एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा द्वारा अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून पर व्याख्यान सत्र का आयोजन




नोयडा । 19 अक्टूबर (हि. वार्ता )

छात्रों को वैश्विक अनावरण प्रदान करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा विश्व में हो रही नवीनतम गतिविधियों की जानकारी छात्रों का अंर्तराष्ट्रीय व्याख्यान सत्रों द्वारा छात्रों को जानकारी प्रदान की जाती है। इसी क्रम आज एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा द्वारा अंर्तराष्ट्रीय व्याख्यान सत्र श्रृखंला एमिटी को विश्व में और विश्व को एमिटी में लाना के अंर्तगत दो व्याख्यान सत्रों का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान सत्र में यूएसए के मिसिसिपी विश्वविद्यालय अंर्तराष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ श्री एंथोनी कैंमबास ने अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून और नाइज़ीरिया के रेडिमेर्स विश्वविद्यालय के लाॅ स्कूल की सब डीन डा (श्रीमती) एडेटूटू आयना पलेमों ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न विषय पर व्याख्यान प्रदान किया। इस अवसर पर एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा के एडिशनल डायरेक्टर डा आदित्य तोमर एंव डा शेफाली रायजादा भी उपस्थित थे।


यूएसए के मिसिसिपी विश्वविद्यालय अंर्तराष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ श्री एंथोनी कैंमबास ने अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून विषय पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक अंर्तराष्ट्रीय कानून एंव नियामक है जिसका अनुपालन सीमा शुल्क एंव अन्य सीमा प्रबंधन एजेंसियों द्वारा किया जाता है। यह राष्ट्रीय कानून एंव विनियमन में प्रभावी होता है। इसे जनता अंर्तराष्ट्रीय कानून का उपभाग कह सकते है। यह शिक्षण की एक नई एंव विशिष्ट क्षेत्र है। द्विपक्षीय समझौता, सम्मेलन और संधियां, स्थानिय समझौता, सम्मेलन और संधियां और बहुपक्षीय समझौता, सम्मेलन और संधियां आदि अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून का मुख्य स्त्रोत है। विश्व स्वास्थय संगठन, विश्व बौद्धिक संपदा संस्थान, इंटरनेशनल सिविल एविएशन संस्थान, विलुप्त होने वाले प्रजाती के वनजीव एंव वनस्पती पर अंर्तराष्ट्रीय व्यापार पर हुए समझौते, समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन, व्यापार एंव विकास पर पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन आदि संस्थान अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून से जुड़े है। डा कैमबांस ने कहा कि बौद्धिक संपदा कानून, सीमा शुल्क मूल्यंाकन, व्यापार सुविधा और एंटीडपिंग एंव काउंटरवेलिंग कर्तव्य आदि अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून के उदाहरण है। उन्हानें अंर्तराष्ट्रीय समझौते, विश्व सीमा शुल्क संस्थान सामंजस्य प्रणाली और विश्व व्यापार संस्थान के समझौते जो सीमा शुल्क को प्रभावित करते है को भी बताया। उन्होनें अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून में आ रही चुनौतियों को बताते हुए कहा कि व्यापारिक नितियों का निर्माण और उनका प्रभावीकरण, मोलभाव आधारित संधिया, अनुसमर्थन, बलपूर्वक प्रवेश प्राप्त करना, निजी क्षेत्रों का उपयोग नई चुनौतियां निर्मित कर रहा है। अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून से निजी क्षेत्र के खाताधारक जैसे निर्यातक, आयातक, बैंक, परिवहन कंपनिया, ब्रोकरस आदि भी प्रभावित होते है। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि अंर्तराष्ट्रीय सीमा शुल्क कानून के क्षेत्र में कैरियर बनायें।


नाइज़ीरिया के रेडिमेर्स विश्वविद्यालय के लाॅ स्कूल की सब डीन डा (श्रीमती) एडेटूटू आयना पलेमों ने ‘‘ कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न’’ विषय पर छात्रों को जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की अवांछित यौन अग्रिमता जैसे यौन संबध बनाने की मांग करना या इच्छा के खिलाफ छूना या कोशिश करना और यौन स्वभाव की बातें करना आदि यौन उत्पीडन के दायरे में आता है। उत्पीड़न में तीन भाग होते है यौन उत्पीड़न, गैर यौन उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न एंव गैर यौन उत्पीड़न दोनो। यौन उत्पीड़न के मुख्य 5 प्रकार है प्रथम लैंगिक उत्पीड, द्वितीय यौन उत्पीड़न या हमला, तृतीय गलत व्यवहार, चतुर्थ यौन रिश्वत और पंचम यौन बलात्कार है। यौन उत्पीड़न से पीड़ित के प्रदर्शन में कमी आती है, आत्मविश्वास खो जाता है और अकेला रहता है। कार्य या शिक्षा से रूचि समाप्त हो जाती है। मनोवैज्ञानिक एंव शारिरीक स्वास्थय चुनौतियां बढ़ जाती है। व्यक्ति के अंदर तनाव, अनिद्रा जैसे रोग जन्म लेते है। उन्होनें यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए व्यक्ती द्वारा उठायें गये कदम, संस्थानों द्वारा लिये जाने वाले निवारक उपाय और दंडो के प्रावधान को बताया।


एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी में हम इस प्रकार के अंर्तराष्ट्रीय व्याख्यान सत्रों द्वारा छात्रों को विशेषज्ञ के माध्यम से अधिक जानकारी प्राप्त करने का मौका प्रदान करते है। आज के वैश्विक युग में छात्रों के संपूर्ण विकास हेतु इस प्रकार के कार्य क्रमों के आयोजनों में छात्रों के हिस्सेदारी को सुनिश्चित करना आवश्यक है।


इस अवसर पर एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा के एडिशनल डायरेक्टर डा आदित्य तोमर ने धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस व्याख्यान सत्र के अंर्तगत छात्रोें एंव शिक्षकों ने कई प्रश्न भी अतिथियों से किये जिनके जवाब उन्हें प्राप्त हुए।