खाद्य प्रसंस्करण में बढ़ रही है विभिन्न प्रजातियां ।
खाद्य प्रसंस्करण में असीमित सम्भावनाएं।
संरक्षण हेतु आवश्यक है एकीकृत कोल्ड चैन।
आगामी सप्ताह में बुलायेंगे जिला कृषि अधिकारी एवं जिला उद्यान अधिकारी।
एग्री इंफ्रा फंड का लाभ लें।
उ.प्र.सरकार द्वारा दी जाने वाली छूट एवं कम ब्याज दर पर ऋण का लाभ प्राप्त करें।
शीघ्र ही ब्रांड मेकअप पर करेंगे एक टॉक शो ।
प्रस्तावित त्रिदिवसीय औद्योगिक सम्मेलन में एक सेशन एग्री फूड का करायेंगे।
फूड एक्सपो का करेंगे आयोजन।
हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा: 11 मई,चैम्बर भवन स्थित सभागार में खाद्य प्रसंस्करण प्रकोष्ठ एवं शीतगृह तथा एकीकृत कोल्ड चैन परियोजना प्रकोष्ठ की एक संयुक्त बैठक का आयोजन चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में किया गया।
चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने अवगत कराया कि वर्तमान में प्रसंस्कृत खाद्य वस्तुओं का चलन तेजी से बढ़ रहा है। कोर्न, सोयाचाप, मटर, प्याज, लहसुन, मावा, पनीर, मसाला, विभिन्न प्रकार के पल्प आदि हजारों प्रकार की वस्तुओं प्रसंस्कृत की जा रही हैं। जिन्हें कोल्ड स्टोर, फ्रोजेन, वेयरहाउस में बेहतर तरीके से संरक्षित करने की आवश्यकता होती है।
अतः खाद्य प्रसंस्करण एवं शीतगृह तथा एकीकृत कोल्ड चैन उद्योग आपस में एक-दूसरे पर निर्भर हैं। वर्तमान में इन उद्योगों की असीमित संभावनाएं हैं।
अतः इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जागरुकता कार्यक्रम आयोजन कराने योजना है । विस्तृत जानकारी हेतु शीघ्र ही जिला कृषि अधिकारी एवं जिला उद्यान अधिकारी के साथ बैठक करायेंगे। एग्री इंफ्रा फंड के माध्यम से उ. प्र. सरकार द्वारा कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध है। उ. प्र. सरकार द्वारा इस उद्योग के लिए छूट आदि की सुविधाएं दी जा रही हैं।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विकास के चेयरमैन राजेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि ब्रांड मेकअप पर एक टॉक शो का आयोजन किया जायेगा। जिसमें उद्यमियों में जानकारी बढ़ने से उनका उत्साह वर्द्धन होगा।
शीतगृह एवं एकीकृत कोल्ड चैन प्रकोष्ठ के चेयरमैन अजय गुप्ता ने कहा कि प्रस्तावित त्रिदिवसीय औद्योगिक सम्मेलन में एक सत्र एग्री फूड का कराया जायेगा। साथ ही फूड एक्सपो का भी आयोजन किया जायेगा।
बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल,उपाध्यक्ष मनोज बंसल, पूर्वअध्यक्ष शांति स्वरुप गोयल, सीताराम अग्रवाल, खाद्य प्रसंस्करण विकास प्रकोष्ट के चेयरमैन राजेश कुमार अग्रवाल, शीतगृह तथा एकीकृत कोल्ड चैन प्रकोष्ठ अजय गुप्ता, अशोक लालवानी, मनीष बंसल, अजय कुमार शर्मा, चंद्र मोहन खंडेलवाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।