एमिटी विश्वविद्यालय मे कॉरपोरेट लीडरशिप स्टाइल पर वेबिनार का आयोजन



नोयडा(उ.प्र.)

छात्रों को कॉरपोरेट क्षेत्र में नेतृत्व के गुण विकसित करने के लिए स्वंय में कौन से कौशल विकसित करने चाहिए इसकी जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में जेएसडब्लू सीमेंट के मानव संसाधन एवं सार्वजनिक कार्यो के डिप्टी जनरल मैनेजर श्री विश्वविजय मोहपात्रा ने ‘‘ कोरपोरेट लीडरशिप स्टाइल’’ विषय पर व्याख्यान प्रदान किया।

वेबिनार में जेएसडब्लू सीमेंट के मानव संसाधन एंव सार्वजनिक कार्यो के डिप्टी जनरल मैनेजर श्री विश्वविजय मोहपात्रा ने ‘‘ कोरपोरेट लीडरशिप स्टाइल’’ विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि नेतृत्व करने वाला व्यक्ति वो होता जो जवाबदारी लेता है और लोगों को समझाता है। एक अच्छा नेता लोगों को प्रोत्साहित कर कार्यान्वय के लिए आगे बढ़ाता है। श्री मोहपात्रा ने कहा कि नेतृत्व कर्ता किसी भी लाइन में सबसे आगे होता है चाहे वो परेड हो या समाजिक कार्य। नेतृत्वकर्ता हमेशा चीजों को और बेहतर बनाने का प्रयास करता है और वो अपने दृष्टिकोण को हकीकत में बदलता है। उन्होनें कहा कि केवल लोगों को प्रोत्साहित करना ही सबकुछ नही है बल्कि नेतृृत्व करने वाले को लोगों से सहानुभूूति होनी चाहिए और उसे लोगों को जोड़ना भी आना चाहिए। एक अच्छा नेतृत्वकर्ता को कार्य के प्रति उत्साहित होना चाहिए जिस व्यक्ति के अंदर कार्य के प्रति जूनून और दृढ़ निश्चयता हो उसे लोग अधिक खुल कर अपने विचार प्रकट करते है।

श्री मोहपात्रा ने कहा कि लीडरशिप स्टाइल के तीन मुख्य भाग होते है प्रथम नेतृत्व की उर्जा अभिविन्यास शैली, द्वितीय लाइकरट्स प्रबंधन प्रणाली और तृतीय प्रबंधकीय ग्रिड। नेतृत्व की उर्जा अभिविन्यास शैली में मुख्य तीन तरह के नेतृत्वकर्ता है प्रथम आॅटोकैट्रीक - इस प्रकार के नेतृत्व कर्ता हर निर्णय अपने आप करते है और केवल स्वंय पर विश्वास करते है। द्वितीय पार्टीसिपेटिव - इस प्रकार के नेतृत्वकर्ता सबके विचारों एंव सलाहों सुनकर एंव विश्लेषण करके निर्णय लेते है और तृतीय फ्री रेन - इस प्रकार के नेतृत्वकर्ता अपने सहयोगीयों को मुक्त होकर कार्य करने के छूट देते है। उन्होनें लाइकरट्स प्रबंधन प्रणाली नेतृत्वकर्ता के अंर्तगत चार भागों एक्सपाॅलइटेटिव आॅथोरिटेटिव, बिनेवोलेंट आॅथोरिटेटिव, कंसलटेटिव और पार्टिसिपेटिव सहित तृतीय फ्री रेन के कर्मचारियों की चिंता करने वाले एवं उत्पादन की चिंता करने वाले नेतृत्वकर्ता के पांच भागों के संर्दभ में विस्तार से जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों एवं शिक्षकों ने श्री मोहपात्रा से कई प्रश्न किये जिनके उन्हे जवाब भी प्राप्त हुए।

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