ट्रेनिंग के दिनों की स्मृतियों में खाेए पूर्व सैनिक बोले,मिट्टी को उठाकर वायुसेना ने बना दिया सोना


− देशभर से पुनर्मिलन समारोह में शामिल होने आगरा आए पूर्व वायु योद्धा 

− भारतीय वायुसेना के ई 5−12:5 जीटीएस के पूर्व सैनिकों ने आयोजित किया अखिल भारतीय समारोह  

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। उत्साह,उमंग लेकिन अनुशासन की गरिमा का रंग छाया दिखा जब करीब चार दशक बाद पूर्व वायु सैनिक फिर से एक बार मिले और स्मृति के गलियारों में खाे गए। 

शनिवार को संजय प्लेस स्थित यूथ हॉस्टल,पूर्व वायु योद्धाओं की स्मृतियों को सहेजने का गवाह बना। भारतीय वायु सेना के ई 5−12: 5 जीटीएस के पूर्व सैनिकों का अखिल भारतीय पुर्नमिलन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां भारती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। 

40 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद दोबारा से एकत्र हुए पूर्व वायु सैनिकों के चेहरे पर उम्र के अनुभव की चमक थी तो फिर से साथियों के साथ बतियाने की दमक भी दिख रही थी। पुणे,कर्नाटक,मध्य प्रदेश,दिल्ली,हरियाणा,महाराष्ट्र, फतेहपुर,लखनऊ आदि प्रदेश और शहरों से पहुंचे पूर्व वायु योद्धा अपने−अपने अनुभवों को एक दूसरे से साझा करते रहे। 

कार्यक्रम संयोजक हरीश कुमार सिंह भदौरिया ने बताया कि भारतीय वायु सेना मिट्टी को उठाती है और आकार देती है। वायु सेना की ट्रेनिंग हमें 16 से 19 वर्ष की आयु में मिली थी,किंतु जीवनभर याद रही।  

मेजर जनरल राम गोपाल राम तिवारी ने कहा कि सभी साथी बैंगलुरु के ग्राउंड ट्रेनिंग स्कूल नंबर 5 की इलैक्ट्रोनिक स्ट्रीम 12 के वर्ष 1979 का बैच के हैं। ट्रेनिंग स्कूल से मिले प्रशिक्षण के कारण ही हम उच्च पदों पर आसीन हुए और देशसेवा में योगदान के लिए पात्र बने। 

दिल्ली से आए जितेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि ट्रेनिंग के बाद हम सभी की तैनाती अलग−अलग स्थानों में हुई थी। अलग−अलग वायुयानों पर काम किया किंतु उद्देश्य और जज्बा एक ही रहा। देशसेवा और देश के प्रति समर्पण। आज भी ये भाव जीवन का एकमात्र लक्ष्य है। 

कर्नल अजय कुमार दुबे ने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में भी ट्रेनिंग स्कूल से सीखे गए अनुशासन का पालन हम करते हैं। यही वजह कि जीवन की तमाम कठिनाइयों से आसानी से पार पा जाते हैं। 

समारोह में सभी सैनिकों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए काव्य एवं मधुर स्वर की धुन सुशील सरित ने छेड़ी। वरिष्ठ कवि राजेंद्र मिलन ने काव्य पाठ से सभी को मंत्र मुग्ध किया। 

इस अवसर पर अशाेक त्रिपाठी, प्रेमप्रकाश पांडे,राजेंद्र प्रसाद चौरसिया, दिनेश कुमार त्रिपाठी,अमरीश कुमार जायसवाल, बृजमोहन वर्मा, अजीत कुमार राय, फ्लाइट लेफ्टिनेंट केशवानंद सिंह, प्रेम कुमार शुक्ला, प्रदीप कुमार राजपूत,अशाेक कुमार सिंह,सतीश चंद्र शुक्ला आदि परिवार सहित उपस्थित रहे।