-उद्यमियों को एमिटी लीडरशिप अवार्ड से किया सम्मानित।
नोयडा। उ.प्र.
छात्रों के अदंर उद्यमिता, नवाचार एवं नेतृत्वता के गुणों के विकास हेतु एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश द्वारा उद्यमिता, नवाचार एव नेतृत्वता पर आयोजित तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘आईसीईआईएल 2020’’ का आज समापन हो गया। इस नवाचार प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता और स्थिरता विषय पर आयोजित इस त्रिदिवसीय अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में भारत सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय के चीफ इनोवेशन आॅफिसर श्री अभय जेरे, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने अपने विचार रखे।
इस तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘आईसीईआईएल 2020’’ के अंर्तगत उद्यमिता एवं नवाचार के क्षेत्र बेहतरीन कार्य के लिए एमिटी एंटरप्रिन्यौनरल एंड लीडरशिप अवार्ड प्रदान किया गया जिसके अंर्तगत धनुका एग्रीटेक लिमिटेड के गु्रप चेयरमैन श्री आर जी अग्रवाल को एमिटी लाइफटाइम एचिवमेंट अवार्ड फाॅर एक्सलेंस इन एग्रो इंडस्ट्री एवं मोदीकेयर लिमिटेड के चीफ आपरेटिंग आॅफिसर श्री राहूल शंकर को एमिटी लीडरशिप अवार्ड फाॅर कोरपोरेट एक्सलेंस से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री आर जी अग्रवाल और श्री राहूल शंकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
समापन समारोह में भारत सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय के चीफ इनोवेशन आॅफिसर श्री अभय जेरे ने संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए मार्गदर्शक है और जिस तरह उद्यमिता, नवाचार पर केन्द्रीत किये हुए पहल की जा रही है यह आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने देश को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए अभियान प्रारंभ किया है और मंत्रालय एवं अधिकारियों द्वारा इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा मे ंसार्थक प्रयास किया जा रहा है। डा जेरे ने कहा कि हमें विचारों एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित करना होगा जिससे ना सिर्फ नये आइडियों की रचना हो बल्कि उन्हे आगे बढ़ाया जायें और उच्च शिक्षण संस्थान इससे बेहतर स्थान नही हो सकते जहां पर युवा मस्तिष्कों को पूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त होता है। अपनी राष्ट्रभक्ती एवं देशभक्ती को जाहिर करने का यही तरीका है कि हम नये विचारों और बौ़िद्धक संपदा को विकसित करे जो विश्व को प्रभावित करें। आज भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 48 नंबर पर है पिछले पांच सालों में हम नवाचार, उद्यमिता को प्रोत्साहित कर और सरकार की पहल से 81 से 48 वें स्थान पर पहंुचे है किंतु अभी भी हम चीन सहित कई देशों के मुकाबले पीछे है। हमें अभी काफी आगे जाना है हमें इस तरह के नवाचार पर्यावरण का निर्माण करना होगा जहां नये आईडिया को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जाये। हमें छात्रों को बाक्स से बाहर निकल कर विचार करने और समस्या के निवारण के बारे में विचार करने की शिक्षा प्रदान करनी होगी। डा जेरे ने कहा कि आज कई प्रोजेक्टों पर कार्य हो रहा है, हमें छात्रो को सफलता के साथ असफलता के बारे में भी बताना चाहिए। उन्हे प्रोत्साहित करें लेकिन अगर प्रोजेक्ट स्तर का ना हो तो भी उन्हें बता देें आपके प्रोजेक्ट का भविष्य नही है। छात्रों को असफलता के महत्व से अनुभव प्राप्त करने के संर्दभ में जानकारी प्रदान करें। छात्रों के लिए केवल सफल उद्यमीयों के ही नही बल्कि असफल उद्यमियों के व्याख्यानो ंकार्यक्रम का आयोजन करें जिससे वे उनकी असफलता से सीख ले सकें। हमें छात्रों को माॅं सरस्वती एवं माॅ लक्ष्मी दोनो की एक साथ अराधना के लिए प्रोत्साहित करना होगा। हमें रोजगार प्राप्त करने वाले छात्र की बजाय रोजगार प्रदाता का निर्माण करना होगा।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने अतिथियों, छात्रों, उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी में नवाचार एवं उद्यमिता का गुण हमारे डीएनए में है। हमने एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान के मार्गदर्शन में उद्यमिता एवं नवाचार की संस्कृति और पर्यावरण का निर्माण किया है जहां हम छात्रों को नवोन्मेष के लिए प्रोत्साहित करते है। डा चौहान ने कहा हम छात्रो को समस्या को समझ कर उसके निवारण करने और असफलता से ना हताश होने के लिए तैयार करते है। उद्यमिता के ंदो अत्यंत महत्वपूर्ण भाग है प्रथम दूसरे के प्रति सहानुभूति और करूणा और द्वितीय कार्य के प्रति जूनन होना आवश्यक है।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस सम्मेलन का उददेश्य विशेषज्ञों और उद्यमियों के जरीए छात्रों को नवाचार, उद्यमिता आदि के लिए प्रोत्साहित करने एवं मार्गदर्शन प्रदान करना था। हम छात्रों को अवसरों को पहचानने एवं उसका उपयोग समाज के हित में करने के लिए प्रोत्साहित करते है।
इस तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी होने वाले प्रतिभागीयों की घोषणा की गई। यूरेका इनोवेशन डिजाइन प्रोजेक्ट /पोस्टर प्रतियोगिता में लगभग 75 टीमों ने हिस्सा लिया और प्रस्तुती दी गई जिसमें नई दिल्ली के जीबी पंत गर्वरमेंट इंजिनियरिंग काॅलेज के श्री सरोज कुमार को प्रथम, चेन्नई के राजालक्ष्मी इंजिनियरिंग काॅलेज की सुश्री हंसनी एवं श्री गोकुल पी की टीम, और दिल्ली के एमिटी स्कूल आॅफ इंजिनियरिंग काॅलेज की श्री रोहित चौहान, श्री युवराज तिवारी, सुश्री योगिता, श्री तपन सिंह और सुश्री गुलरीन कौर की टीम को द्वितीय पुरस्कार, भुवनेश्वर के सिनर्जी इंस्टीटयूट आॅफ टेक्नोलाॅजी के श्री अंर्तयामी दास, श्री रिषभ शर्मा और श्री अभिजित मांझी की टीम को और एमिटी स्कूल आॅफ डिजाइन के छात्र श्री श्रेयस कोरडे को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। लक्ष्य बिजनेस प्लान प्रतियोगिता में वूमेन कैटगरी में सुश्री अक्षिता कपूर, कोलिजियेट नाॅन एमिटी कैटेगरी में आईआईएमएचआर की सुश्री लक्ष्मी मनोज, पुलकित रतुड़ी और इरेने एलिजाबेथ की टीम को प्रथम पुरस्कार, नाॅन काॅलेजियेट स्टार्ट अप कैटगरी में श्री राहूल बत्रा को प्रथम, कोलिजियेट एमिटी कैटेगरी में छात्र त्रिशुल को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। रिर्सच पेपर प्रस्तुतीकरण प्रतियोगिता में एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ इन्र्फोमेशन टेक्नोलाॅजी की सुश्री रूचिका बाथला, डा मयंक शर्मा और डा सैयद अख्तर को प्रथम पुरस्कार, एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ इन्र्फोमेशन टेक्नोलाॅजी की श्री जलज पाटेरिया और डा शुभारानिल सोम को द्वितीय पुरस्कार और एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ इन्र्फोमेशन टेक्नोलाॅजी के श्री बाबु कुमार, डा अजय विक्रम सिंह, डा पारूल अग्रवाल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। केस स्टडी प्रतियोगिता में आईआईएलएम विश्वविद्यालय गुरूग्राम की डा सोना वी और जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के डा आशीष माथुर को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार, अन्नामलाई विश्वविद्यालय के डा टी राज प्रवीन को द्वितीय और चेन्नई के लाॅयल काॅलेज आॅफ सोसाइटी के डा वी रंगराजन को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। वर्चुअल स्टार्टअप एक्सपों प्रतियोगिता में कम्यूनिटी फार्मास्टि एड के संस्थापक श्री अंकित तिवारी को प्रथम, आॅरगेनिक बी के संस्थापक श्री डावर जामा को द्वितीय और समशेक फैशन प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ सुश्री समीक्षा बजाज को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
विदित हो कि उद्यमिता, नवाचार एव नेतृत्वता पर आयोजित इस तृतीय वर्चुअल अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन में तीन दिन तक विभिन्न व्यापारिक विषयों पर लगभग 60 परिचर्चा सत्रों का आयोजन किया गया जिसमें 300 से अधिक राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय विशेषज्ञ, उद्यमी और अकादमिकों ने अपने विचार रखे ।इस अवसर पर कई संस्थानों के साथ संयुक्त कार्यो पर आधारित समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया गया।
सम्मेलन के अंतिम दिन आयोजित सम्मेलन में प्रथम सत्र में जल संसाधन प्रबंधन और प्रौद्योगिकी विषय पर परिचर्चा सत्र आयोजित किया गया जिसमें परिचर्चा सत्र की अध्यक्षता सीएसआईआर - एनईईआरआई के वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री जे के भसीन ने की और इस अवसर पर नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण के एक्जीक्यूटिव सदस्य डा एम के सिंन्हा, नेशनल वाटर डेवलपमेंट एजेंसी के चीफ इंजिनियर श्री आर के जैन, एमिटी विश्वविद्यालय की गु्रप एडिशनल प्रो वाइस चांसलर (आर एंड डी) डा तनु जिंदल, दिल्ली जल बोर्ड के चीफ इंजिनियर वाटर वर्क श्री एम के हंस ने अपने विचार रखे। इसके अतिरिक्त ‘‘ नेतृत्व और नवाचार का मनोविज्ञान’’ विषय पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया।
सम्मेलन के समापन कार्यक्रम पर एमिटी टेक्नीकल प्लेसमेंट सेंटर के निदेशक डा अजय राणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं छात्र उपस्थित थे।
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