हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा : 14 अगस्त,हज़रत सैय्यदना अमीर अबुल उलाह का 385 वॉ उर्स मे बुद्ध को मज़ार शरीफ गुस्ल,संदलमाली व चादर पोशी कार्यक्रम किए गये। मज़ार शरीफ का गुस्ल सज्जादानशीन व मुतवल्ली हज़रत सैय्यद मोहतशिम अली अबुल उलाई द्वारा परम्परा अनुसार नायब सज्जादगान हज़रत सैय्यद विरासत अली अबुल उलाई, हज़रत सैय्यद इशाअत अली अबुल उत्लाई, हज़रत सैय्यद कैफ अली अबुल उलाई व परिवारजनों सहित कराया गया और संदल व चादर शरीफ पेश कर दरबार-ए- सैय्यदना सरकार में मुल्क के अमन चैन एकता व भाईचारे की दुआ की गई।
सैय्यद मोहतशिम अली अबुल उलाई के अनुसार हज़रत सैय्यदना अमीर अबुल उत्लाह रह. के दादा हज़रत ख्वाजा अमीर अब्दुल सलाम रह. ने अपने पूरे परिवार के साथ समरकन्द को छोड़कर अकबरे आज़म के शासनकाल में हिन्दुस्तान पर कदम रखे। सफर के वक़्त हज़रत अमीर अब्दुल सलाम रह. ने खुदा के हुक्म में कस्बए नरेला (दिल्ली के पास) में कुछ रोज़ आराम किया और उसी कस्बे में इस्लामी हिजरी 990 में हुजूर पुरनुर हज़रत सय्यदना की पैदाइश वजूद (अस्तित्व) में आई।
रिपोर्ट - असलम सलीमी।