पू. राज्यपाल मृदुला सिन्हा के निधन पर शोक श्रध्दांजली सभा



वृंदावन। (डॉ. गोपाल चतुर्वेदी )

राधा टीला-रमणरेती क्षेत्र स्थित ब्रज साहित्य सेवा मंडल के कार्यालय कृष्ण बलराम रेजिडेंसी में प्रख्यात साहित्यकार एवं गोवा की पूर्व राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा के आकस्मिक निधन पर एक शोक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। 

शोक श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए ब्रज साहित्य सेवा मंडल के अध्यक्ष डॉ गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि श्रीमती मृदुला सिन्हा के साहित्य, संस्कृति, शिक्षा एवं राजनीति आदि के क्षेत्रों में अनेकों योगदान है। वह आजीवन भाजपा की कर्मठ कार्यकर्ता रहीं।उन्होंने केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रहते हुए अनेकों महत्वपूर्ण कार्य किए।

मंडल की उपाध्यक्ष श्रीमती वसुधा चतुर्वेदी ने कहा कि स्वर्गीय श्रीमती मृदुला सिन्हा जानी मानी साहित्यकार व पत्रकार थीं। उन्होंने विभिन्न विषयों पर 45 से भी अधिक पुस्तकें लिखीं। वह "पांचवा स्तंभ" नामक एक पत्रिका का भी संपादन करतीं थीं।

ब्रज साहित्य सेवा मण्डल के संयोजक पण्डित बिहारी लाल वशिष्ठ ने कहा कि गोवा की पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय श्रीमती मृदुला सिन्हा को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के द्वारा "साहित्य भूषण सम्मान" के अलावा कई अन्य संस्थाओं के द्वारा भी कई सम्मान व पुरुस्कार प्राप्त हुए थे। प्रमुख भाजपा नेत्री विजया राजे सिंधिया पर लिखित उनकी पुस्तक "एक थी रानी ऐसी भी" पर फिल्म भी बन चुकी है। 

इस अवसर पर आचार्य विष्णुमोहन नागार्च, आचार्य रामदेव चतुर्वेदी, सतेंद्र जोशी, उपेन्द्र त्रिपाठी, साध्वी डॉ. राकेश हरिप्रिया, राधाकांत शर्मा, आचार्य महेश भारद्वाज, विनोद चूड़ामणि आदि ने भी अपने विचार व्यक्त कर स्वर्गीय श्रीमती मृदुला सिन्हा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।