesh Ground Water Department) के साथ इस योजना का इस योजना पर चर्चा हो जाये।उन्होंने कहा कि इस बांध के पानी की उपयोगिता बटेश्वर धाम के सामने यमुना नदी में बनी रहने वाली न्यून डी ओ.और अमोनिया की असंतुलित स्थिति में सुधार को दृष्टिगत भी काफी उपयोगी है।

डा.भदौरिया ने कहा कि  रेहावली डैम बनते ही फतेहाबाद और शमशाबाद टाउनों को मीठे पानी की सप्लाई किया जाना संभव होगा।एक जानकारी में उन्होंने बताया कि योजना से संबंधित तथ्य पत्र को वह स्वयं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी को पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस (25 दिसंबर 2023) को उनके बटेश्वर आगमन के अवसर पर दे चुकी हैं और उपरोक्त तथ्य पत्र को बाद में  आधिकारिक रूप से भी सिंचाई विभाग को प्रेषित करवाया हैं। एक जानकारी में उन्होंने बताया कि यह कार्य जल शक्ति मंत्रालय की नीतियों और ताज ट्रेपेजियम के कार्यक्रम के अनुरूप है।

रिपोर्ट- असलम सलीमी