मानवता के पथ पर भक्ति की नई मिशाल,श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर किया रक्तदान
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा। श्रीकृष्ण लीला समिति के 100 वर्षों के गौरवशाली इतिहास में पहली बार ' लीला स्थल' वाटर वर्क्स स्थित गौशाला पर आयोजित विशाल रक्तदान शिविर ने सेवा, समर्पण और भक्ति का अद्वितीय संगम प्रस्तुत किया। भक्ति भाव से ओतप्रोत इस पहल ने दर्शाया कि जहां भक्ति है,वहीं सेवा भी ईश्वर के समीप पहुंचने का सच्चा मार्ग है।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने इस नई पहल की सराहना करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण लीला केवल धर्म और संस्कृति का उत्सव नहीं, बल्कि यह मानवता का पर्व भी है। पहली बार लीला समिति ने जो रक्तदान शिविर आयोजित किया है, वह समाज में जीवनदान का संदेश देगा।
समिति अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष श्रीकृष्ण लीला महोत्सव नई मिशाल कायम कर रहा है। जहां लीला का शुभारंभ पहली बार यमुना मैया के चुनरी मनोरथ से हुआ था,वहीं अब मानव सेवा की दिशा में यह विशाल रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। आगामी चरण में श्रीकृष्ण जी को प्रिय कदंब के पौधे रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया जाएगा। रक्तदान शिविर में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने योग्य था।
विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि सबसे पहले रक्तदान करने वालों में महिलाएं आगे रहीं,रिंकिता अग्रवाल और रागिनी अग्रवाल ने शिविर की शुरुआत की। पुरुष वर्ग में प्राचीन सीताराम मंदिर, वजीरपुर के महंत अनंत उपाध्याय, पंडित मुकेश शर्मा और पंडित पंकज शास्त्री ने प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
रक्तदान करने वालों में आयुष बंसल, अनुराग गोयल, अंकित अग्रवाल, कन्हैया अग्रवाल, आशु बंसल, क्षितिज बंसल, राजेश अग्रवाल, अंकित चौहान,सनी गुप्ता, सुमित अग्रवाल, प्रमोद कुमार आदि शामिल रहे।
लीला संयोजक शेखर गोयल ने बताया कि यह आयोजन एसएन मेडिकल कॉलेज, ब्लड बैंक टीम के सहयोग से सम्पन्न हुआ,जिसमें डॉ. विनय गोयल, डॉ. सूरज, डॉ. काव्या, प्रमोद कुमार, सुरेंद्र सिंह, दिव्या, सृष्टि, गरिमा और गौरव सिंह की टीम ने समर्पण पूर्वक सहयोग दिया। अंत में समिति की ओर से रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया और इस आयोजन को “भक्ति से सेवा की ओर बढ़ता एक ऐतिहासिक कदम” कहा गया।


