अर्थवान जीवन करते हैं पीड़ाओं को समय-सूप में,
छांट-फटक बाहर करते हैं : रमा वर्मा श्याम
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा। साहित्य साधिका समिति की मासिक काव्य गोष्ठी नागरी प्रचारिणी सभा के पुस्तकालय कक्ष में सम्पन्न हुई ।इस काव्य धारा के मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड देहरादून से पधारे योगीराज श्रीनिर्वाण जी महाराज जी रहे और इसी भव्य और दिव्य गोष्ठी में महाराज जी के करकमलों से लिखी विशिष्ट कृति "श्रीमद्भागवत निर्वाण गीता "का विमोचन भी हुआ,जिसके कारण कार्यक्रम में चार-चांद लग गये। डॉ.नीलम भटनागर ने महाप्राण निराला पर अपना ज्ञानवर्धक वक्तव्य देकर साधिकाओं के ज्ञान की वृद्वि की।
मुख्य अतिथि निर्वाण जी महाराज ने गीता में समाये सत्यम,शिवम् एवं सुन्दरम के दर्शन कराये।डॉ.रेखा कक्कड़ ने शिव तत्व पर प्रकाश डाला।डॉ.सुषमा सिंह ने महाकुंभ के स्नान से जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है ,बताया ।डॉ.यशोधरा यादव ने हमेशा की भांति बहुत ही अनुशासित संचालन किया और एक उत्कृष्ट गीत की रस धारा में खूब डुबकी लगवा कर कुंभ के स्नान का अनुभव करा दिया।सभी बहनों ने शिवत्व और प्रेम पर अति सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्तियाँ दीं।
कार्यक्रम की शोभा को बढाने वाली बहनें राज़ फौजदार,माया अशोक,डॉ. सुनीता चौहान,.डॉ.भावना, सुषमा पाल, डॉ.रेखा गौतम, अलका - अग्रवाल,डॉ.माला गुप्ता,नीलम रानी ,श्वेता ,कमला सैनी,डॉ.शशि - सिंह,राजकुमारी चौहान,डॉ .रमा रश्मि,दीपा मंगल, डॉ.मनिंदर कौर,पूजा आहूजा कालरा,सुधा धाकरे आदि रहीं ।आज समिति-परिवार में नये सदस्यों निशि मिश्रा,डॉ.मंजु स्वांति और डॉ.दीप्ति का स्वागत किया गया। भाई राकेश 'निर्मल' की उपस्थिति विशिष्ट रही।