भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से गूंजेगा आगरा,100 वर्षों से अधिक पुरानी परंपरा को मिलेगा दिव्य रूप

श्रीकृष्ण लीला महोत्सव इस वर्ष 25 अक्टूबर से होगा आरंभ,6 नवंबर को समापन

नवीन लीलाएं एवं खाटू श्याम जी के भजन संध्या बनेगी लीला महोत्सव का आकर्षण

‘लीलांजलि’ पत्रिका का हुआ विमोचन, श्रीकृष्ण प्रेम और भक्ति का होगा भव्य उत्सव

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। भक्ति,परंपरा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक श्रीकृष्ण लीला महोत्सव इस वर्ष अपने 102 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। श्रीकृष्ण लीला महोत्सव समिति द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ 25 अक्टूबर से भव्य रूप से होगा।

आयोजन की रूपरेखा की जानकारी एवं ‘लीलांजलि’ पत्रिका के विमोचन समारोह का आयोजन शुक्रवार को वाटर वर्क्स स्थित श्रीकृष्ण गौशाला परिसर में संपन्न हुआ।

समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि डॉ.विजय किशोर बंसल के संरक्षण में इस वर्ष का लीला महोत्सव 25 अक्टूबर से 6 नवंबर तक प्रतिदिन सायं 6:30 बजे से श्रीकृष्ण गौशाला परिसर में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव न केवल धार्मिक भावनाओं का उत्सव है,बल्कि यह आगरा की सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक बन चुका है।

उन्होंने बताया कि महोत्सव का शुभारंभ विगत दिनों यमुना मैया चुनरी मनोरथ उत्सव से भव्यता के साथ किया जा चुका है।

महादेव मंदिर बल्केश्वर से पार्वती घाट तक चुनरी मनोरथ यात्रा निकाली गई थी, जिसमें सैकड़ों कृष्ण भक्तों ने 300 मीटर लंबी साड़ी यमुना मैया को अर्पित की थी।

विधिवत यमुना पूजन के साथ यह मनोरथ उत्सव सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि अब यह परंपरा हर वर्ष श्रीकृष्ण लीला महोत्सव से पूर्व निभाई जाएगी।

श्रीगणेश सवारी से होगा लीला का शुभारंभ :

इस वर्ष लीला मंचन में नई लीलाओं और आकर्षक प्रसंगों का समावेश किया गया है।

25 अक्टूबर (शनिवार) को दोपहर 4:30 बजे लीला स्थल से श्री गणेश जी एवं मुकुट की सवारी निकाली जाएगी,जो वाटर वर्क्स से होते हुए बेलनगंज, छत्ता बाजार, कचहरी घाट, जौहरी बाजार, किनारी बाजार, रावत पाड़ा आदि क्षेत्रों का भ्रमण करेगी।

26 अक्टूबर को कंस की दुहाई निकाली जाएगी। जिसमें कंस द्वारा अपने को राजा घोषित करना। उसके बाद अपने राज्य अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए निकालना। कंस की दवाई की सवारी भी उपरोक्त यात्रा मार्ग से गुजरेगी। 

27 अक्टूबर को साइन 6:30 बजे से मंच लीला में देवकी वासुदेव विवाह। श्री कृष्ण जन्मोत्सव एवं मयूर नृत्य होगा।

28 अक्टूबर को नंदोत्सव,पूतना उद्धार एवं डांडिया नृत्य लीला स्थल में होगा। 

29 अक्टूबर को काले खां,मदन मोहन लीला एवं फूलों की होली।

30 अक्टूबर को प्रातः श्री कृष्णा बलराम गोचरण यात्रा, जिसका भ्रमण मार्ग कमला नगर बलकेश्वर रहेगा। इसी दिन सांय माखन चोरी एवं कालीदह लीला।

31 अक्टूबर को मीरा चरित्र लीला होगी,  जिसका मंचन पहली बार किया जाएगा। 

1 नवंबर को गिरिराज पूजन एवं छप्पन भोग होंगे। 

2 नवंबर को वीर अभिमन्यु चक्रव्यूह लीला होगी,यह लीला भी पहली बार श्री कृष्ण लीला में मंचित होगी।

3 नवंबर को अक्रूर गमन, कंस वध एवं आतिशबाजी होगी।

4 नवंबर को श्री कृष्ण- बलराम जी की दिव्य शोभा यात्रा नगर भ्रमण को निकलेगी, इस शोभायात्रा में 30 से अधिक सवारियाँ एवं झांकियाँ शामिल होंगी।

5 नवंबर को द्वारिका पुरी एवं रुक्मणी मंगल लीला होगी।

रुक्मणी मंगल विवाह लीला में मेहंदी का कार्यक्रम भी होगा। 

6 नवंबर को श्री खाटू श्याम जी की भजन संध्या एवं मनमोहक झांकी प्रस्तुत की जाएगी।

इस बार मंचित होगी मीराबाई की लीला :

समिति मंत्री विजय रोहितगी ने बताया कि इस बार के आयोजन का प्रमुख आकर्षण मीराबाई जी की लीला एवं वीर अभिमन्यु चक्रव्यूह लीला का विशेष मंचन रहेगा। लीला के अंतर्गत निकलने वाली गोचरण यात्रा का मार्ग इस बार परिवर्तित किया गया है।

मेट्रो कार्यों एवं यातायात व्यवस्था को देखते हुए,अब यह यात्रा 30 अक्टूबर को बल्केश्वर और कमला नगर क्षेत्रों में निकाली जाएगी। समिति के सभी पदाधिकारी ग्वाला रूप धारण कर गोचरण यात्रा में सम्मिलित होंगे।

 लीला स्थल को बनाया गया स्वच्छ एवं मनमोहक :

व्यवस्था प्रमुख पार्षद मुरारीलाल गोयल और गिरिराज बंसल ने बताया कि लीला स्थल पर विशेष स्वच्छता एवं सफाई अभियान चलाया गया है ताकि श्रद्धालुओं को पवित्र और सुखद वातावरण मिल सके।

लीला संयोजक शेखर गोयल ने बताया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मथुरा निवासी अजय द्वारा विशेष आतिशबाज़ी की व्यवस्था की जाएगी, जो कंस वध के दिन रात्रि में होगी।

अशोक गोयल ने कहा कि महोत्सव के निमंत्रण विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों को भेजे जा चुके हैं ताकि श्रीकृष्ण लीला के पुण्य का लाभ सभी श्रद्धालुओं तक पहुँच सके।

‘लीलांजलि’ में श्रीकृष्ण की लीलाओं का अद्भुत वर्णन :

कार्यक्रम के दौरान ‘लीलांजलि’ पत्रिका का विमोचन किया गया। पत्रिका का संपादन वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक आदर्श नंदन गुप्ता द्वारा किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस बार की पत्रिका में 10 दिवसीय श्रीकृष्ण लीला के मंचन का विस्तृत वर्णन,भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी विभिन्न कथाएँ, मान्यताएँ और प्रेरक प्रसंग सम्मिलित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि “इस बार ‘लीलांजलि’ का रूप पहले से अधिक भावपूर्ण और विस्तृत है,जो पाठकों को श्रीकृष्ण की लीलाओं में डुबो देगा।

10 दिवसीय लीला महोत्सव में होंगे समाज सेवा के कार्य :

अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि 10 दिवसीय श्रीकृष्ण लीला महोत्सव के अंतर्गत समाज हित के कार्य किए जाएंगे जिसमें विशाल रक्तदान एवं स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। 

ये रहे उपस्थित :

इस अवसर पर शेखर गोयल, संजय गर्ग, अशोक गोयल, विजय रोहतगी, पार्षद मुरारी लाल गोयल, गिरिराज बंसल, आदर्श नंदन गुप्ता, विष्णु अग्रवाल राधे राधे, बृजेश अग्रवाल, पंकज मोहन शर्मा, मनोज अग्रवाल, वीरेंद्र गोयल, विनीत सिंघल, मनोज कुमार गांधी, जवाहर लाल सिंघल, अनंत उपाध्याय, राजीव अग्रवाल, अनूप गोयल, लक्ष्मण शर्मा, तनुराग गोयल, केके अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।