पत्रकार मनदीप सिंह की गिरफ्तारी पर बरसे कांग्रेसी, ‘चौथे स्तंभ पर कानून का पहरा बर्दाश्त नहीं





सवांददाता, के,के,कुशवाहा


आगरा । पत्रकार मनदीप सिंह पूनिया की गिरफ्तारी से आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ता पत्रकार मंदीप सिंह की रिहाई की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचे। शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एसीएम द्वितीय विमल कुमार गुप्ता को दिया और पत्रकार मंदीप सिंह पूनिया को रिहा किये जाने की मांग की। कांग्रेसियों का कहना था कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर सरकारी बंदूक के पहरे को किसी भी रूप में बर्दाश्त नही किया जाएगा।


शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार चिल्लू ने कहा कि तानाशाह मोदी सरकार जिस प्रकार से हिटलर के रास्ते पर चल कर कानून, कलम, कैमरा व किसान पर बंदूक के पहरे से रोक लगाने की कुचेष्टा कर रही है, कांग्रेस जन इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकार मंदीप सिंह पूनिया ने किसान आन्दोलन में सत्य को दिखाकर कौन सा राष्ट्र विरोधी कार्य किया था, जो कि मोदी सरकार उनके विरुद्ध राष्ट्र विरोधी धाराएं लगाकर जेल में डाल दिया।



शहर अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने इससे पहले भी जेएनयू, जामिया मिल्लिया, दिल्ली व बंगाल में पुलिस के संरक्षण में अवांछनीय व राष्ट्र विरोधी तत्वों से गुंडा गर्दी करवाई थी, लेकिन उनके विरुद्ध कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी सरकार गुजरात दंगों का हिंसा मॉडल पूरे देश में लागू करके सत्य को दबाना चाहती है। लेकिन हम मोदी सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि गांधी जी के देश में तानाशाही व हिंसा के लिए कोई भी स्थान नहीं है, और आने वाले समय में सत्ता के संरक्षण में अवांछनीय तत्वों व राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा की जा रही गुंडा गर्दी करने वाले लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, क्योंकि सत्य कभी झुकता व रुकता नहीं है, विजय सत्य की ही होती है।


शहर कांग्रेस के प्रवक्ता आई डी श्रीवास्तव ने पत्रकार मंदीप सिंह पूनिया को बिना शर्त रिहा किए जाने व जो लोग पुलिस के संरक्षण में व सत्ता के इशारे पर खुलेआम हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। उनके विरुद्ध राष्ट्र द्रोह का मुकदमा दायर कर गिरफ्तार किए जाने की मांग की गई है।


ज्ञापन देने वालों में अशोक शर्मा, नंदलाल भारती, अरविंद दौनेरिया, हबीब कुरैशी, अदनान कुरैशी, याकूब शेख, राजेन्द्र सोनकर आदि शामिल थे।