क्‍यों दिया है, पौष माह का नाम वैदिक पौराणिक ग्रन्थों में



वैदिक सूत्रम चेयरमैन एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम ने पौष माह के रहस्यमयी तथ्यों के सन्दर्भ में बताते हुए कहा कि वैदिक हिन्दू ज्योतिष में विक्रम संवत में पौष का माह दसवां महीना होता है। भारतीय महीनों के नाम नक्षत्रों पर आधारित हैं। जिस महीने की पूर्णिमा को चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है उस महीने का नाम उसी नक्षत्र के आधार पर रखा जाता है।


विक्रम संवत में पौष माह की पूर्णिमा को चंद्रमा पुष्‍य नक्षत्र में रहता है और इसी वजह से इस महीने को पौष का मास कहा जाता है। संयोग से इस बार पौष मास की पूर्णिमा 28 जनवरी 2021 को गुरुवार को पुष्य नक्षत्र का महासंयोग पड़ रहा है, जिसे वैदिक हिन्दू ज्योतिष में गुरु-पुष्यामृत योग के महासिद्ध महूर्त के रूप में जाना जाता है। इस बार 28 जनवरी गुरुवार को पूर्णिमा और 27 नक्षत्रों का सम्राट पुष्य नक्षत्र पूरे दिन और रात्रि में रहेगा। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि यह विशेष सिद्धदायक दिन नवीन व्यापार या किसी भी कार्य को आरम्भ करने के लिए बहुत खास दिन है।


एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम ने बताया हिंदू धर्म में पूर्णिमा का दिन विशेष होता है। लेकिन पौष, शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का अधिक महत्व है क्योंकि यह पूर्णिमा 27 नक्षत्रों के सम्राट पुष्य नक्षत्र युक्त होती है। मोक्ष की कामना रखने वालों के लिए पूर्णिमा का यह दिन बेहद खास होता है। इस पूर्णिमा तिथि को सूर्य और चंद्रमा का संगम भी कहा जाता है, क्योंकि पौष का महीना सूर्य देव का माह होता है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है। इसके बाद माघ महीने की शुरुआत होती है। माघ महीने में किए जाने वाले स्नान की शुरुआत भी पौष की पूर्णिमा से ही हो जाती है। पौराणिक ग्रन्थों में मान्यता है कि जो व्यक्ति इस पूर्णिमा के दिन विधिपूर्वक प्रात: काल किसी पवित्र नदी में स्नान करता है वह मोक्ष का अधिकारी होता है। उसे जन्म-मृत्यु के चक्कर से छुटकारा मिल जाता है। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि इस बार 28 जनवरी को गुरुवार को पौष पूर्णिमा पर चंद्रमा, ग्रह नक्षत्रों की विशेष स्थिति और सुयोग पर अपनी प्राणदायिनी अमृतमयी किरणों का संचरण कर जल में प्राणदायी उर्जा समाहित करेगा। ग्रह नक्षत्रों की गणना अनुसार, पौष पूर्णिमा के दिन गुरुवार को पुष्य नक्षत्र देर रात तक रहेगा। मन, मस्तिष्क एवं जल तत्व को प्रभावित करने वाला चंद्रमा का स्वयं की राशि कर्क होना अत्यंत प्रभावशाली है।