हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा,17 अप्रैल,ईसाई धर्म में अत्यंत पवित्र माने जाने वाले सप्ताह के अंतर्गत मनाए जाने वाले पवित्र बृहस्पतिवार के अवसर पर शहर के विभिन्न गिरजाघरों में प्रभु यीशु मसीह के दुःखभोग और सेवाभाव की स्मृति में भव्य प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर निष्कलंक माता महागिरजाघर,आगरा में विशेष धर्मसभा में महाधर्माध्यक्ष डॉ.राफी मंजलि ने विश्वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि “ईसा मसीह की शिक्षाएं आज भी मानवीय मूल्यों को प्रेरणा देने वाली हैं। उन्होंने अपने शिष्यों के पैर धोकर सेवा और विनम्रता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया,जिससे हमें आत्मत्याग और प्रेम से जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है।
सेंट मेरीज़ चर्च,प्रतापपुरा के फादर जोसफ डाबरे ने मुख्य पूजा सम्पन्न कराई तथा बाइबिल से पवित्र पाठ पढ़ते हुए बृहस्पतिवार के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को विस्तार पूर्वक समझाया। इसके उपरांत फादर लॉयड लोबो ने प्रभु यीशु की परंपरा को निभाते हुए बारह लोगों के पैर धोए और सभी श्रद्धालुओं से विनम्रता एवं सेवाभाव अपनाने का अनुरोध किया।फादर संतोष,फादर जॉन भी उपस्थित थे।
सेंट पैट्रिक्स चर्च (छावनी) और सेंट थॉमस चर्च (शास्त्रीपुरम) में भी धार्मिक विधियों के अंतर्गत प्रभु के अंतिम भोज की स्मृति में परमप्रसाद की स्थापना, शिष्यों के पैर धोने की परंपरा तथा दुःखभोग की घटनाओं का स्मरण कराया गया। इन सभी चर्चों में विशेष रूप से गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता के लिए दान एकत्र किया गया,जिसे सामाजिक सेवा के लिए प्रयोग में लाया जाएगा।
क्रिश्चियन समाज सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 अप्रैल को ‘गुड फ्राइडे’ के रूप में मनाया जाएगा जो ईसाई धर्म में रोजा और परहेज का विशेष दिन है। यह उपवास सभी वयस्क विश्वासियों के लिए आवश्यक है। इस दिन दोपहर 3 बजे से चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा एवं सायंकाल ‘क्रूस का रास्ता’ का आयोजन किया जाएगा। श्री अलविन सिल्वेरा ने सभी विश्वासियों से पाप स्वीकार संस्कार में भाग लेने और स्वेच्छा से दान देने का आह्वान किया।
रिपोर्ट -असलम सलीमी