आने वाली पीढ़ियां योगी आदित्यनाथ जी के कार्यों को उसी तरह स्मरण करेंगी,जैसे आज हम लोकमाता को याद करते हैं : उप राष्ट्रपति



मुख्यमंत्री उ.प्र.श्री योगी आदित्यनाथ जी ने पुण्य श्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान- 2025 के अंतर्गत जीआईसी मैदान आगरा में जनसभा को किया संबोधित

प्रेरणा मूर्ति हैं वीरांगना अहिल्याबाई होल्कर : उपराष्ट्रपति

महारानी अहिल्याबाई होल्कर की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान- 2025 के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए उप राष्ट्रपति

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा : 1 जून,मुख्यमंत्री उ.प्र.योगी आदित्यनाथ जी,पुण्य श्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान- 2025 के अंतर्गत जीआईसी मैदान आगरा में विशाल जनसभा को संबोधित करने हेतु,खेरिया सिविल एयरपोर्ट आये। जहां जनपद के जनप्रतिनिधियों तथा मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह,जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी, पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।

तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने एयरफोर्स स्टेशन पहुंचकर महामहिम उपराष्ट्रपति भारत गणराज्य जगदीप धनखड़ जी के सपत्नीक आगमन पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।

कार्यक्रम स्थल जीआईसी मैदान पहुंचकर सर्व प्रथम ’एक पेड़ मां के नाम’अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण कर मुख्यमंच पर पहुंचे तथा लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि दी।

कार्यक्रम संयोजक केंद्रीय राज्य मंत्री मंत्री प्रो.एस.पी.सिंह बघेल जी ने मा.उपराष्ट्रपति,मा.मुख्यमंत्री तथा अन्य सभी विशिष्ट अतिथियों को पटका पहनाकर व पुण्य श्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की कांस्य प्रतिमा प्रदान कर भव्य स्वागत किया गया।

जनसभा का शुभारंभ राष्ट्रगान जनगणमन के साथ हुआ,जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो.प्रो.एस.पी.सिंह बघेल जी ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी के जीवन तथा उनके कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा कहा कि जो समाज अपने पुरखों का सम्मान नहीं करता उसे सत्ता और समाज में भी सम्मान नहीं मिलता, पुरखे भी लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर हों जिन्होंने 12 हजार से अधिक मंदिरों, घाटों, प्याऊ, धर्मशालाएं बनाई तथा आक्रांताओं द्वारा तोड़े गए मंदिरों का जीर्णोद्धार कर धार्मिक, सांस्कृतिक आस्थाओं को पुनर्जीवित किया,महिला शिक्षा हो या न्याय की स्थापना लोक माता अहिल्याबाई होल्कर जी ने सनातन धर्म के लिए कार्य किया ऐसे पुरखे व महापुरुष सर्व समाज के होते हैं।

लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के गांव उनके मायके महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चोंडी गांव से पधारे तथा सभापति विधानपरिषद महाराष्ट्र श्री राम शंकर राव शिंदे ने भी लोक माता अहिल्याबाई होल्कर के बारे में बताया तथा कहा कि अभी अहमदनगर का नाम अहिल्याबाई के नाम पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषणा की गई है, लोकमाता ने सिर्फ मालवा क्षेत्र के लिए नहीं संपूर्ण भारत में तीर्थस्थानों को पुनः बनाया।

जनसभा को महामहिम राज्यपाल हरियाणा बंडारू दत्तात्रेय जी, पूर्व उप मुख्यमंत्री गोवा  चंद्रकांत बाबू कावलेकर द्वारा भी संबोधित किया गया।

प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जीआईसी मैदान, आगरा में विशाल जनसभा में अपने सम्बोधन का शुभारम्भ वन्दे मातरम,भारत माता की जय तथा लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की जय के उदघोष के साथ किया। मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस भव्य समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जिनका पावन सानिध्य और मार्गदर्शन हम सबको मिला,ऐसे हमारे देश के महामहिम उपराष्ट्रपति श्री जगदीश धनखड़ जी, उपराष्ट्रपति जी की धर्मपत्नी डा0 श्रीमती सुदेश धनखड़ जी, राज्यपाल हरियाणा श्री बंगारू दत्तात्रेय जी, कार्यक्रम के आयोजक,केंद्रीय मंत्री प्रो0 एस.पी. सिंह बघेल जी,महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति श्रीराम शंकर राव शिंदे जी, सांसद श्री वी0के0 पार्थसार्थी जी, सांसद श्री बासतपति नागराजू जी, पूर्व डिप्टी सीएम गोवा श्री चंद्रकांत बाबू कावलेकर जी, इस कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री हरि सिंह जी और उपस्थित प्रदेश सरकार में मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगीगण,  सांसद,विधायक,हमारे अन्य सम्मानित जनप्रतिनिधि,उपस्थित पाल बघेल समाज से जुड़े हुए सभी मेरे बहन और भाइयों,यह ब्रजभूमि है,आगरा की ऐतिहासिक धरती पर,जिसे भगवान बांके बिहारी और कृष्ण कन्हैया का सानिध्य प्राप्त हुआ था और निरंतर उनके आशीर्वाद की कृपा पूरे बृज क्षेत्र में बरसती है,आज इस पावन धरा पर भारत गणराज्य के महामहिम उपराष्ट्रपति जी का इस समारोह में आगमन हुआ है, मैं सबसे पहले प्रदेश सरकार की ओर से तथा आप सभी जनता जनार्दन की ओर से आदरणीय उपराष्ट्रपति जी का हृदय से स्वागत करता हूं,अभिनंदन करता हूं।

उन्होंने कहा कि आदरणीय डा0 श्रीमती सुदेश धनखड़ जी का भी आगमन और उनका सानिध्य भी हमें प्राप्त हो रहा है, इस अवसर पर उनके आगमन पर उनका भी हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं, हरियाणा के राज्यपाल महोदय, पूर्व केंद्रीय मंत्री बंगारू दत्तात्रेय जी, आज उनका मार्गदर्शन यहां पर प्राप्त हुआ है। इस समारोह को महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति श्री राम शिंदे जी का और अन्य जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है, इन सभी सम्मानित अतिथियों का उत्तर प्रदेश आगमन पर और इस समारोह में जो लोक माता के लिए समर्पित है उन सभी का मैं हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने राष्ट्र नायकों के प्रति हमारा उत्तरदायित्व क्या है व क्या कर्तव्य हैं तथा हमें क्या करना चाहिए,यह समारोह इसका एक उदाहरण है। यह समारोह लोक माता को समर्पित है, वे मालवा क्षेत्र की महारानी थीं, जिसका क्षेत्रफल मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ अंचलों में था,लेकिन मालवा साम्राज्य के बाहर अखिल भारतीय दृष्टि डालकर के उन्होंने भारत के विरासत के लिए,भारत की सांस्कृतिक विरासत की वास्तविक पहचान करने के लिए मुगल काल खंड में भारत की अस्मिता और अस्तित्व के प्रतीक आस्था के प्रतीक जिन पवित्र मंदिरों को विदेशी आक्रांताओं ने नष्ट-भ्रष्ट कर दिया था,उनकी पुनर्स्थापना का कार्य करने के लिए लोकमाता द्वारा जो महत्वपूर्ण कार्य आज से ढाई सौ वर्ष पहले किया था,उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का यह समारोह है। उन्होंने कहा कि लोक माता की त्रिशताब्दी यानी 300वीं जयंती समारोह का यह महोत्सव है, जब भी समाज अपने नायकों, राष्ट्र के नायकों व नायिकाओं के प्रेरणादाई व्यक्तित्व व कृतित्व से प्रेरणा प्राप्त करके अपने आगे की कार्य योजना बनाता है व प्रेरणा और प्रकाश प्राप्त करता है तो दुनिया की कोई बाधा, कोई ताकत, दुनिया का कोई बैरियर उसके मार्ग में बाधा नहीं बन सकता है और यह लोकमाता का विराट व्यक्तित्व और कृतित्व को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने उस कालखंड में महिला सशक्तिकरण करने के लिए, हस्त शिल्पियों और अन्नदाता किसानों के लिए, युवा शक्ति के लिए, सुरक्षा के लिए और भारत की विरासत को बचाने के लिए जो कार्य किया यह अविस्मरणीय एवं अभिनंदनीय है,भारत की सांस्कृतिक धार्मिक विरासत को बचाने के लिए जो कार्य उन्होंने किया इसमें राजकोष का एक भी पैसा नहीं खर्च किया, इसका खर्च उन्हांने स्वयं के धन तथा उनकी स्वयं की अर्जित सम्पत्ति में से जो आय होती थी, उस धनराशि से जगन्नाथपुरी के मन्दिर का, गया के मन्दिर का,केदारनाथ धाम, रामेश्वरम, काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, उज्जैन के महाकाल आदि मन्दिरों के जीर्णोद्धार का कार्य उन्होंने कराया था, उन्होंने कहा कि मात्र 70 वर्ष के उम्र के जीवन काल में उन्होंने मानवता एवं नारी उत्थान के उल्लेखनीय कार्य किये हैं, आज उनसे प्रेरणा लेकर केन्द्र व प्रदेश सरकार उनके आदर्शों को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मातृ वंदना का कार्यक्रम हो, फिट इंडिया मूवमेंट का कार्यक्रम हो या फिर देश के अंदर स्वास्थ्य के क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को लेकर के यह जितने भी अभियान है या फिर काशी में काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर,अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण या फिर उज्जैन के महाकाल में महाकाल के महा लोक का निर्माण, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के पुर्नाद्धार का कार्य हो या सोमनाथ मंदिर और रामेश्वरम के मंदिरों पर किए जाने वाले नए कार्य यह सभी इस श्रृंखला की अगली कड़ी है, जो भारत की आज की आवश्यकता को एक नई पहचान दिला रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कैसे होनी चाहिए,सुरक्षा का मापदंड क्या होना चाहिए,लोक माता ने तीन सौ वर्ष पहले अपने उसे मालवा साम्राज्य के माध्यम से आत्मरक्षा के जो गुण सिखाए थे,आज जब भारत सर्जिकल स्ट्राइक करता है भारतीय सेना जब एयर स्ट्राइक करती है और जब पहलगाम के बाद पाकिस्तान आतंकवादियों को पालता है तो भारत घुसकर के मारता है,प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में जब भारत के बहादुर जवानों ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करके उसके एयरपोर्ट को तहस नहस करके दुश्मन को झुकने के लिए मजबूर कर दिया था,यह लोकमाता को विराट व्यक्तित्व है,जो 300 वर्ष पहले उन्होंने अपने साम्राज्य के माध्यम से आत्म रक्षा और सुरक्षा के गुण हम सबको सिखाए थे और हमें गौरव की अनुभूति होती है कि लोक माता की त्रिशताब्दी जन्म महोत्सव के समारोह के साथ हम लोगों को जोड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है, लोक माता का यह विराट व्यक्तित्व है।मुख्यमंत्री जी ने उपस्थित जनता को याद दिलाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर पहले एक वो लोग थे जो बड़े-बड़े माफियाओं को पालते थे,कानून व्यवस्था के लिए संकट खड़ा करते थे,तमाम लोगों की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम करते थे और लोकमाता के नाम पर बने डिग्री कालेज का नाम बदल देते थे और आज डबल इंजन की सरकार ने औरैया के मेडिकल कॉलेज का नामकरण लोक माता के नाम पर किया है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जैसे काशी की बनारसी साड़ियां हैं, ऐसे ही लोकमाता ने तीन सौ वर्ष पहले महेश्वर में माहिष्मती साड़ियों को बनाया था उसकी कारीगरी उतनी ही विख्यात है जैसे काशी की रेशम की साड़ियां है, लोकमाता के यह सभी समर्पित हुए कार्य हैं जो आज हम सबको देखने को मिलते हैं, आज भी उनकी स्मृति आमजन में इसी रूप में बनी हुई है और सचमुच उनका कार्य व जीवन अत्यन्त अभिनंदनीय रहा है। उन्होंने कहा कि आज इस पूरे समारोह को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए भारत के महामहिम उपराष्ट्रपति जी यहां पर स्वयं उपस्थित हुए हैं, मैं इस अवसर पर प्रदेश सरकार की ओर से और आप सभी उत्साही आगरा वासियों और फिरोजाबाद तथा आस पास के जनपदों से आए उन सभी बंधुओं की ओर से महामहिम उप राष्ट्रपति जी का और उनके साथ आए हुए अपने सभी सम्मानित अतिथियों का मैं एक बार फिर से लोकमाता की स्मृति को समर्पित त्रिशताब्दी महोत्सव कार्यक्रम में हृदय से स्वागत करता हूं,अभिनंदन करता हूं। 

कार्यक्रम को महामहिम उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती सिर्फ विशेष तारीख और ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि हम सबके लिए जीवन दर्शन है। हमें संकल्प लेना पड़ेगा कि हम उनके आदर्शों पर चलेंगे। लोकमाता कठिन समय में भारत की महान परंपरा की प्रतिनिधि थीं, जहां धर्म-संस्कृति व शासन एक ही धारा में प्रवाहित होते हैं। सोमनाथ गुजरात, काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ, भीमाशंकर, रामेश्वरम, गोकर्ण समेत न जाने कितने मंदिर उनके हाथ से संजीवित हुए,वीरांगना अहिल्याबाई होल्कर हमारे लिए प्रेरणा मूर्ति हैं।  

 उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ जी ने कहा कि संस्कृति का सृजन व संरक्षण बहुत अहम है। आक्रांता औरंगजेब ने क्रूरता से काशी विश्वनाथ पर प्रतिघात-कुठाराघात किया तो उसके 100 वर्ष बाद अहिल्याबाई होल्कर ने दूरदर्शिता दिखाते हुए काशी विश्वनाथ में मंदिर बनाया। वर्तमान परिदृश्य की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि वहां जो चमत्कारी परिवर्तन आया है,उससे पूरा देश अभिभूत है। वहां के मनोरम घाटों का अवलोकन कर आनंद की अनुभूति होती है। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह कार्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। योगी जी ने जो कार्य किए,आने वाली पीढ़ियां सदियों तक याद रखेंगी। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि योगी आदित्यनाथ दूरदर्शी और काम में विश्वास रखते हैं। दिसंबर 2021 में उन्होंने काशी विश्वनाथ में आदि शंकराचार्य व लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया था। जो कार्य लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने किया,वही योगी आदित्यनाथ ने किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की काया पलट दी। काशी विश्वनाथ,अयोध्या के बाद मथुरा में भी कार्य होगा।आने वाली पीढ़ियां योगी आदित्यनाथ के कार्य को उसी तरह स्मरण करेंगी,जैसे आज हम लोकमाता को याद रखते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहाकि संकल्प लें,लोकमाता अहिल्याबाई की तरह हम भी कर्तव्य को धर्म मानेंगे और अधिकारों को सेवा के माध्यम से आगे बढ़ाएंगे। विधि की रचना की  तरह अहिल्याबाई की सोच योगी आदित्यनाथ में भी आ गई है। यूपी की भूमि का सैन्य उत्पादन श्रेष्ठ, यह दुश्मन के कानों में गूंजता रहेगा, भारतीय सेना के पराक्रम को याद करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में दुश्मनों ने कायरता दिखाई, उसका जवाब दिया गया। उन्होंने सीएम योगी को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी भूमि पर सैन्य उत्पादन कितना श्रेष्ठ है, यह दुश्मन के कानों में गूंजता रहेगा। आपके यहां निर्मित ब्रह्मोस ने जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा के ठिकाने में घुसकर उन्हें तबाह किया। ऑपरेशन की सफलता के लिए उप राष्ट्रपति ने भारतीय सेना का अभिनंदन करते हुए कहा कि सेना के पराक्रम के कारण दुश्मन को लोहे के चने चबाने पड़े। सेना ने दुनिया को संदेश दिया कि भारत बदल गया है। भारत आतंकवाद को समाप्त करेगा, जो हम पर हाथ डालेगा, उसे पूरी तरह नष्ट करेंगे। 

उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अपने शासनकाल में यूपी की छवि को पूर्ण रूप से बदल दिया। आज यूपी का मतलब सुशासन व कानून का राज है। बिना कानून के राज के विकास संभव नहीं है। उत्तर प्रदेश अब उत्तम प्रदेश हो गया है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय हैं, भारतीयता हमारी पहचान और राष्ट्रवाद हमारा धर्म है। राष्ट्र सर्वोपरि है। राष्ट्र के लिए जो भी करेंगे, वह कम है। 

उपराष्ट्रपति ने कहा कि मेरा सिर गर्व से ऊपर है,क्योंकि अहिल्याबाई होल्कर भी किसान परिवार से थीं। वे न्यायप्रिय थीं। उन्होंने नारी शक्तिकरण के लिए बहुत उच्च मापदंड रखे। अपनी सेना में महिलाओं की टुकड़ी बनाई। आज के भारत में नारी सशक्तिकरण पराकाष्ठा पर है। संसद व विधानसभाओं में भी नारियों के लिए आरक्षण है। किसानों के लिए अहिल्याबाई होल्कर ने बहुत कुछ किया। किसानों ने ठान रखा है, इसलिए भारत विकसित होगा। 

उन्होंने कहा कि आज का उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत उदाहरण बन गया है। यहां कल्पना से परे चमत्कारिक कार्य हुआ है। इसकी शुरुआत 2014 से हुई, जब नरेंद्र मोदी दी ने काशी को अपना राजनीतिक क्षेत्र चुना। इसमें तेज गति आई 2017 में, जब योगी मुख्यमंत्री बने। इतने वर्षों तक लगातार सबसे बड़े प्रांत का संचालन करने का गौरव योगी आदित्यनाथ को है। महाकुम्भ का आयोजन देख दुनिया आश्चर्य चकित थी। पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति का संदेश गया। 

कार्यक्रम संयोजक केंद्रीय मंत्री व आगरा के सांसद प्रो.एसपी सिंह बघेल ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, उप राष्ट्रपति की पत्नी डॉ.सुदेश धनखड़,महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति प्रो. रामशंकरराव शिंदे, गोवा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रकांत बाबू कावलेकर, सांसद वीके पार्थसारथी, बस्तीपति नागराजू,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मंजू भदौरिया,महापौर श्रीमती हेमलता दिवाकर,विधायकगण पुरूषोत्तम खण्डेलवा,जीएस धर्मेश,श्रीमती रानी पक्षालिका सिंह,छोटेलाल वर्मा ,धर्मपाल सिंह,भगवान सिंह कुशवाह,चौधरी बाबूलाल एवं राकेश गर्ग(दर्जा प्राप्त मंत्री) जिला अध्यक्ष भाजपा प्रशान्त पौनियां, महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे सहित आमजन मौजूद रहे।

रिपोर्ट -असलम सलीमी