एमिटी विश्वविद्यालय में उद्यमिता, नवाचार एवं नेतृत्वता पर तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ





नोयडा। उ.प्र.

भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया शुभारंभ

छात्रों के अदंर उद्यमिता, नवाचार एवं नेतृत्वता के गुणों के विकास हेतु एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश द्वारा उद्यमिता, नवाचार एव नेतृत्वता पर तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘आईसीईआईएल 2020’’ का आयोजन किया गया। इस नवाचार प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता और स्थिरता का दोहन विषय पर आयोजित इस त्रिदिवसीय अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष एवं उत्तरप्रदेश सरकार में यातायात एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और विद्युत राज्यमंत्री श्री स्वतन्त्र देव सिंह, गोल्डन जुबली बायोटेक पार्क  के चेयरमैन डा पी मुरली, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला द्वारा किया गया। इस अवसर पर उद्यमियों को उनके अतुलनिय कार्यो के लिए एमिटी लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित भी किया गया।


उद्यमिता, नवाचार एव नेतृत्वता पर आयोजित इस तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन में तीन दिन तक विभिन्न व्यापारिक विषयों पर लगभग 60 परिचर्चा सत्रों का आयोजन किया जायेगा जिसमें 300 से अधिक राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय विशेषज्ञ, उद्यमी और अकादमिक अपने विचार रखेगें। 50 से अधिक टीमें अपने व्यापारिक प्लान प्रस्तुत करेगी, 70 से अधिक स्टार्टअप अपने कार्यो को प्रस्तुत करेगें इसके अतिरिक्त सैकड़ो विशेषज्ञों द्वारा पेपर प्रस्तुत किया जायेगा।  इस अवसर पर कई संस्थानों के साथ संयुक्त कार्यो पर आधारित समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया जायेगा।

भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष एवं उत्तरप्रदेश सरकार में यातायात एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और विद्युत राज्यमंत्री श्री स्वतन्त्र देव सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवा उद्यमिता और नवाचार के क्षेत्र का नेतृत्व करते हुए आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बेहतरीन योगदान दे रहे है। आपके सामथ्र्य से नये भारत का विकास हो रहा है। आपसे ना केवल संस्थान और कंपनी का नाम रौशन है बल्कि प्रदेश एवं देश का नाम भी पूरे विश्व में रौशन हो रहा है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जो युवाओं को बल प्रदान कर रहा है। श्री सिंह ने कहा कि आपके परिश्रम और सरकार की इच्छाशक्ती आज स्टार्टअप के क्षेत्र में देश विश्व में तीसरे नंबर है और लगभग 50000 से अधिक स्टार्टअप का संचालन हो रहा है। सरकार द्वारा नोएडा में डेटा सेंटर का स्थापित किया जायेगा और विभिन्न जनपदो में आईटी पार्क के निर्माण की योजना पर कार्य किया जा रहा है। आज पूरा विश्व आपकी प्रतिभा का लोहा मान रहा है जहां आप किसी नेतृत्वता के इंतजार करने की बजाय स्वंय नेतृत्व कर रहे है। उन्होनें छात्रो ंसे कहा कि 21वी सदी को भारत की सदी बनाने की जिम्मेदारी आपके कंधो पर है।


गोल्डन जुबली बायोटेक पार्क  के चेयरमैन डा पी मुरली ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में तकनीक के साथ शोध के नये विषय विकसित हुए है। तीन महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसमें शोध एवं नवोन्मेष की आपार संभावनायें है। डा मुरली ने कहा कि प्रथम डाटा है जो वर्तमान मे ंतेल या स्वर्ण जितना महत्वपूर्ण है। जिनोमिक क्षेत्र में पाये जाना वाला डाटा सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, हमें शुद्ध और विश्लेषित डाटा की आवश्यकता है। डाटा का उपयोग विश्वसनीय और व्यक्तिगत तरीके से करना होगा। द्वितिय क्षेत्र सिंथेटिक बायोलाॅजी है, सतत विकास के लिए, कार्बन फुट प्रिंट को कम करने के लिए और लोगों द्वारा उपयोग किये जा रहे नये प्रोटिन सहित लोगों को स्वस्थ करने के लिए माइक्रोब्स का उपयोग कई क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। तृतीय क्षेत्र माइक्रोबायोमें रिर्सच जिसमे ंशोध की आपार संभावनायें है। डा मुरली ने कहा कि हमें सभी तकनीक का उपयोग कृषि एवं अन्य क्षेत्रों में शोध के लिए करना चाहिए।


एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में उपस्थित विशेषज्ञों और उद्यमीयों को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। उद्यमशीलता का गुण एमिटी परिवार के सभी सदस्यों के डीएनए में हैं क्योकी एमिटी के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान जो एक सफल व्यवसायी रहे है उन्होनें उद्यमिता प्रोत्साहन का दृष्टिकोण हम सभी को प्रदान किया है। एमिटी मे हम छात्रों को रोजगार प्राप्त करने की बजाय रोजगार प्रदाता बनने के लिए प्रोत्सहित करते है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना आवश्यक है और इस प्रकार के सम्मेलन के जरीए आपके मार्गदर्शन से छात्रों का विकास अवश्य होगा।


एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस सम्मेलन का उददेश्य छात्रो को उद्यमिता एवं नवाचार के प्रोत्साहित करते हुए देश में चल रहे आत्मनिर्भर भारत के अभियान में हिस्सेदारी सुनिश्चित करना है। इस सम्मेलन के अंर्तगत 70 परिचर्चा सत्रों, यूरेका नामक इनोवेटिव डिजाइन प्रोजेक्ट कंपटिशन, लक्ष्य नामक व्यापारिक प्लान प्रतियोगिता, शोध पेपर प्रस्तुतीकरण, केस स्टडी प्रस्तुतीकरण, स्टार्ट अप एक्सपो, सहित कई उद्यमियो ंको उनके कार्यो के लिए अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त आपसी सहयोग विकसित करने के लिए संस्थानों के साथ एमओयू साइन किया जायेगा।


इस तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘आईसीईआईएल 2020’’ के अंर्तगत आज प्रथम दिन विभिन्न उद्यमियों को एमिटी लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया जिसके अंर्तगत टीआईई दिल्ली एनसीआर की एक्जीक्यूटिव निदेशिका सुश्री गीतिका दयाल को एमिटी वूमेन लीडरशिप अवार्ड फाॅर प्रमोटिंग एटंरप्रिन्यौरशिप से, वेंचर कैटेलिस्ट के सह संस्थापक डा अपूर्व रजंन शर्मा को एमिटी अल्युमनी अवार्ड फाॅर प्रमोटिंग एक्सलेंस इन एटंरप्रिन्यौरशिप एंड स्टार्ट अप्स से और एबीएलई के उपाध्यक्ष और नोवोजाइम्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड के रिजनल अध्यक्ष श्री जी एस कृष्णनन को एमिटी लीडरशिप अवार्ड फाॅर एक्सलेंस इन इंडस्ट्रीयल बायोटेक्नोलाॅजी से सम्मानित किया गया।


इस अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन के अंर्तगत आज दो ऐतिहासिक समझौता पत्र हस्ताक्षर किया गया जिसके अंर्तगत प्रथम समझौता पत्र एमिटी विश्वविद्यालय एवं भारतीय नौसेना के मध्य किया गया। भारतीय नौसेना द्वारा बीटेक, एमटेक, रिर्सच या पीएचडी करने वाले छात्रो कों भविष्य के युद्ध प्रौद्योगिकियों में नवाचार एवं शोध की संस्कृति विकसित करने के लिए इंडियन नेवल स्टूडेंट एगेंजमेंट प्रोग्राम प्रारंभ किया गया है। इस समझौता पत्र छात्रों को नेवल प्रोजेक्ट पर कार्य करने के अवसर के साथ संयुक्त मार्गदर्शन में इंर्टनशिप के अवसर प्रदान करेगा। इस समझौता पत्र एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला की उपस्थिती में एमिटी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा बी एल आर्या एवं भारतीय नौसेना के रियल एडमिरल विनित मैककार्टी, एसीएनएस (एसआर) ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर टेक्नोलाॅजी डेवलपमेंट फंड की निदेशिका सुश्री निधी बंसल भी उपस्थित थी।


 द्वितीय ऐतिहासिक समझौता पत्र एमिटी विश्वविद्यालय एवं इंडियन कांउसिल फाॅर फर्टीलाइजर एवं फर्टीलाइजर टेक्नोलाॅजी रिर्सच के मध्य किया गया। यह समझौता पत्र आपसी सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा विशेषकर कृषि, जीव विज्ञान, माइक्रोबियल टेक्नोलाॅजी, बायोटेक्नोलाॅजी एवं अन्य विज्ञान के क्षेत्र में आपसी समझ, रूचि और परस्पर पूरक अन्य गतिविधियों के सि़द्धांत के तहत। इस समझौता पत्र पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के उर्वरक विभाग के सचिव श्री छबिलेंद्र राउल की उपस्थिती में एमिटी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा बी एल आर्या एवं इंडियन कांउसिल फाॅर फर्टीलाइजर एवं फर्टीलाइजर टेक्नोलाॅजी रिर्सच के डा लाल संगलुर ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ आॅरगेनिक एग्रीकल्चर की निदेशिका डा नलिनी रामावत भी उपस्थित थी।


इस सम्मेलन के प्रथम दिन विभिन्न परिचर्चा सत्रों का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम परिचर्चा सत्र ‘‘ स्टार्ट अप सपोर्ट एंड इकोसिस्टम फाॅर न्यूवेंचर क्रियेशन’’ विषय पर आयोजित किया गया जिसमें आईआईएम कलकत्ता इनोवेशन पाके के सीईओ डा शुभरंगशु सान्याल, सहित डा अमिताव बंद्योपाध्याय, सुश्री कविता अग्रवाल, प्रो यू टी राव, श्री अनुपम जलोटे ने अपने विचार व्यक्त किये। इसके अतिरिक्त ‘‘ हार्नेसिंग क्रियेटिविटी एंड इनोवेशन इन एफिशियेंट लाॅजिस्टिक एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट’’ ‘‘ लिवरेजिंग टेक्नोलाॅजी इनोवेशन फाॅर एंटरप्रिन्यौरशिप इन रिटेल मैनजमेंट’’ आदि विषयों पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया।


सम्मेलन के शुभारंभ कार्यक्रम के समापन पर एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं छात्र उपस्थित थे।