4 महीने से रिक्त ,कांग्रेस जिलाध्यक्ष की सीट पर राघवेंद्र सिंह' मीनू 'को मिली जिम्मेदारी



आगरा । (के.के.कुशवाहा)

आखिरकार चार महीने बाद कांग्रेस को जिलाध्यक्ष मिल ही गया। प्रदेश नेतृत्व ने राघवेंद्र सिंह मीनू को यह जिम्मेदारी सौंपी है। राघवेंद्र सिंह मीनू कांग्रेस में कई अहम पदों की जिम्मेदारी निभा चुके है लेकिन 2019 में राघवेंद्र सिंह मीनू को पार्टी से झटका भी लगा था। अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया था। काफी जद्दोजहद के बाद में पार्टी को उनका निष्कासन वापस लेना पड़ा था।


शुक्रवार रात को कांग्रेस हाई कमान की ओर से प्रदेश के 13 ऐसे कार्यकर्ताओं की सूची जारी की गई जिन्हें जिला व शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। उनमे से एक नाम आगरा के जिलाध्यक्ष के रूप में राघवेंद्र सिंह मीनू का भी है। राघवेंद्र सिंह मीनू को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने से कार्यकर्ता काफी उत्साहित है क्योंकि वो युवा जिलाध्यक्ष की कमान संभाल चुके है।


उनसे पहले कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रहीं मनोज दीक्षित पर बिजली कंपनी से रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। इस पर हाईकमान ने उनसे इस्तीफा ले लिया था। तब से संगठन के वरिष्ठ नेताओं के सामने कई बार यह मुद्दा आया कि जिलाध्यक्ष पद पर किसी को मनोनीत किया जाए ताकि संगठन की गतिविधियां सुचारू रूप से चल सकें।


राघवेंद्र सिंह मीनू से पहले जिले के ही एक वरिष्ठ नेता पर भी हाईकमान की ओर से जिले की कमान संभालने के लिए दबाव बनाया गया था लेकिन उन्होंने दबी जुबां से इस जिम्मेदारी को लेने के लिए मना कर दिया था जिसके बाद जिला अध्यक्ष की कमान राघवेंद्र सिंह मीनू को सौंपी गई।