डॉ.जयशंकर ने बेल्जियम और ईयू के नेताओं से की मुलाकात



हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

ब्रुसल्स। बेल्जियम और यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ब्रुसल्स की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। पहले दिन उन्होंने बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मैक्सिम प्रीवोट से मुलाकात की, जिस दौरान दोनों नेताओं ने चल रहे सहयोग की समीक्षा की और व्यापार, सेमीकंडक्टर,नवीकरणीय ऊर्जा,रक्षा, सुरक्षा और फार्मास्यूटिकल्स सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। 

बेल्जियम के विदेश मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ अपने देश की एकजुटता की भी पुष्टि की। डॉ.जयशंकर से बेल्जियम के महामहिम राजा फिलिप और प्रधानमंत्री बार्ट डी वेवर ने भी मुलाकात की।

यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ अपनी मुलाकातों के दौरान,डॉ.जयशंकर ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से मुलाकात की,जहां दोनों पक्षों ने वर्ष के अंत तक एक संतुलित, महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) करने की अपनी साझा महत्वाकांक्षा की पुष्टि की। उन्होंने भारत-यूरोपीय संघ संसदीय सहयोग में बढ़ती गति पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय संसद की अध्यक्ष रॉबर्टा मेट्सोला से भी मुलाकात की। मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला की ओर से शुभकामनाएं दीं और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दोहराया। 

डॉ.जयशंकर ने यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि और उपाध्यक्ष काजा कालास के साथ भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक वार्ता की सह-अध्यक्षता की, जिसमें रक्षा,आतंकवाद-निरोध,समुद्री सुरक्षा और साइबर मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने प्रस्तावित सुरक्षा और रक्षा साझेदारी, सूचना सुरक्षा समझौते और एक व्यापक अंतरिक्ष वार्ता पर चर्चा की। 

डॉ. जयशंकर ने यूरोपीय आयुक्तों एंड्रियस कुबिलियस (रक्षा उद्योग और अंतरिक्ष), मारोस सेफकोविक (व्यापार और आर्थिक सुरक्षा) और जोज़ेफ़ सिकेला (अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी) के साथ भी बैठकें कीं। चर्चा में भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते, रक्षा और अंतरिक्ष में सहयोग तथा भारत-यूरोपीय संघ संपर्क भागीदारी पर ध्यान केंद्रित किया गया। तीसरे देशों में संयुक्त विकास परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए त्रिपक्षीय सहयोग पर एक नई प्रशासनिक व्यवस्था पर हस्ताक्षर किए गए।

विदेश मंत्री जयशंकर ने जर्मन मार्शल फंड के ब्रुसल्स फोरम को "एक नई वैश्विक व्यवस्था" पर संबोधित किया, जिसमें उन्होंने भू-राजनीतिक गतिशीलता के विकास पर भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। बाद में, उन्होंने बेल्जियम और लक्जमबर्ग में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की, जिसमें भारत-बेल्जियम और भारत-यूरोपीय संघ की बढ़ती साझेदारी,भारत की वैश्विक विकास पहल और आतंकवाद विरोधी प्रयासों पर प्रकाश डाला गया।

रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी