शहीद स्मारक पर मनाया गया चौरी चौरा कांड का शताब्दी वर्ष, शहीद के परिजनों का हुआ सम्मान





सवांददाता, के,के,कुशवाहा


आगरा। केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से चौरी चौरा आंदोलन का शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आगरा जिला प्रशासन की ओर से संजय पैलेस स्थित शहीद स्मारक पर चौरी चौरा शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में राज्यमंत्री चौधरी उदय भान सिंह, महापौर नवीन जैन, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधायक रानी पक्षालिका सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन के साथ की जिसके बाद सभी ने मिलकर चौरी चौरा कांड के साथ-साथ देश की आजादी में बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।



संजय पैलेस स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित चौरी चौरा शताब्दी समारोह में भारी संख्या में छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स और स्काउट्स कैडेट्स ने भाग लिया। समाजसेवियों के साथ-साथ स्वतंत्रता सेनानी और शहीदों के परिजन भी इस आयोजन में शामिल हुए। मंचासीन अतिथियों ने मिलकर स्वतंत्रता सेनानी सरोज गौरिहार को शॉल उड़ाकर सम्मानित किया जिसके बाद 2018 में भारत पाकिस्तान के बॉर्डर पर आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हुए देवेंद्र बघेल की पत्नी पिंकी बघेल और एक अन्य शहीद के परिजन को सम्मानित किया गया। इस सम्मान को पाने के दौरान शहीदों के परिजनों की आंखें भी भर आई।



महापौर नवीन जैन ने लोगों को संबोधित करते हुए सरकार के इस प्रयास की सराहना की। उनका कहना था कि चौरी चौरा कांड भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणादायी जनक्रांति थी। इस आंदोलन के 99 वर्ष पूरे हो चुके है और 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहे है। यह महोत्सव जनजागरण के रूप में वर्ष भर मनाया जाएगा। सरकार के इस प्रयास युवा पीढ़ी को चौरा चौरी कांड के साथ-साथ यह भी जानकारी मिलेगी कि देश की आजादी के लिये देश के वीर शहीदों ने किस तरह से अपनी शहादत दी और देश को आजादी दिलाने के लिए किन-किन आंदोलन में भाग लिया। महापौर ने कहा कि युवा पीढ़ी को हमारे देश की आजादी का इतिहास और उस आजादी के लिए ना जाने कितने आंदोलन चले कितनी माताओं ने अपने वीर सपूतों को खोया इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए।


राज्य मंत्री चौधरी उदय भान सिंह ने भी अपने विचार रखते हुए सरकार के इस प्रयास की सराहना की। उनका कहना था कि युवा पीढ़ी को यह ना समझे कि वर्तमान भारत हमें आसानी से मिला है। इसके पीछे एक पूरा इतिहास और वीर सपूतों की शहादत जुड़ी हुई हैं। आज की युवा पीढ़ी उस इतिहास को जाने और शहीदों के बलिदान को याद रखें यही होते इस पूरे आयोजन का है।