बिजली अभियंताओं ने उठाई कामकाजी महिला सुरक्षा की मांग ।

 



लखनऊ। प्रेमशर्मा

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उ0प्र0 राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ द्वारा शक्तिभवन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वितरण, पारेषण, उत्पादन तथा जल विद्युत में कार्यरत मातृ शक्ति के द्वारा प्रतिभाग किया गया। संगोष्ठी में महिलाओं के सशक्तिकरण सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक समता लाने एवं आत्मनिर्भर होने के सुझावों पर विस्तृत चर्चा की गयी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्युत अभियन्ता संघ के महासचिव इं. प्रभात सिंह ने महिला अभियन्ताओं से संघ की गतिविधियों में और अधिक सक्रिय रूप से प्रतिभाग करने के लिए आमंत्रित किया साथ ही विभागीय एवं गैर विभागीय स्तर पर कहीं भी आवश्यकता होने पर संघ हमेशा साथ खड़ा रहेगा, ऐसा आश्वासन दिया। महासचिव ने महिलाओं के द्वारा संगोष्ठी में उठाये गये विभिन्न मुद्दों यथा सीसीटीवी की व्यवस्था, क्षेत्र के कार्यालयों में मूलभूत आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था कराने हेतु पूर्ण प्रयास करने का आश्वासन दिया।

सभा की अध्यक्षता कर रहीं मुख्य अभियन्ता इं. वरालिका दुबे ने समस्त प्रतिभागियों से निडर होकर अपने निर्णय स्वयं लेने हेतु प्रेरित किया। साथ ही विभागीय कार्यों में आगे बढ़कर अपनी पहचान बनाने का अह्वान किया। इं. संगीता सक्सेना एवं इं. विनीता कौशिक ने अपने कार्य क्षेत्र के अनुभवों को साझा करते हुए सेवाकाल में आने वाली विभिन्न चुनौतियों का सामना करने हेतु सुझाव दिये। इं. दीपिका पाण्डेय ने कार्य संस्कृति में बदलाव की आवश्यकता बतायी। संगोष्ठी का संचालन  अभियन्ता संघ के क्षेत्रीय सचिव इं. कौशल किशोर वर्मा ने किया।संगोष्ठी में मुख्यतया  इं. पूनम मिश्रा, इं. नीलम जायसवाल, इं. प्रीति, इं. एश्वर्या श्रीवास्तव, इं. प्रियंका अटवानी, इं. प्रियंका प्रजापति, इं. माया त्रिपाठी, इं. सृजन सिंह, इं. शिवांगी नायक, इं. ऊषा वर्मा, इं. ऋतु सिंह, इं. मृणाल तिवारी, इं. दिव्या गुप्ता, श्रीमती नफीशा खातून, श्रीमती स्नेहलता आदि उपस्थित रहे एवं अपने विचार साझा किये।