हवाओं में उसकी महक आ रही है.,श्री श्याम स्मृति वर्तिका ट्रस्ट ने मनाया वार्षिक साहित्य-समारोह



पूर्व जेलर स्वर्गीय श्री श्याम लाल वर्मा का किया गया भावपूर्ण स्मरण

रुद्रपुर के युवा कवि विवेक बादल को मिला श्याम स्मृति सम्मान- 2024

श्रीमती रमा वर्मा 'श्याम' की दो पुस्तकों- 'समय के साक्षी' और 'अ आ इ ई की फुहार' का किया गया विमोचन

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। भले झर गया हो सुमन डाल से पर,हवाओं में उसकी महक आ रही है। भले मिल गई ज्योति में ज्योति जाकर, उजालों में उसकी चमक आ रही है..

 वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती रमा वर्मा 'श्याम' ने रविवार शाम यूथ हॉस्टल में इन काव्य-पंक्तियों द्वारा जब अपने पति पूर्व जेलर स्वर्गीय श्री श्यामलाल वर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी तो समूचा सभागार इन भाव-तरंगों में गहरे डूब गया। 

 अवसर था श्री श्याम स्मृति वर्तिका ट्रस्ट द्वारा आयोजित वार्षिक साहित्य-समारोह का। वर्ष 2010 से निरंतर चल रही श्रद्धांजलि की इस श्रृंखला में स्वजनों और स्नेही जनों सँग कवि-साहित्यकारों ने भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

 वर्ष 2023 से शुरू किया गया श्याम स्मृति सम्मान इस बार रुद्रपुर के युवा कवि विवेक बादल को प्रदान किया गया। उनकी अनुपस्थिति में उनके मित्र नवीन जी ने यह सम्मान उनकी तरफ से ग्रहण किया।

  श्रीमती रमा वर्मा 'श्याम' के गीत संग्रह 'समय के साक्षी' और बाल कविता संग्रह 'अ आ इ ई की फुहार' का विमोचन भी किया गया।

मुख्य अतिथि मुरैना से पधारे वरिष्ठ गीतकार डॉ. देवेंद्र तोमर और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुषमा सिंह ने 'समय के साक्षी' तथा यशोधरा यादव 'यशो' ने 'अ आ इ ई की फुहार' की समीक्षा कर रमा जी की रचना धर्मिता को सराहा।अध्यक्षता कर रहे मंचस्थ वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राजेंद्र मिलन, श्रीमती शांति नागर,शीलेंद्र वशिष्ठ,डॉ.कुसुम चतुर्वेदी और कमला सैनी ने आशीर्वाद दिया।

इससे पूर्व सुप्रसिद्ध कवयित्री एवं गायिका श्रीमती निशि राज ने सुमधुर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। डॉ.रमा रश्मि ने पूर्व जेलर स्वर्गीय श्याम लाल वर्मा जी के सेवा भावी व्यक्तित्व और कृतित्व को प्रस्तुत किया। अशोक अश्रु  ने समारोह का संचालन किया। गौरव गुंजन ने आभार व्यक्त किया।

  किरन शर्मा,डॉ.भावना,राज फौजदार, रेखा कक्कड़, डॉ.शेषपाल सिंह शेष, विजया तिवारी, रामेंद्र शर्मा, ज्योत्स्ना सिंह, इंदल सिंह इंदु,आभा चतुर्वेदी,पदम गौतम,रेखा गौतम, कामेश सनसनी और विनय बंसल ने काव्यांजलि से सबको भाव विभोर कर दिया।