अंतरराष्ट्रीय स्तर पर,भारतीय सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं पं.बनवारी महाराज


हिन्दुस्तान वार्ता। डॉ.गोपाल चतुर्वेदी

वृन्दावन : रमणरेती क्षेत्र स्थित विश्व सेवा धाम आश्रम के संस्थापक,अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास,ब्रज लोक गायक, संगीताचार्य पंडित बनवारी महाराज 4 माह से भी अधिक समय तक अमेरिका, जर्मनी, हॉलैंड, नॉर्वे व ब्रिटेन आदि देशों में धर्म प्रचार कर अपने गृह नगर श्रीधाम वृन्दावन वापिस आ गए हैं। यहां उनका कई धार्मिक,आध्यात्मिक एवं समाजसेवी संगठनों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। साथ ही उनके स्वस्थ्य,उज्जवल व समृद्ध जीवन की मंगल कामना की गई।

ब्रज लोक गायक,संगीताचार्य पंडित बनवारी महाराज ने बताया है कि वे अपनी इस धार्मिक यात्रा में 24 अप्रैल सन् 2024 को अमेरिका गए थे। वहां पर उन्होंने कैलिफोर्निया के "लक्ष्मी नारायण मन्दिर" व एप्पल वैली के "कृष्णा टैंपल" में भजन संध्या,माता की चौकी,भक्त चरित्र व प्रवचन आदि के कार्यक्रम दिए।इसके अलावा वहां की चमकौर गिरि स्थित माता के मंदिर पर श्रीराम कथा भी कही।जिसको कि अत्यधिक सहारा गया।

उन्होंने बताया कि उन्हें जर्मनी के "हिन्दू टैंपल" में अफगानी हिन्दू सौसाइटी के द्वारा भक्त चरित्रों पर प्रवचन देने के लिए भी आमंत्रित किया गया।जिसका श्रवण वहां के लोगों ने अत्यंत भाव-विभोर होकर किया।

संगीताचार्य पंडित बनवारी महाराज ने कहा है कि वर्घिंघम (लंदन) के "गीता भवन" व साउथाल (लंदन) के "विश्व हिन्दू टैंपल" में उन्होंने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आयोजित नंदोत्सव में भी अपने सुपुत्र चिरंजीव आचार्य पण्डित प्रशांत प्रियदर्शन (साउथाल, लंदन) के साथ संयुक्त रूप से भजन संध्या, मीरा बाई की नृत्य नाटिका व सूरदास चरित्र आदि की अत्यंत चित्ताकर्षक व मनोहारी प्रस्तुतियां दीं।जिनके दर्शन व श्रवण से वहां के असंख्य लोग लाभान्वित हुए।

उन्होंने बताया है कि उनकी यह विदेश यात्रा 4 माह से भी अधिक समय के बाद 9 सितंबर 2024 को पूर्ण हुई।पिछले वर्षों की तुलना में संपन्न हुई यह दीर्घ धार्मिक यात्रा अद्भुत, अकल्पनीय, अवर्णनीय व अत्यंत लोक कल्याणकारी रही।

ज्ञात हो कि संगीताचार्य पंडित बनवारी महाराज श्रीधाम वृन्दावन में स्वयं द्वारा संस्थापित विश्व सेवा धाम आश्रम के माध्यम से समूचे देश में धर्म व अध्यात्म का प्रचार-प्रसार कर असंख्य व्यक्तियों का कल्याण कर रहे हैं। वे न केवल श्रीधाम वृन्दावन के अपितु समूचे विश्व के गौरव हैं।उनके द्वारा भजन गायन के अलावा श्रीमद्भागवत कथा,श्रीराम कथा, श्रीभक्तमाल कथा एवं रासलीला व रामलीला आदि के भी कार्यक्रम दिए जाते हैं। साथ ही उनके द्वारा प्रस्तुत मां भगवती जागरण,माता की चौकी, मयूर नृत्य, चरकुला नृत्य व फूलों की होली आदि के कार्यक्रम अत्यंत आकर्षण का केंद्र होते हैं। वे अबतक यूएस ए, यूके, जर्मनी, डेनमार्क, हॉलैंड, नॉर्वे, स्पेन, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, मॉरीशस व नेपाल आदि देशों में भी अपने सघन कार्यक्रम दे चुके हैं।जिनको कि अत्यधिक सराहा गया है। महाराजश्री अबतक कई अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में सहभागिता कर चुके हैं।उनकी सहजता, सरलता, उदारता व मधुर आवाज प्रत्येक व्यक्ति को अत्यन्त आकर्षित करती है।भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. शंकर दयाल शर्मा, विभिन्न धर्म ग्रंथों के प्रकांड विद्वान स्व. रामचंद्र केशव महाराज (डोंगरेजी महाराज) व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री स्व. कन्हाई चित्रकार आदि इनके जबरदस्त प्रशंसक थे। ऑल इंडिया रेडियो के "ए-ग्रेड" कलाकर पण्डित बनवारी महाराज अबतक "जी टीवी" के "सा रे गा मा" आदि के कार्यक्रमों में कई बार प्रस्तुतियां दे चुके हैं। "टी-सीरीज" व "वीनस" आदि प्रख्यात म्यूजिक कंपनियों के द्वारा उनके भजनों की वीसीडी व डीवीडी रिलीज हो चुकी हैं।साथ ही उनके द्वारा स्वरचित भजनों की कई पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।