" शिरोज हैंगआउट कैफ़े" फोटोशूट के लिए भी है बेहतर : असलम सलीमी 'वरिष्ठ फोटो - जर्नलिस्ट'


                   



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा : छाँव फाउंडेशन जो एसिड अटैक सर्वाइवर द्वारा शिरोज हैंगआउट कैफ़े संचालित करता है,उसके आगरा में 10 साल सफलता पूर्वक पूरे हुए हैं। कैफ़े नए आयाम स्थापित कर,एसिड अटैक सर्वाइवर को प्रेरणादायक दिशा दे रहा है। अब शिरोज हैंगआउट कैफ़े फोटोशूट के लिए भी उपयुक्त जगह बन रहा है। एसिड अटैक पीड़िताएं, सकारात्मक सोच के साथ,हाल ही में हुई हाथ के बुने परिधानों की फोटो शूट में अति उत्साह के साथ सम्मिलित हुई। उनकी ख़ुशी और लोगों के साथ फोटो खिचाने में देखने लायक थी।

कांति जो अपने परिधानों का फोटो शूट करा रहीं थीं,उन्होंने कहा कि हाथ से बुने परिधान निराश्रित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाता है। ऐसे ही शिरोज हैंगआउट कैफ़े में कार्यरत स्टाफ के लिए यह आयोजन खुद पर भरोसा और मनोबल मजबूत करने का प्रयास है।

 यह फोटो सेशन आम लोगों के साथ उनको मॉडल्स प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करता है।एसिड अटैक सर्वाइवर रुकाईया और मालिनी ने कहा कि यह एक नया अनुभव था,जो हाथ के बुने परिधान हम बेचते हैं, उनको पहन कर फोटो शूट से हम अपने विदेशी मेहमानों को अच्छी  खरीदारी करने को प्रेरित कर सकेंगे।इससे छाँव फाउंडेशन के प्रयोजन को बल मिलेगा।

वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी जो दुनिया की कई हस्तियों की फोटो शूट कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि एसिड अटैक सर्वाइवर एवं आम लोगों के साथ परिधानों की फोटो खींचना एक नया प्रयोग था। अपने फोटोग्राफी के अनुभव से डायरेक्शन का भी अनुभव मिला। उन्होंने माना कि समय आने पर शिरोज हैंगआउट कैफ़े पर और लोग भी अपने प्रोडक्ट्स का फोटो शूट करवाना शुरू करेंगे। 

फोटो शूट में  प्रतिभा नेगी,श्रुति नेगी, सना, रुकाईया, मालिनी, आशीष और अजय तोमर ने भाग लिया।