अभिभावक हितों की रक्षा के लिए आंदोलन: टीम पापा



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा : प्रोग्रेसिव एशोसिएशन ऑफ पेरेंट्स-टीम पापा की रविवार को कोर कमेटी की बैठक शहीद स्मारक संजय पैलेस में हुई, बैठक की अध्यक्षता अरुण मिश्रा ने की।

बैठक में मंथन करते हुये अमर सिंह सेंगर ने कहा बहुत से स्कूल खुल चुके हैं, बहुत से कल से खुल रहे है, लगातार अभिभावकों के साथ निजी विद्यालय आर्थिक शोषण कर रहे हैं इसे रोकना होगा ।

प्रवीण सक्सेना ने कहा कि बड़े दुःख की बात है मीडिया में लगातार अभिभावकों की पीड़ा बताई जा रही है पर शिक्षा विभाग मौन है अविभावक हितों की रक्षा के लिए संघर्ष आवश्यक है।

शोभित जेतली व दीपक वर्मा ने भी आंदोलन के लिए समर्थन देते हुये कहा कि अभिभावकों के शोषण की जानकारी होने पर भी विद्यालयों के खिलाफ कोई कार्यवाही न होना प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।

टीम पापा के संस्थापक / संरक्षक मनोज शर्मा ने अभिभावक शोषण मुक्ति के लिये शंखनाद करते हुए कहा है कि टीम पापा पिछले 3 वर्षों से लगातार निजी विद्यालयों की कमीशन खोरी के तहत अभिभावकों पर होने वाले आर्थिक शोषण के वारे में प्रशासन को अवगत करा रही है पर उत्तर प्रदेश 2018 विनिनियम आदेश को, निजी विद्यालय हवा में उड़ाते आ रहे है, पर न शिक्षा विभाग न प्रशासन न शाशन किसी ने भी इन निजी विद्यालयों की मनमानियों को रोकने का काम नही किया,किसी भी विद्यालय पर आज तक कोई कार्यवाही नही हुई है, यह बहुत ही शर्मनाक है, टीम पापा कल से अपना आंदोलन शुरू करती है, आंदोलन के तहत मेरा सभी अभिभावकों से अनुरोध है आंदोलन के शुआति दौर में हम बिना  भीड़ के ही आंदोलन करेंगे, इसलिए सभी अभिभावकों से अनुरोध है कृपया भीड़ न जुटाये , निजी विद्यालयों की मनमानियों पर अंकुश लगाने के आदेश न आने तक आंदोलन के पहले चरण में,आदर्श आचार सहिताः अनुपालन करते हुए में अकेले ही जिलाधिकारी कार्यालय से बहार , महात्मा गांधी मार्ग से धाकरान चौराहे से होते हुए रावली पूल से होते हुये वापिस महात्मा गांधी मार्ग पर लगातार दंडोति परिक्रमा करूँगा,यदि इस दौरान प्रशासन ने कमीशनखोर स्कूलों के खिलाफ उचित कार्यवाही नही की तो निरन्तर परिक्रमा देते हुए ही, 24 घंटे बाद आंदोलन का दूसरा चरण घोषित किया जायेगा, दण्डवत परिक्रमा के दौरान यदि कोई दुर्घटना होती है तो इसके लिए प्रशासन का ढुलमुल रवैया एवम कमीशन खोर विद्यालय प्रबंधन तंत्र जिम्मेदार होंगे।

रिपोर्ट-असलम सलीमी