सवांददाता, के,के,कुशवाहा
आगरा। कासगंज जनपद में शराब माफिया से हुई मुठभेड़ में आगरा का लाल देवेंद्र जशावत शहीद हो गया है। शहीद सिपाही देवेंद्र आगरा के डॉकी थाना क्षेत्र के नगला बिंदु गांव का रहने वाला है। देवेंद्र की शहादत की खबर जैसे ही गांव तक पहुंची, गांव में कोहराम मच गया। इस घर का इकलौता चिराग हमेशा के लिए बुझ गया। देवेंद्र की मौत के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव में हर तरफ महिलाओं का करुण क्रंदन सुनाई दे रहा है। घर परिवार और गांव की महिलाओं का रो रो कर बुरा हाल है। शहीद सिपाही देवेंद्र के घर पर ग्रामीणों का जमावड़ा लगा हुआ है। सभी की आंखें नम है और सभी में शराब माफिया के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। हर कोई शहीद सिपाही देवेंद्र के साथ बीते लम्हों को याद कर रहा है।
शहीद सिपाही देवेंद्र के घर में उसके बूढ़े मां-बाप, छोटी बहन और पत्नी और दो अबोध बेटियां हैं। सभी की जिम्मेदारी सिपाही देवेंद्र के कंधों पर थी। अब जब घर का चिराग हमेशा के लिए बुझ गया है तो घर के लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आगे क्या होगा। गांव नगला बिंदु में सिपाही देवेंद्र पला बढ़ा और वर्ष 2015 में देवेंद्र पुलिस में भर्ती हो गया। कानपुर देहात में पोस्टिंग के बाद देवेंद्र का तबादला कासगंज हुआ और तभी से देवेंद्र कासगंज में पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहा था।
देर रात सिपाही देवेंद्र और दरोगा अशोक कुमार शराब माफिया को पकड़ने के लिए दबिश देने गए थे, जहाँ शराब माफिया ने दोनों को घेर लिया और बेरहमी से सिपाही देवेंद्र को मौत के घाट उतार दिया। देवेंद्र की शहादत पर गांव में गम है और शराब माफिया के प्रति गुस्सा। गांव के लोगों ने शराब माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग सरकार से की है, साथ ही यह मांग भी उठाई है कि शहीद सिपाही देवेंद्र के नाम पर सड़क और पुल का निर्माण किया जाना चाहिए। गांव में शहीद सिपाही देवेंद्र की याद में शहीद स्मारक का निर्माण करवाया जाना चाहिए।
शहीद सिपाही देवेंद्र के बारे में जानकारी देते हुए परिवार और गांव के लोगों ने बताया कि देवेंद्र काफी मिलनसार था और हमेशा फर्ज के लिए अपनी जान कुर्बान करने की बात कहता था। देवेंद्र की शहादत पर गांव में गम का माहौल है।