मंगल कलश यात्रा से पावन हुईं बल्केश्वर कॉलोनी की राहें



कैला देवी मंदिर पार्क में दिव्य श्रीमद् भागवत कथा हुई शुरू

मन की वासनाओं से मुक्त होना ही मोक्ष है: व्यास जी दिलीप त्रिपाठी

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। मन की वासनाओं और लोभ आदि बंधनों से मुक्त होना ही मोक्ष है। भागवत केवल मरना ही नहीं,जीना भी सिखाती है।भागवत की गंगा हमारे तन और मन दोनों को पवित्र करती है।

यह उद्गार कैला देवी मंदिर पार्क बल्केश्वर में आयोजित दिव्य श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ पर शनिवार को कथा व्यास श्री दिलीप त्रिपाठी जी ने व्यक्त किए। वे भागवत के महात्म्य का वर्णन कर रहे थे। 

500 कलशों ने मन मोहा:

इससे पूर्व जनक पार्क कमला नगर से प्रारंभ होकर केला देवी मंदिर पार्क कथा स्थल तक विशाल और भव्य कलश यात्रा निकाली गई।  

श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते सुसज्जित बग्घी पर विराजमान कथा व्यास श्री दिलीप त्रिपाठी जी पुष्प वर्षा करते श्रद्धालु, ढोल नगाड़ों की गूँज, भजनों की सुमधुर स्वर लहरी बिखेरते बैंड वादक, राधे राधे के जयकारे और सर पर कलश रखकर चलती पांच सौ श्रद्धालु महिलाओं के साथ साथ सर पर भागवत पुराण को धारण कर चलते मुख्य यजमान भारद्वाज परिवार इस अद्भुत नजारे को जिसने भी देखा, वह अपलक देखता रह गया।  

कथा की गंगा में लगाएँ डुबकी :

आगरा के प्रमुख समाजसेवी पार्षद मुरारी लाल गोयल "पेंट"ने कलश यात्रा का संचालन किया। पार्षद मुरारी लाल गोयल ने इस अवसर पर शहर वासियों से कथा की गंगा में डुबकी लगाकर लाभान्वित होने की अपील की। 

गौरतलब है कि कथा का समय दोपहर 3:00 से 6:00 बजे तक है। रविवार को दूसरे दिन राजा परीक्षित जन्म एवं सुखदेव जी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा के प्रसंग का वर्णन किया जाएगा।