एमिटी में ˝वार्षिक केस स्टडी सम्मेलन -रेनवाॅय 2020’’का आयोजन




नोयडा।(हि. वार्ता)

एमिटी बिजनेस स्कूल ने दो दिवसीय आॅनलाइन ˝वार्षिक केस स्टडी सम्मेलन -रेनवाॅय 2020’’ का आज शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में उद्योग, शिक्षाविदों, अनुसंधान विद्वानों, पोस्ट गे्रजुएट ने पेपर की प्रस्तुति दी। केस स्टडी सम्मेलन के माध्यम से प्रतिभागियों को अपने मूल शोध को प्रस्तुत करने ,प्रकाशित करने एंव अपने विचारों को आदान प्रदान करने का मौका प्राप्त होगा। सम्मेलन का शुभारंभ यूनाइटेड किंगडम के दी केस सेंटर के निदेशक श्री रिचर्ड मैककै्रकन एंव नई दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन के उच्च एंव व्यावसायिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुधांशु भूषण ने किया। सभी अतिथियों का स्वागत एमिटी बिजनेस स्कूल के निदेशक डा संजीव बंसल ने किया। कार्यक्रम के दौरान एमिटी यूनिवसिर्टी की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला भी मौजूद थी।

इस वर्ष पूरे भारत से 42 पेपर प्राप्त हुए जिनमें 17 पेपर अकादमिक एंव काॅर्पोरेट संस्थानों से प्राप्त हुए है जैसे यूनिवर्सिटी आॅफ मुबंई, यूनिवर्सिटी आॅफ मद्रास, इंडिन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी कानपुर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज आदी।

यूनाइटेड किंगडम के दी केस सेंटर के निदेशक श्री रिचर्ड मैककै्रकन ने कहा कि केस स्टडी के माध्यम से अगर पढ़ाई कराई जाए तो यह छात्रों के लिए बेहद गतिशील एंव लचीली प्रणाली होगी। उन्होने बताया कि इस प्रणाली के उपयोग से कक्षा की पढ़ाई परिणाम आधारित होती है। केस स्टडी लिखते समय याद रखे कि आपको केस स्टडी के माध्यम से कहानी लिखनी है। ध्यान रखे की शुरूवात में ऐसी जानकारी होनी चाहिए जिससे पढ़ने वाले का ध्यान केवल केस स्टडी पर आकर्षित रहे। अपनी केस स्टडी को लोकप्रिय बनाने के लिए उसे अन्य मीडिया पर शामिल करे। केस स्टडी जीवन चक्र के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि केस स्टडी से कक्षा में वास्तविक प्रभाव आता है और यह अनुसंधान और शिक्षण, सिंद्धात और अभ्यास के बीच लिंक प्रदान करता है। केस स्टडी लिखने के तरीके के बारे में बताते हुए रिचर्ड ने कहा कि कोरोना के कारण आॅनलाइन एंव हाइब्रिड कक्षाओं सहित अन्य नए रूझानों को बढ़ावा दिया है जिससे रिसर्च पेपर को अनेक स्तर पर मंच मिलने के मोके बढ़ जाते है।

एमिटी यूनिवसिर्टी की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और साझा किया कि केस स्टडी को लिखना एंव विकसित करना बेहद महत्वपूर्ण है जिसके कारण हर साल इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। उन्होने कहा कि एमिटी सैदव लोकप्रिय केस स्टडी को बढ़ावा देना चाहता है। उन्होने साझा किया कि इन केस स्टडी के माध्यम से बेहतर सीखने को प्रेरित करेगा।

नई दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन के उच्च एंव व्यावसायिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुधांशु भूषण ने सामाजिक विज्ञान अनुसंधान में निष्पक्षता के बारे में बात की। उन्होने कहा कि वस्तुनिष्ठ निर्णय सदैव पक्षपात, राय और मान्यताओं से मुक्त है वैज्ञानिक पद्धति द्वारा निर्देशित है। उन्होने निष्पक्षता को समझने के साथ जुड़े तरीकों और प्रक्रियाओं के बारे में चर्चा की। उन्होने कहा कि वैज्ञानिक जांच के माध्यम से प्राप्त की गए मूल्य निष्पक्षता से मुक्त होते है।

कार्यक्रय के दौरान अतिथियों द्वारा ’दी वाटरशेड ईयर आॅफ ट्रायलस’ पुस्तक का विमोचन किया गया।