हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा : 01 मार्च,शहर की लोकप्रिय संस्था 'संकेत' सामा० साहि०एवं संस्कृति प्रसार समिति,आगरा द्वारा कुँवर कॉलोनी,खंदारी स्थित संजीव माहेश्वरी (सी०ए०) के आवास पर ब्रजभाषा संगोष्ठी की गई। संगोष्ठी में अवसर पर "वर्तमान सन्दर्भ में ब्रजभाषा की प्रासंगिकता" पर एक परिचर्चा और ब्रजभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा० बी०आर० अम्बेडकर विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबन्धन संस्थान के निदेशक और प्रो० डा० लवकुश मिश्रा एवं सभापति साहित्य साधक डा० राजेंद्र 'मिलन',वरिष्ठ पत्रकार आदर्श नंदन गुप्ता उप-सभापति के रूप में उपस्थित थे। आयोजन के विशिष्ठ अतिथि संस्कार भारती के समन्वयक राज बहादुर सिंह 'राज' रहे। मुख्य वक्ता आर०बी०एस० कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डा० सुषमा सिंह,विशिष्ठ वक्ता ब्रज साहित्याकर व भाषाविद् डा० ब्रज बिहारी 'बिरजू' , स्वागताध्यक्ष रामेन्द्र शर्मा 'रवि' और संयोजक 'संकेत' संस्था के सचिव और वरिष्ठ साहित्यकार डा० राजीव शर्मा 'निस्पृह' रहे।
मुख्य अतिथि डा०लवकुश मिश्रा ने आगरा के पर्यटन और विकास में ब्रजभाषा की महत्ता पर ज़ोर दिया। आदर्श नंदन गुप्ता ने शहर में ब्रजभाषा के कार्यक्रमों को किये जाने की आवश्यकता की बात कही।
इस अवसर पर सभी पदाधिकारी व कवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। डा० ब्रज बिहारी 'बिरजू' एवं डा० सुषमा सिंह ने ब्रजभाषा का इतिहास एवं ब्रजभाषा के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। डा०राजेंद्र 'मिलन' ने आगरा को माथुरा-वृन्दावन की तरह ब्रजभाषी क्षेत्र बनाने पर ज़ोर दिया। इसके पश्चात कार्यक्रम के दूसरे सत्र में शहर के कवि श्री सुशील 'सरित', रमा वर्मा, डा० शेषपाल सिंह 'शेष', निशिराज,राज फौजदार, रवीन्द्र वर्मा, डा० शुभदा पाण्डेय, योगेश शर्मा 'योगी', प्रभुदत्त उपाध्याय, हरीश भदौरिया, उमाशंकर आचार्य, रेणु उपाध्याय, रामाअवतार शर्मा, डा० महेश धाकड़ उपस्थित रहे। साथ ही कार्यक्रम का संचालन श्री राकेश 'निर्मल' ने किया। विदुर अग्निहोत्री,हार्दिक राजवंश, तनीषा शर्मा का विशेष सहयोग रहा।
रिपोर्ट - असलम सलीमी