टाइम बैंक ऑफ़ इंडिया देगी देहरादून के छात्रों को सेवा और संवेदना का प्रशिक्षण
पूरे देश में 45 और आगरा में तीन छात्र सीखेंगे वरिष्ठ नागरिकों से जीने की कला
अपने लिए से ज्यादा अपनों के लिए कैसे जिएं, सीखेगी युवा पीढ़ी, बुजुर्ग जानेंगे तकनीकी अपडेट रहना
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा। जीवन आदान प्रदान का ही एक रूप है। कल के अनुभव लेकर आज जिएंगे तो आने वाले कल को सुंदर बना सकेंगे। जरूरत है तो सिर्फ थोड़ा समय देने की। इसी ध्येय के साथ गठित देश की एकमात्र टाइम बैंक ऑफ़ इंडिया ट्रस्ट अब कॉलेज के बच्चों को प्रशिक्षण देगा।
टाइम बैंक ऑफ़ इंडिया ट्रस्ट के तत्वावधान में बुधवार को
संजय प्लेस स्थित फ्लेवर रेस्टोरेंट में देहरादून की यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज़ (UPES) के इंटर्न छात्रों के साथ एक विशेष इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जीआईसी आगरा पूर्व प्रधानाचार्य रामनाथ गोविंद थे। उन्होंने छात्रों को जीवन में लक्ष्य प्राप्ति के लिए एकाग्रता की आवश्यकता का सूत्र दिया।
सिटी एडमिन हरीकान्त शर्मा ने बताया कि देहरादून की यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज़ के 45 छात्र टाइम बैंक ऑफ़ इंडिया की विभिन्न शाखाओं में प्रशिक्षण लेंगे। इनमें से बीटेक के तीन छात्र श्रेयांस त्यागी, समीर वर्मा और कृष्णा गुप्ता आगरा में प्रशिक्षण लेंगे।
इंटर्नशिप का ये है महत्व :
संस्था सदस्य पंकज जैन ने बताया कि इस अनूठे इंटर्नशिप कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को बुजुर्गों से जोड़ना, सेवा-भावना को प्रोत्साहित करना और तकनीकी दक्षता के माध्यम से सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देना है। आठ सप्ताह की इस इंटर्नशिप के दौरान छात्र वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों से सीख लेकर आत्मविकास की ओर अग्रसर होंगे। इससे युवा पीढ़ी और वरिष्ठ नागरिकों के मध्य सेतु बनेगा। सेवा निवृत जीवन जी रहे सदस्यों के अनुभवों का लाभ नौजवानों को मिलेगा और संवेदना बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि आठ सप्ताह में प्रथम सप्ताह वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल हेतु विकल्पों का अवलोकन, संस्था पर शोध, यूट्यूब चैनल और अन्य टाइम बैंक का अध्ययन, वेबसाइट, मोबाइल ऐप की जानकारी, सवाल-जवाब सत्र, पिनकोड आधारित एडमिन आवंटन,एडमिन के साथ फील्ड विजिट, दूसरे सप्ताह वरिष्ठ नागरिकों से संवाद, फील्ड विजिट साइबर सुरक्षा, मोबाइल उपयोग, योजनाओं की जानकारी,
पुलिस स्टेशन और सामाजिक परियोजनाओं की जानकारी, तीसरे सप्ताह केस स्टडी (कोविड / बीमारी के दौरान सहायता प्राप्त करने वाले सदस्यों से मिलना), वीडियो इंटरव्यू, पेपर प्रस्तुति, चौथे सप्ताह प्रस्तुतियाँ, नवाचार साझा करना, अपूर्ण प्रोफाइल वाले सदस्यों से मिलना, अपडेट कराना एडमिन को रिपोर्ट देना, रिपोर्ट तैयार करना समस्याएँ, मानसिक, वित्तीय, स्वास्थ्य एवं पारिवारिक मुद्दे, पांचवें सप्ताह वेबसाइट/सोशल मीडिया अपडेट, यूट्यूब वीडियोज बनाना/संपादन नाटक, कविता, गीत, पेंटिंग, नारा आदि बनाना रैली / नुक्कड़ नाटक, पड़ोसियों से संवाद, विविध समस्याएँ और समाधान नैतिक / आध्यात्मिक मूल्य आधारित गतिविधियाँ, एडमिन्स से संवाद सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग के तरीके सीखना, छठे और सातवें सप्ताह में योग, ध्यान, व्यक्तित्व विकास सत्र नए सदस्य पंजीकरण, प्रोफाइल पूर्ण करना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सक्रिय करना, जिला/केंद्र स्तरीय मासिक बैठक और आठवें सप्ताह पावर पॉइंट प्रस्तुतियाँ, फीडबैक, अनुभव साझा, प्रमाणपत्र वितरण, समापन समारोह सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागी की घोषणा विशेष प्रशिक्षण सत्रः सीपीआर और स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण, अंगदान जागरूकता, श्रीमद्भागवत गीता द्वारा तनाव प्रबंधन, वृद्धजनों की कानूनी सहायता, वित्तीय योजना, पोषण, डिजिटल साक्षरता आदि प्रशिक्षण होंगे।
धन नहीं समय होता टाइम बैंक में जमा :
आर आर गुप्ता ने बताया कि टाइम बैंक ऑफ़ इंडिया ट्रस्ट के संस्थापक जयपुर निवासी पीसी जैन हैं। संस्था 2018 में जयपुर से प्रारंभ हुई थी और अब देश के 403 शहरों में इसकी शाखाएं कार्यरत हैं। आगरा में संस्था 2019 से कार्यरत है। आगरा में 69 सदस्य और देशभर में सात हजार से अधिक लोग बैंक के सदस्य हैं। बुजुर्ग जीवन भर अपनी संतान के लिए अपना समय, धन सबकुछ त्याग देते हैं किंतु जीवन संध्या में अकेले रह जाते हैं।
संस्था का उद्देश्य,पूरे भारत में पोस्टल पिन कोड की छोटी-छोटी ईकाईयों के रूप में ऐसे समाज का निर्माण करना हैं जहाँ पंजीकृत सदस्य अन्य पंजीकृत सदस्य, विशेषकर अकेले वरिष्ठ सदस्यों या बुजुर्गों की आवश्यकता पड़ने पर अपना टाइम देकर (आर्थिक नहीं) सहायता कर स्वयं के लिए भी टाइम जमा करें, ताकि उन्हें भी जरूरत पड़ने पर मदद मिल सके। परिवारों के विघटन से उत्पन्न कमी को कुछ हद तक पूरा करने का प्रयास टाइम बैंक ऑफ़ इंडिया ट्रस्ट कर रही है।
ये रहे उपस्थित :
कार्यक्रम में सिटी एडमिन हरिकांत शर्मा, पंकज जैन, आर आर गुप्ता, राजीव बेदी, यतीश श्रीवास्तव, नवल किशोर, प्रदीप कुलश्रेष्ठ, ओमप्रकाश, विजय मित्तल, शैलेन्द्र शिशोदिया, अभिषेक शिशोदिया, कार्तिक कुमार, मुकेश अग्रवाल, राकेश आनंद, सुशील गर्ग, राघवेंद्र दत्त, एन के लवानिया, राकेश उपाध्याय, हरवीर सिंह, समीर वर्मा, कृष्णा गुप्ता, राकेश नागर आदि उपस्थित रहे।