SBI कौलारा कलां मैनेजर ने डीएम के आदेश किये हवा, 7 महीने से बीमा राशि लेने को पीड़ित काट रहा चक्कर

 



सवांददाता, के,के,कुशवाहा



आगरा । पिता की मौत के बाद दुर्घटना बीमा का क्लेम को लेने के लिए मृतक के मासूम बच्चों और उनके चाचा ने उप जिलाधिकारी फतेहाबाद से मदद की लगाई गुहार लगाई है। शुक्रवार को मृतक के बच्चों व परिवारीजनों ने उप जिलाधिकारी फतेहाबाद से मुलाकात की और पूरा प्रकरण बताया कि किस तरह से बैंक मैनेजर उन्हें गुमराह कर रहा है और उनके पिता के दुर्घटना बीमा का क्लेम नहीं दे रहा है।


मामला कौलारा कला क्षेत्र का जुड़ा हुआ है। उपजिलाधिकारी फतेहाबाद तहसील परिसर में पहुँचे मासूम बच्चों और परिजनों ने बताया कि 25 जून 2019 को सड़क दुर्घटना में मासूम बच्चों के माँ बाप व भाई की मृत्यु हो गयी है। इस घटना को काफी समय बीत चुका है और इस हादसे के बाद से परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।


मृतक के भाई ने बताया कि मासूम बच्चों के पिता का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कौलारा कलाँ शाखा में था खाता था। इस खाते से दुर्घटना बीमा के लिए 12 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब कटते थे। इस हादसे के बाद से मृतक के दुर्घटना बीमा का क्लेम किया गया तो कौलारा कला बैंक मैनेजर ने कागजी औपचारिकता के लिए दर दर भटका रहा है। पीड़ित का कहना है कि कागजी औपचारिकता पूरी होने के बावजूद तानाशाही मैनेजर दुर्घटना बीमा देने से इनकार कर रहा है।


पीड़ित का कहना है कि बीमा क्लेम के लिए पहले तहसील स्तर से प्रमाण पत्र बनवाया और फिर उसे बैंक में जमा भी कराया लेकिन बैंक मैनेजर ने उसे भी मानने से इंकार कर दिया। फिर उसने जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस संबंध में पत्र भी लिखवा कर बैंक में जमा कर दिया लेकिन इसके बावजूद कोई ना कोई कार्यों में कमी निकल कर उन्हें परेशान किया जा रहा है और बीमा की राशि नहीं दी जा रही है।


पीड़ित ने बताया कि आज जिलाधिकारी फतेहाबाद से मुलाकात हो गई है और उप जिलाधिकारी ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। फिलहाल बैंक मैनेजर की तानाशाही चलते मृतक के दो मासूम बच्चे अपने पिता की दुर्घटना बीमा पॉलिसी के क्लेम के लिए दर-दर भटक रहे हैं।