"ताजिए" हुए सुपुर्द-ऐ- खाक



जुलूस में ताजियेदार राष्ट्रीय ध्वज भी  साथ लेकर चल रहे थे

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

 आगरा : हज़रत इमाम हुसैन की शहादत के अवसर पर आगरा का प्रसिद्ध फूलों का ताजिया एवं तमाम शहर के ताजिये न्यू आगरा कर्बला में सुपुर्दे -ए-खाक कर दिये गये।

पाय चौकी दबकईयान कटरा से फूलों का ताजिया उठाया गया। उसके पश्चात शहर के सभी ताजिये,फूलों के ताजिये के पीछे चले। हुसैन से अकीदत रखने वाले ताजियों के साथ नारे लगाते,मातम मनाते हुए चल रहे थे। या हुसैन.. या हुसैन हम न हुए। नारों की सदा चारो तरफ गूंज रही।

 जुलूस में ताजियेदार राष्ट्रीय ध्वज भी साथ लेकर चल रहे थे।

 करीब दो-तीन हज़ार ताजिये कर्बला में सुपुर्दे खाक किये गये।

 हर जगह सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस तैनात रही। हजरत मोहम्मद सहाब के नवासे हज़रत इमाम हुसैन ने शहादत दी थी । योमे अशरा पर इस्लाम को बचाने और एक हक़ इंसाफ के लिये कुर्बानी दी। उनकी शहादत को लेकर उनकी याद में मोहर्रम मनाया जाता है। जगह-जगह घरों में ताजिये रखे गये और सबीले लगाई गई व लंगर वितरण किया गया।

रिपोर्ट- असलम सलीमी।