श्रीकृष्ण लीला महोत्सव के चौथे दिन नंदोत्सव,पूतना उद्धार और डांडिया नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति


 नंद के आनंद भयो! जय कन्हैया लाल की..

स्वामी प्रदीप कृष्ण ठाकुर के निर्देशन में जीवंत हुई गोकुल की भक्ति और प्रेममयी झांकी

हिन्दुस्तान वार्ता। धर्मेन्द्र कु.चौधरी

आगरा। “नंद के आनंद भयो,जय कन्हैया लाल की” के जयघोषों से गूंज उठा पूरा लीला स्थल। वाटर वर्क्स स्थित गौशाला प्रांगण में चल रहे श्रीकृष्ण लीला महोत्सव के चौथे दिन मंगलवार को आयोजित नंदोत्सव,पूतना उद्धार एवं डांडिया नृत्य संध्या में भक्तिभाव, उल्लास और आनंद का अनूठा संगम देखने को मिला।

श्री रास बिहारी कृपा सेवा ट्रस्ट वृंदावन के प्रसिद्ध लीला निर्देशक स्वामी प्रदीप कृष्ण ठाकुर के दिव्य निर्देशन में प्रस्तुत इस मंचन ने दर्शकों को गोकुल की आनंदमयी भक्ति में डुबो दिया।

स्वरूपों की आरती नेशनल चैंबर के अध्यक्ष संजय गोयल, पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, योगेंद्र सिंघल, शलभ शर्मा और संजय गोयल, संजय आगरा स्टील, विवेक जैन, मनोज गुप्ता, अशोक हरियाणा, मनोज बंसल, राजेंद्र अग्रवाल, मयंक अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, मुकुंद, संजय चेली के साथ श्रीकृष्ण लीला महोत्सव समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संजय गर्ग, अशोक गोयल, शेखर गोयल ने की।

कार्यक्रम का आरंभ नंदोत्सव के उल्लासमय दृश्य से हुआ। ज्यों ही यह समाचार फैला कि “नंद के घर आनंद भयो,नंदलाल पैदा भए”— पूरा ब्रज आनंदित हो उठा। गोप-गोपिकाएँ बधाइयाँ गाने लगीं, ढोल-मंजीरों और बांसुरी की धुनों पर लोग थिरक उठे।

मक्खन-मिश्री की बधाइयाँ लुटाई गईं, महिलाएँ सिर पर कलश लिए नाच उठीं और कलाकारों ने गोकुल के उत्सव का ऐसा जीवंत चित्रण किया मानो स्वयं द्वापर युग उतर आया हो।

इसके पश्चात मंचित हुई पूतना उद्धार लीला। कथानुसार,पूतना राक्षसी के रूप में श्रीकृष्ण को मारने आई थी, किंतु भगवान ने उसके विष सहित प्राण हर लिए और उसे मोक्ष प्रदान किया।

इस दृश्य में स्वामी प्रदीप कृष्ण ठाकुर के निर्देशन में कलाकारों ने मातृत्व, दया और उद्धार की भावना को अत्यंत मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया।

यह प्रसंग दर्शकों के लिए यह संदेश लेकर आया कि भगवान की शरण में आने वाला कोई भी प्राणी,चाहे वह शत्रु ही क्यों न हो, उद्धार का पात्र बन जाता है।

संध्या का समापन डांडिया नृत्य से हुआ। रंगीन परिधानों में सजे गोप-गोपिकाओं ने श्रीकृष्ण भजनों की धुन पर डांडिया खेला। ढोलक, मंजीरा और बांसुरी की लय पर पूरा परिसर झूम उठा।

दर्शक भी इस भक्ति और उल्लास के प्रवाह में शामिल हो गए। हर ओर केवल प्रेम, संगीत और श्रीकृष्ण नाम की गूंज सुनाई दी।

बुधवार को लगेगा विशाल रक्तदान शिविर :

समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को लीला स्थल पर “काले खान मदन मोहन लीला” का मंचन किया जाएगा,जिसमें एक भक्त और भगवान के भावनात्मक संबंध का वर्णन किया जाएगा। 

साथ ही भक्तों के लिए “फूलों की होली” का भव्य आयोजन होगा,जिसमें वृंदावन की पारंपरिक रंगभरी रास का आनंद लिया जाएगा।उन्होंने बताया कि लीला स्थल पर बुधवार की सुबह 10:30 बजे से 1:30 बजे तक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।

अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने शहरवासियों से अपील की कि अधिक से अधिक लोग रक्तदान कर मानवता की सेवा में भाग लें।

इनकी रही उपस्थिति :

कार्यक्रम में विजय रोहतगी, अशोक गोयल, शेखर गोयल, गिर्राज बंसल, ब्रजेश अग्रवाल, लक्ष्मण शर्मा, विष्णु अग्रवाल, केसी अग्रवाल, अनीश अग्रवाल,केके अग्रवाल,अनूप गोयल, विनीत अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।