बैंक डकैती ख़ुलासा : अस्थाई कर्मचारी ने दोस्तों संग मिलकर रची थी साजिश, 2 महिला सहित 5 गिरफ़्तार





सवांददाता, के,के,कुशवाहा


आगरा। इंडियन ओवरसीज बैंक में 15 दिसंबर के दिन डाली गयी डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करने में लगी पुलिस टीम को बीती रात सफलता मिल गई है। इस मामले में पुलिस ने दो महिला सहित पांच बदमाशों को हिरासत में ले लिया है। पकड़े गए बदमाश पुनीत उर्फ पीके, रंजीत, ठाकुर दास और ठाकुर दास की पत्नी रजनी भी शामिल है। जबकि उनके चार साथी सनी उर्फ सिद्धार्थ, बंटी जाटव, नरेंद्र कुमार और तेज सिंह फरार चल रहे हैं। पुलिस ने सभी बदमाशों के पास से 32 लाख की नगद रकम बरामद कर ली है जबकि घटना में शामिल मोटरसाइकिल, तमंचा और चाकू को भी बरामद कर लिया गया है।


तारीख 15 दिसंबर दिन मंगलवार समय करीब 4:45 बजे जब आगरा ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सदर थाना क्षेत्र के रोहता इलाके में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में 56 लाख, 94 हजार 810 रुपये की डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। बैंक के अंदर सरेशाम डकैती की इस वारदात ने आगरा सहित पूरे उत्तर प्रदेश को हिला के रख दिया था। यही वजह थी कि एडीजी, आईजी सहित एसएसपी के नेतृत्व में कई पुलिस टीमों का गठन किया गया और खुलासे के लिए शीघ्र प्रयास किए गए। प्रारंभिक तौर पर जानकारी में आया था कि घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की संख्या पांच थी। इस संबंध में बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों का सुराग देने वाले व्यक्ति को आगरा पुलिस ने एक लाख रुपये इनाम देने की भी घोषणा की थी।


पुलिस पूछताछ के दौरान जानकारी में आया है कि आरोपी पुनीत बैंक में काफी लंबे समय से अस्थाई कर्मी के तौर पर कार्य कर रहा था और बैंक कर्मचारियों का पुनीत पर अत्यंत विश्वास था। जिसका फायदा उठाकर पुनीत ने अपने साथी ठाकुरदास और अन्य लोगों के साथ में मिलकर बैंक के अंदर डकैती की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों का इतिहास भी लूट लिया है। ठाकुरदास और पुनीत पर सदर थाने में पूर्व में भी मुकदमे दर्ज हैं।


सरेशाम बैंक के अंदर डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एडीजी जोन अजय आनंद की ओर से पचास हजार का इनाम और प्रशस्ति पत्र भी दिया गया है। साथ ही साथ अब पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में और तेजी से कार्य कर रही है।