वृंदावन। (मथुरा)" डॉ. गोपाल चतुर्वेदी"
मोतीझील स्थित श्री राधा उपासना कुंज में ब्रज के प्रख्यात सन्त श्रीपाद बाबा द्वारा स्थापित ब्रज अकादमी के 42 वां स्थापना महोत्सव एवं हनुमान जयंती समारोह अत्यंत श्रद्धा व धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।महोत्सव का शुभारंभ अखण्डानन्द आश्रम के अध्यक्ष महंत सच्चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने हनुमान जी एवं श्रीपाद बाबा महाराज के चित्र के सन्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
महन्त सच्चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि निकुंज लीला प्रविष्ट श्रीपाद बाबा महाराज परम् वीतराग व निस्पृह सन्त थे। उन्होंने ब्रज अकादमी की स्थापना आज से 41 वर्ष पूर्व छोटी दीपावली के दिन श्रीधाम वृंदावन के जयपुर मन्दिर में की थी। उनके द्वारा स्थापित ब्रज अकादमी का उद्देश्य ब्रज संस्कृति का संवर्धन व उन्नयन करना था।
महन्त बाबा सन्त दास महाराज व ब्रज अकादमी के सचिव साध्वी डॉ. राकेश हरिप्रिया ने कहा कि उनके सद्गुरु देव श्रीपाद बाबा महाराज ने ब्रज अकादमी की स्थापना जिन उद्देश्यों के लिए की थी, वे विभिन्न विसंगतियों के कारण अभी तक पूरे नही हो पाए हैं। इन उद्देश्यों को साकार करने के लिए हम सभी कृत संकल्पित हैं। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि इस समय ब्रज में ब्रज अकादमी जैसी संस्थाओं की अत्यधिक आवश्यकता है। तभी यहां की संस्कृति पुष्पित व पल्लवित होगी। क्योंकि ब्रज में कोई भी ऐसी शासकीय संस्था नही है जो कि ब्रज के प्राचीन स्वरूप व संस्कृति का संरक्षण कर सके। यहां पर ब्रज साहित्य अकादमी संस्था का भी अभाव है। यदि उत्तर प्रदेश व केंद्र शासन इस संस्था को सहयोग करे तो यह व्यापक जनहित के एक बहुत बड़ा कार्य होगा।।
अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पण्डित बिहारी लाल वशिष्ठ जी ने कहा कि महाराज की नाम निष्ठा अभूतपूर्व थी। उन्होंने यमुना शुद्धि करण के लिए कई अभियान संकल्प रूप में चला रखे थे। जिसको पूरा करना हम सभी का परम कर्तव्य है।
इस अवसर पर डॉ. चन्द्रप्रकाश शर्मा, अश्विनी माथुर, श्री राजेश, श्रीमती मीरा अरोड़ा, स्वामी सेवा नंद ब्रह्मचारी, स्वामी गोविंदनंद तीर्थ, कमल सिंघल, हरि राघव, श्री बेरिया बाबा, महन्त मधुमंगल शरण शुक्ल, राधाकांत शर्मा आदि ने अपने विचार व्यक्त कर बाबा महाराज को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।