नाराज अवर अभियंताओं ने किया एक घन्टे मौन विरोध प्रदर्शन।

 


- आज करेगें बड़े आन्दोलन का फैसला।


लखानऊ। प्रेमशर्मा

ऊर्जा के शीर्ष प्रबन्धन एवं संगठन के मध्य महत्वपूर्ण मांगों को नियमानुसार निस्तारित किये जाने तथा कुछ माँगो पर परीक्षणध्अध्ययन कराकर अतिशीघ्र निस्तारित काराये जाने हेतु संगठन को आश्वस्त किया गया था। परन्तु वार्ता में बनी सहमतियों एवं तदनुरूप जारी आदेश के आज 06 माह बाद भी उसका क्रियान्वयन न किये जाने के कारण संगठन और प्रबन्धन के बीच विश्वास का संकट उत्पन्न हो गया है जो अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन की उपेक्षा से नाराज अभियंताओं ने ’राविपजईस के केन्द्रीय अध्यक्ष ई. जी. वी. पटेल, केन्द्रीय महासचिव ई. जय प्रकाश एवं केन्द्रीय संरक्षक, इं. सतनाम सिंह के द्वारा शिर्ष ऊर्जा प्रबन्धन तक अपनी बात पहुचाने के लिए शक्ति भवन प्रांगण में मौन-व्रत सत्याग्रह कर विरोध दर्ज कराया गया। जिसके समर्थन में समस्त जनपद,परियोजनाओं के ’अवर अभियंता,प्रोन्नत अभियंताओं (पारेषण एवम वितरण) के द्वारा संगठन की जनपद2परियोजना इकाईयों के नेतृत्व में सायं 4ः00 बजे से 5ः00 बजे तक मुख्य अभियंताध्अधीक्षण कार्यालय पर विरोध सभा कर अध्यक्ष उ प्र पा का लि को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया गया।  

केन्द्रीय अध्यक्ष इं. जे.बी. पटेल ने बताया कि 07 मार्च को संगठन की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ में होगी जिसमें पूरे प्रदेश के सभी तापीय परियोजनाओं, जल विद्युत परियोजनाओं, पारेषण एवं वितरण के पदाधिकारियों का लखनऊ में उपस्थित होंगे, जिसमें मौन-व्रत सत्याग्रह का ऊर्जा के शीर्ष प्रबन्घन द्वारा संज्ञान न लिया गया तो किसी भी स्तर के आन्दोलन कार्यक्रम का निर्णय लिया जा सकता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के ’न्यायप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ,  ऊर्जा मंत्री पं. श्रीकांत शर्मा से प्रभावी हस्तक्षेप करके संगठन की जायज मांगों पर शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन के साथ बनी सहमतियों पर जारी कार्यवृत्त का क्रियान्वन तत्काल लागू कराए जाने हेतु ऊर्जा प्रबंधन को निर्देशित करने की मांग है।’ जिससे संवर्ग का एक एक सदस्य सरकार की योजनाओं को सफल बनाने’ में पूर्ण मनोयोग से अपना योगदान दे सके।