- त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के अंतर्गत शमसाबाद में हुआ जिला स्तरीय आयोजन
- उमड़ा जन सैलाब,जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.मंजू भदौरिया थीं कार्यक्रम संयोजक
- जीआर कॉस्मिक स्कूल,शमसाबाद में हुआ भव्य जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा। पुण्यश्लोक राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी स्मृति वर्ष के अंतर्गत सोमवार को जीआर कॉस्मिक स्कूल,धमेना रोड,शमसाबाद में भव्य जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह थे,जिन्होंने लोकमाता अहिल्याबाई के व्यक्तित्व को भारत की सांस्कृतिक आत्मा बताया।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि 300 वर्ष पूर्व जब विदेशी आक्रांताओं से भारत की सांस्कृतिक नींव हिल रही थी,तब अहिल्याबाई होल्कर ने काशी,अयोध्या, सोमनाथ जैसे धरोहर स्थलों का पुनर्निर्माण कर भारतीय संस्कृति की रक्षा का अभूतपूर्व कार्य किया। वे केवल एक शासक नहीं, बल्कि धर्म और न्याय की मूर्तिमान प्रेरणा थीं।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश और उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण हो रहा है। चाहे अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण हो या बटेश्वर में बनने वाला डिजिटल म्यूजियम,यह सब लोकमाता की परंपरा का ही पुनर्पाठ है।
कार्यक्रम संयोजक एवं जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.मंजू भदौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि आज की महिलाएं अहिल्याबाई होल्कर से नेतृत्व,सेवा और संवेदनशीलता की प्रेरणा ले सकती हैं। उनका जीवन सामाजिक समर्पण और कर्तव्यपरायणता की अनुपम मिसाल है। आज देश विकास और विरासत दोनों को साथ लेकर आगे बढ़ रहा है। जब इन दोनों को साधा जाएगा,तभी भारत पुनः विश्वगुरु बनेगा।
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत पौनिया ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर का जीवन "धर्मो रक्षति रक्षित:" का जीवंत उदाहरण है। उनका जीवन दर्शन, न्यायप्रिय शासन और सनातन मूल्यों के प्रति समर्पण आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
विधायक छोटे लाल वर्मा ने राजमाता अहिल्याबाई होल्कर को नारी नेतृत्व, धर्म और सुशासन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर का जीवन हमें सिखाता है कि सेवा और संस्कार के माध्यम से शासन भी जनकल्याणकारी बन सकता है।
पूर्व विधायक डॉ.राजेंद्र सिंह ने राजमाता के योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करते हुए कहा कि राजमाता अहिल्याबाई केवल मालवा की नहीं, बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष की सांस्कृतिक धरोहर थीं। उन्होंने धार्मिक एवं सांस्कृतिक केंद्रों के संरक्षण में जो भूमिका निभाई,वह आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जनक सिंह बघेल ने की। जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा पंकजा शर्मा, पूर्व मंत्री रामसकल गुर्जर, पूर्व विधायक काली चरण सुमन, प्रदीप भाटी, ठाकुर धनवीर सिंह तोमर आदि सहित कार्यशाला में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, पूर्व एवं वर्तमान ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य सहित हजारों की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
उमड़ा जन सैलाब :
शमशाबाद क्षेत्र के सैकड़ो गांवों से हजारों लोग कार्यशाला में पहुंचे थे। बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं ने राज माता अहिल्याबाई होल्कर के आदर्श से प्रेरणा ली।