सनातन संस्कार धाम में हुआ नव संवत 2083 के सनातन पंचांग का विमोचन



हिन्दुस्तान वार्ता। डॉ.गोपाल चतुर्वेदी

वृन्दावन।आनंद वाटिका स्थित सनातन संस्कार धाम में संतों व विद्वानों के द्वारा नव संवत 2083 के सनातन पंचांग का विमोचन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया।

सनातन संस्कार धाम के संस्थापक, राष्ट्रीय प्रवक्ता भागवत भूषण आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने बताया कि उनके द्वारा प्रत्येक वर्ष सनातन पंचांग का निर्माण मथुरा के अक्षांश-रेखांश को लेकर के किया जाता है।

इस पंचांग में तिथि, मुहूर्त, व्रत, पर्व का विस्तृत वर्णन किया जाता है। सनातन पंचांग की विशेषता है कि इसमें सभी व्रत एवं पर्वों को एक तिथि में मनाए जाने का निर्णय दिया जाता है।पंडित बिहारी लाल वशिष्ठ ने कहा कि आचार्य रामविलास चतुर्वेदी के द्वारा यह प्रत्येक वर्ष सनातन पंचांग का निर्माण कर पूरे भारतवर्ष में 18000 पंचांग नि:शुल्क वितरण किए जाते हैं।

श्रीमद्जगतगुरु विष्णु स्वामी विजयराम देवाचार्य महाराज  ने कहा कि सनातन पंचांग समस्त हिंदुओं के लिए बहुत ही उपयोगी है।जिसमें तिथि मुहूर्त के साथ अंक ज्योतिष का भी विस्तार से वर्णन किया गया है।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.गोपाल चतुर्वेदी एवं आचार्य बद्रीश महाराज ने कहा कि यह पंचांग पूरे भारतवर्ष में सभी प्रमुख मंदिरों पर सनातन संस्कार सेवा संस्थान के द्वारा वितरित किया जाता है।महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज एवं धर्म रत्न स्वामी बलरामाचार्य महाराज ने कहा कि सनातन संस्कार धाम के तत्वावधान में जिस प्रकार से पंचांग का निर्माण कर समाज को एक सरल और श्रेष्ठ व्रत पर्व तथा सनातन संस्कृति को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है,यह बहुत ही श्रेयकर है। भागवताचार्य चतुरनारायण पाराशर एवं महामंडलेश्वर स्वामी डॉ.आदित्यानंद महाराज ने कहा की आचार्य रामविलास चतुर्वेदी समाज के कार्यों में सदैव तत्पर रहते हैं।उनके द्वारा समाज हित में जो भी कार्य किए जा रहे हैं, उससे असंख्य व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं और हो रहे हैं।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज,आचार्य ईश्वरचंद्र रावत,डॉ.राधाकांत शर्मा,गुलशन चतुर्वेदी, जितेंद्र चतुर्वेदी, ब्रजेश चतुर्वेदी, गजेंद्र चतुर्वेदी, सिद्धार्थ शास्त्री, हरिवल्लभ शास्त्री एवं अनिल शास्त्री आदि की उपस्थिति विशेष रही।