महिला सदन में खुलकर हुई समस्याओं पर चर्चा। मौका ऐतिहासिक महिला सदन: महिला पार्षदों को आधी आबादी की चिंता ।

 


लखनऊ। प्रेमशर्मा

लखनऊ की प्रथम महिला महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया द्वारा महिला दिवस से पूर्व दिवस पर ऐतिहासिक पहला महिला सदन बुलाया गया, जिसमे महिला पार्षदों ने सहभागिता कर उत्साह के साथ महिला सदन में महिलाओं से जुड़ी मूलभूत सुविधाओं और आवश्यकताओं को सदन के पटल पर रखा, साथ ही वार्ड से सम्बंधित समस्याओं से भी अधिकारियों से जबाब तलब किया। 

सदन प्रारम्भ होते ही सभी दलों की महिला पार्षदों ने पहली बार महिला सदन बुलाने पर महापौर को धन्यवाद दिया, पार्षदों ने महापौर को अंगवस्त्र, माला और बुके भेंट कर उनका आभार जताया और महिला सदन बुलाने की प्रशंसा भी की, पार्षदों द्वारा नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी और अपर नगर आयुक्त अर्चना द्विवेदी को भी सम्मानित किया गया। पार्षद रुपाली गुप्ता ने महिला सदन में महिला बाजार का प्रस्ताव पेश किया, महिला बाजार में महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने, महिलाओं से जुड़ी हर वस्तु को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने हेतु  लखनऊ में एक महिला बाजार की स्थापना की जाएगी, जिसमे महिलाओ को समर्पित करते हुए सिर्फ महिला विक्रेताओं द्वारा महिला उपयोग की वस्तुएं ही बेची जाएंगी। इससे बड़ी मात्रा में व्यवसायी महिलाओ को रोजगार उपलब्ध होगा साथ ही महिला आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक मील का पत्थर साबित होगा, इसके अतिरिक्त महिला बाजार में  महिलाओं की जनउपयोगी वस्तुओं के मिलने से लखनऊ की महिलाओं को सहूलियत भी प्रदान होगी, महिला विक्रेता होने से महिला खरीददारों को सुरक्षा की भावना को भी प्रबलता प्रदान होगी, जिससे कि वह पूर्ण आजादी से महिला बाजार का में खरीददारी कर सकेंगी। महापौर ने कहा कि इस सम्बंध में बजट की व्यवस्था करते हुए कार्य किया जयेगा। इसके अतिरिक्त रुपाली गुप्ता ने सभी काम्प्लेक्स में अनिवार्य रूप से महिला टॉयलेट बनवाने, और महिला टॉयलेट होने पर ही कॉम्प्लेक्स का मानचित्र स्वीकृत करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसपर महापौर ने एलडीए वीसी को पत्र भेज आवश्यक कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया। पार्षद खुशबू रखी मिश्रा ने बताया कि वार्ड के पार्को में अराजक तत्व आ जाते है, जिससे महिलाओ को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, उन्होंने पार्को में महिलाओ के लिए गार्ड लगाए जाने का प्रस्ताव रखा। खुशबू राखी मिश्रा ने सदन को बताया कि प्राइवेट ठेले से जो लोग कूड़ा कलेक्शन कर रहे है वह सड़क पर खुले में कूड़ा फेंक देते है, इसके लिए वह गरीब महिलाओ द्वारा जूट के झोले बनवाकर कूड़ा इक्कठा करने हेतु एक पायलट प्रोजेक्ट चलाना चाहती है जिससे गरीब महिलाओ को रोजगार प्रदान करवा सके जिसपर महापौर और नगर आयुक्त ने कहा कि इसके लिए हर संभव सहयता की जाएगी। महिला पार्षदों ने ईईएसएल द्वारा लाइट्स ठीक न कराये जाने पर प्रश्न पूछा जिसपर नगर आयुक्त ने बताया कि हड़ताल खत्म हो गयी है, जहाँ जहाँ शिकायत आ रही है लाइटे ठीक कराई ज रही है।पार्षद नेहा सौरभ सिंह ने सदन में कहा कि भारत का इतिहास स्वतंत्रता संग्राम महिला सेनानियों एवं महिला सुरवीर वीरांगनाओं से भरा पड़ा है, महिला स्वतंत्रता संग्राम महिला सेनानियों एवं महिला सुरवीर वीरांगनाओं के योगदान को इतिहास में नही भुलाया जा सकता है। लखनऊ नगर निगम सीमान्तर्गत विभिन्न मार्गों और चैराहों का नामकरण भारत के इतिहासिक स्वतंत्रता संग्राम महिला सेनानियों एवं महिला सुरवीर वीरांगनाओं के नाम पर करने की कृपा करें। महापौर ने कहा कि यह अच्छा प्रस्ताव है इससे हमारी आने वाली पीढ़ी को महिला वीरांगनाओं और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में पता चल सकेगा और उनके जीवन और बलिदान से प्रेरणा प्राप्त हो सकेगी। नेहा सौरभ सिंह ने शहर के पार्को , बाजारों, पिंक टॉयलेट्स, नगर निगम के स्कूलों और प्रतिष्ठानों में सेनेटरी नैपकिंग पैड मशीन और इंसीनरेटर लगाने का प्रस्ताव भी रखा जिसपर महापौर ने कहा कि वह विगत 3 वर्षों से इसके लिए प्रयासरत है, उन्होंने कई जगहों पर इसका शुभारंभ भी किया है, आगे और स्थानों पर नैपकिंग पैड मशीन और इंसीनरेटर लगाया जाएगा।

सपा महिला पार्षद दल नेता श्रीमती चरणजीत गांधी ने भी महिलाओ को पार्किंग शुल्क में छूट प्रदान करने, पार्को में टॉयलेट और बेबी फीडिंग सेंटर बनाने और महिला के नाम पर रजिस्ट्री होने पर गृहकर और जलकर में 5% की छूट प्रदान करने का प्रस्तावों का समर्थन करते हुए अपना प्रस्ताव रखा। पार्षद पूनम मिश्रा ने कहा कि नगर निगम लखनऊ के विभिन्न जोनों में मूलभूत सुविधाओं हेतु शहर की महिलाओं का आना जाना रहता है, अधिकतर पुरुष कर्मचारियों के होने की बजह से महिलाये खुल कर नही कह पाती। इसलिए  नगर निगम के प्रत्येक जोन कार्यालय में महिला शिकायतकर्ताओं के लिए एक अलग से महिला हेल्प डेस्क बनवाने एवं महिलाओ की अलग से बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए जिसपर महापौर ने नगर आयुक्त को सभी जोनों में अलग से महिलाओ हेल्प डेस्क बनवाने, महिला शौचालय बनवाने के लिये निर्देशित किया। पार्षद पूनम मिश्रा ने महापौर से महिलाओ की सुरक्षा के लिए बाजारों में कैमरे लगाने के लिए अनुरोध किया, जिसपर महापौर ने बताया कि  मुख्यमंत्री  की सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत विभिन्न बाजारों में कैमरे लगाए जा रहे है जो अत्याधुनिक ढंग से महिला अपराधों पर नियंत्रण लगाने का कार्य करेंगे।  


महिलाओ के नाम पर रजिस्ट्री तो मिलेगी 5% तक गृहकर और जलकर में छूट

पार्षद वीना रावत ने प्रस्ताव रखा कि प्रायः हम यह देखते है कि इस पुरुष सत्तात्मक समाज मे घर और जमीन में महिलाओं को दोयम दर्जे का स्थान दिया जाता है, जिससे सम्पतियों में उनकी हिस्सेदारी न के बराबर होती जा रही है।  महिलाओ की स्थिति सुधारने के लिए नगर निगम द्वारा लिए जा रहे गृह कर में उन घरो को  5ः की छूट प्रदान की जाए  जिन घरों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर है। जिसपर महापौर ने कहा कि यह प्रस्ताव अच्छा है, इससे महिलाओ की स्थित सुधारने में प्रयास मिलेगा, इस प्रस्ताव को सामान्य कार्यकरिणी बैठक में लाकर पास किया जाएगा।


महिला पार्षद कक्ष में पुरुषों का कब्जा

पार्षद कुमकुम राजपूत ने नगर निगम के महिला कक्ष में पुरूष पार्षदों के जमावड़े पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वहाँ महिला कक्ष में ही महिला पार्षद नही जाती है, पुरूष पार्षद बैठे होते है और उन्हें कुर्सी तक नही मिलती है, साथ ही महिला कक्ष में महिलाएं खुल कर वार्ता भी नही कर सकती इसलिए महिला कक्ष में एक महिला गार्ड की तैनाती की जाए। 


माता जीजाबाई के नाम पर होगा पार्क और सड़क

पार्षद कुमकुम राजपूत ने जीजाबाई के नाम पर पार्क, सड़क अथवा मार्ग का नामकरण का प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि हिन्दवी स्वराज की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज को योद्धा बनाने में उनकी माता जीजाबाई का योगदान था, सभी माताओ को अपने पुत्र को माता जीजाबाई जैसा राष्ट्र रक्षा के लिए दृण संकल्पित पुत्र बनाने की प्रेरणा प्राप्त होती है।


महिला सफाई कर्मचारियों को आधे घंटे की छूट

पार्षद करुणा प्रसाद के अनुरोध पर महापौर ने महिला सफाई कर्मचारियों को प्रातः ड्यूटी पर आने में आधे घंटे की छूट प्रदान करने की घोषणा की , महिला सफाई कर्मचारी गर्मी में अब 6 की जगह 6रू30 बजे और सर्दियों में 7 की जगह 7रू30 बजे आने की छूट प्रदान रहेगी। 


निःशुक्ल 86  पिंक टॉयलेट की सौगात

पार्षद रेखा रोशनी ने अपनी बात की शुरुआत संस्कृत श्लोक ष्यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते... ष् से करते हुए महिला सदन आहूत करने के लिए महापौर को  धन्यवाद दिया, उन्होंने महिलाओ को पार्किंग शुल्क में 50ः छूट प्रदान करने का प्रस्ताव पेश किया, उन्होंने मंदिरो और बाजारों में पिंक टॉयलेट बनाने की मांग की। जिसपर महापौर ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर महिलाओ के लिए 86 पिंक टॉयलेट बनाए जा रहे है, जो महिलाओ के लिए निःशुक्ल उपलब्ध है।



महिला पार्षदों के लिए हो अलग से खेल

पार्षद नेहा सौरभ सिंह ने कहा कि जिस प्रकार पुरुष पार्षदों के लिए क्रिकेट का आयोजन किया जा रहा है उसी प्रकार महिला पार्षदों के लिए भी चेस, कैरम आदि गेम कराये जाए। 



पार्को में बनेंगे यूरिनल और बेबी फीडिंग सेन्टर

पार्षद हेमा सनवाल ने कहा कि  लखनऊ के विभिन्न बड़े पार्को में प्रातः एवं सायं में बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा मॉर्निंग वॉक एवं इवनिंग वॉक किया जाता है, साथ ही बाजारों में भी बड़ी संख्या में महिलाएं छोटे बच्चो से साथ निकलती है। इसलिए  ऐसे बड़े पार्को में जहाँ महिलाओं द्वारा मॉर्निंग वॉक एवं इवनिंग वॉक किया जाता है और बाजारों में भी अलग से महिलाओ के लिए यूरिनल एवं बेबी फीडिंग सेन्टर बनवाने जाए । जिसपर आवश्यक कार्यवाही के लिए महापौर ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया। 


भीख मांगने वाले बच्चियों को नगर निगम पढ़ायेगा।


पार्षद हेमा सनवाल ने महापौर को बताया कि लखनऊ के चैराहों पर छोटी - बड़ी बच्चियों को भीख मांगते देखा जा सकता है, यह हमारे आने वाले कल का भविष्य है, नगर निगम द्वारा इनको निगम के स्कूलों में पढ़ाई की निशुल्क व्यवस्था करनी चाहिए, नगर निगम के आश्रय स्थल में उनका पालन होना चाहिए, जिसपर महापौर ने कहा कि लखनऊ भिखारी मुक्त बनाने का अभियान चलाया जाएगा, वित्तीय संसाधनों को देखते हुए सबसे पहले भीख मांगने वाले बच्चो की शिक्षा व्यवस्था की जाएगा और आश्रय उपलब्ध कराया जाएगा।पार्षद पद्मिनी चैधरी ने कहा कि अस्पतालों के सामने कोई तीमारदार यदि अस्पताल में पार्किंग में जगह न होने पर अस्पताल के बाहर गाड़ी खड़ी कर दे, तो नगर निगम वाले उसे उठा ले जाते है, लेकिंग फिर गंभीर मरीज को छोडकर तीमारदारों को गाड़ी छुड़ाने के लिए नगर निगम के चक्कर लगाने पड़ते है, अतः मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए अस्पताल के सामने से गाड़ी न उठायी जाए।