हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
देश में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने की प्रक्रिया जोरों पर है। अगर आपकी आय कर योग्य है,तो ITR फाइल करना अनिवार्य है.आयकर विभाग ने 'TAXASSIST' नामक सुविधा शुरू की है। जिसका उद्देश्य इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइलिंग प्रक्रिया के दौरान होने वाली क्वेरी का निपटान करना है।
इस सपोर्ट सर्विस के जरिए आईटीआर फाइलिंग से संबंधित सूचनाओं का पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा करदाताओं के विभिन्न चिंताओं का भी सरलीकरण होगा। मार्गदर्शन और मदद मिलेगी। यह विभागीय संचार को नेविगेट करेगा। फाइनेंस को कंट्रोल में रखने में भी मदद करेगा। इतना ही नहीं यह टैक्स डेडलाइन को याद दिलाने में भी मदद करेगा। इसके अलावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से होने वाले संचार को नज़रअंदाज़ न करने की सलाह भी दी है।
कैसे काम करेगा फीचर :
यदि कोई करदाता गलती से 80जीजीसी के तहत डिडक्शन का दावा करता है तो उसे टैक्सअसिस्ट आईटीआर में बदलाव करने की सलाह देगा। आईटीआर-यू फ़ाइल कर टैक्स और ब्याज जमा करने और एक्स्ट्रा रिफ़ंड वापस करने की सलाह देगा। इसके बावजूद यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो जांच या जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
यदि कोई करदाता फर्जी पॉलिटिकल डोनेशन दिखाकर छूट का दावा करता है तो इसे टैक्स चोरी माना जाएगा। ऐसी स्थिति में यह फीचर करदाताओ को आईटीआर यू फाइल करने की सलाह देगा। देय टैक्स या ब्याज जमा करने को भी कहा जाएगा। ताकि कानूनी कार्रवाई हो सके।
वैध राजनीतिक डोनेशन के मामले में टैक्सअसिस्ट रसीदों या लेनदेन का सबूत संभाल कर रखने की सलाह देगा।
कब तक फ़ाइल कर सकते हैं आईटीआर :
वर्ष 2024-25 के लिए 31 जुलाई नहीं बल्कि 15 सितंबर तक रिटर्न फ़ाइल किया जा सकता है।
रिटर्न जमा कराने पर मिलेंगे ये फायदे :
क्या आप जानते हैं कि अगर आपकी आय टैक्स के दायरे में नहीं आती, तब भी ITR दाखिल करने के कई फायदे हैं?
यह न सिर्फ आपकी आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि कई जरूरी कामों को आसान भी बनाता है।
आयकर विभाग से मिलने वाला यह दस्तावेज आपके वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता लाता है और कई मौकों पर आपका सहारा बनता है। आइए, जानते हैं कि ITR फाइल करने के क्या-क्या फायदे हैं और यह आपकी जिंदगी को कैसे आसान बना सकता है।
विदेश यात्रा में ITR का महत्व :
क्या आप नौकरीपेशा हैं या बिजनेस करते हैं और विदेश यात्रा का सपना देख रहे हैं? अगर हां, तो ITR आपके लिए बेहद जरूरी है। वीजा आवेदन के दौरान वीजा अथॉरिटी पिछले तीन से चार साल के ITR की मांग करती है। यह दस्तावेज आपके फाइनेंशियल स्टेटस को दर्शाता है, जिससे यह साबित होता है कि आप आर्थिक रूप से सक्षम हैं। ITR की रसीद जमा करने से वीजा प्रक्रिया आसान हो जाती है और आपका विदेश जाने का सपना जल्दी पूरा हो सकता है।
लोन लेना होगा आसान :
ITR आपके आय के स्रोत का एक पक्का सबूत है। चाहे आप सरकारी बैंक से लोन ले रहे हों या प्राइवेट, ITR दस्तावेज आपके लोन आवेदन को मजबूती देता है। बैंक इस दस्तावेज के जरिए आपकी आय और वित्तीय विश्वसनीयता का आकलन करते हैं। यह दस्तावेज लोन स्वीकृति में अहम भूमिका निभाता है, जिससे होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन लेना काफी हद तक आसान हो जाता है।
इंश्योरेंस क्लेम में ITR की भूमिका :
अगर आपके पास किसी कंपनी का टर्म इंश्योरेंस प्लान है, तो ITR दस्तावेज आपके लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। इंश्योरेंस कंपनियां क्लेम प्रक्रिया के दौरान ITR मांग सकती हैं, क्योंकि यह आपकी आय के स्रोत को स्पष्ट करता है। ITR के जरिए आपकी वित्तीय स्थिति का सटीक आकलन होता है, जिससे क्लेम प्रक्रिया में तेजी आती है और अनावश्यक देरी से बचा जा सकता है।
टैक्स रिफंड का तुरंत लाभ ;
अगर आप उच्च वेतन वाली नौकरी में हैं या निवेश से आय अर्जित करते हैं, तो आपकी सैलरी या निवेश से काटा गया टैक्स सरकार के पास जमा हो जाता है। लेकिन अगर आपकी कर योग्य आय नहीं है, तो ITR फाइल करने से आप टैक्स रिफंड का दावा कर सकते हैं। यह राशि आपको तुरंत वापस मिल सकती है। हैरानी की बात यह है कि ज्यादातर लोगों को इस सुविधा की जानकारी ही नहीं होती, जिसके चलते वे इसका लाभ नहीं उठा पाते।
✍️ डॉ.राव प्रताप सिंह सुवाणा'एडवोकेट'